इंदौर
इंदौर में रोजाना 10 हजार कोरोना मरीज भी आए तो भी शहर में पाबंदी नहीं : लॉकडाउन पर कलेक्टर ने दिया बड़ा बयान
Anil bagora, Sunil paliwalइंदौर : मध्य प्रदेश के शहर इंदौर में प्रतिदिन कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में सतत् वृद्वि दिख रही है, वही राहत की बात यह है कि उतनी ही तेजी से पॉजिटिव मरीज रिकवर भी हो रहे हैं. इंदौर कलेक्टर मनीष सिंह के मुताबिक शहर में कोरोना संक्रमण की दर जरूर बढ़ रही है लेकिन चिंता करने की कोई बात नहीं. उन्होंने बताया कि ज्यादातर लोग होम आइसोलेशन में हैं. इसका सबूत हॉस्पिटल में खाली बेड की संख्या को देखकर लगाया जा सकता है. उन्होंने दावा किया कि हॉस्पिटल में एडमिशन 2 फीसद है. उन्होंने कहा कि अगर ऐसे ही मामले 10 हजार भी सामने आ गए तो भी शहर में लॉकडाउन नहीं लगाया जाएगा.
सोमवार को करीब 10820 लोगों के सैंपल लिए गए. सभी सैंपल को जांच के लिए भेजा गया था. सोमवार देर रात जारी की गई गई रिपोर्ट के अनुसार सैंपल की जांच में 2,106 लोग कोरोना संक्रिमत पाए गए. स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक सभी लोगों में कोरोना संक्रमण के लक्षण मिले हैं. बता दें कि पिछले कुछ दिनों में संक्रमित मरीजों का आंकड़ा कम न होकर नए रिकार्ड बनाता नजर आ रहा है. सोमवार तक इलाजरत संक्रमित मरीजों की संख्या भी बढ़कर 11925 हो गई है.
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी इंदौर के बुलेटिन अनुसार कल 17 जनवरी 2022 मंगलवार को 2106 मरीज कोरोना के नए पाए गए, वही 123 रिपीट मरीज भी समाने मिले. तीसरी लहर का असर इंदौर में भी सबसे ज्यादा हैं, लेकिन राहत की बात है उतनी ही जल्दी मरीज रिकवर भी हो रहे हैं. उक्त चर्चा में आज इंदौर कलेक्टर श्री मनीष सिंह के कहा कि हॉस्पिटल, एडमिशन काफी कम हैं. अगर हॉस्पिटल एडमिशन बढ़ते हैं. तो फिर पाबंदियां लगाने का सोचा जाएगा. नहीं तो ऐसी स्थिति में अगर 10 हजार मरीज भी रोज आते हैं तब भी शहर में कोई और पाबंदी नहीं लगेंगी. लोगो में जागरूत लाना जरूरी हैं. मास्क पहनकर ही आवश्यक कार्य हेतु बाहर निकले. फोटो फाईल