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सीरिया के राष्ट्रपति देश छोड़कर भागे, रूस ने शरण दी
paliwalwaniसीरिया में 11 दिन से जारी गृह युद्ध के बीच चरमपंथी ग्रुप हयात तहरीर अल-शाम ने राजधानी दमिश्क पर कब्जा कर लिया है। राष्ट्रपति बशर अल असद देश छोड़कर भाग चुके हैं। असद के देश छोड़ने के बाद सीरियाई PM ने विद्रोहियों को सत्ता सौंपने का प्रस्ताव दिया है। राजधानी दमिश्क में स्थानीय समय के मुताबिक रविवार शाम 4 बजे से सोमवार सुबह 5 बजे तक के लिए कर्फ्यू लगा दिया गया।
ब्रिटेन और इजराइल समेत कई यूरोपी देशों ने बशर सरकार के खात्मे का स्वागत किया है। वहीं, रूस के विदेश मंत्रालय का कहना है कि बशर अल-असद ने राष्ट्रपति पद छोड़ दिया है। रूसी मीडिया का दावा है कि, असद ने मॉस्को में शरण ली है।
बशर विद्रोही गुटों को शांतिपूर्वक सत्ता सौंपने के लिए राजी हो गए हैं। दूसरी तरफ डोनाल्ड ट्रम्प का कहना है कि असद को बचाने में उनके सहयोगी रूसी राष्ट्रपति पुतिन की कोई दिलचस्पी नहीं है।
अलेप्पो से शुरू हुई जंग 11 दिन में दमिश्क पहुंची
सीरिया में 27 नवंबर को सेना और सीरियाई विद्रोही गुट हयात तहरीर अल शाम (HTS) के बीच 2020 के सीजफायर के बाद फिर संघर्ष शुरू हुआ था। इसके बाद 1 दिसंबर को विद्रोहियों ने सीरिया के दूसरे सबसे बड़े शहर अलेप्पो पर कब्जा कर लिया। इसे राष्ट्रपति बशर अल असद ने सीरिया की जंग के दौरान 4 साल की लड़ाई के बाद जीता था।
अलेप्पो जीतने के 4 दिन बाद विद्रोही गुटों ने एक और बड़े शहर हमा और फिर 6 दिसंबर को दारा पर कब्जा कर लिया। दारा वही शहर है, जहां से 2011 में राष्ट्रपति बशर अल-असद के खिलाफ विद्रोह की शुरुआत हुई थी और पूरे देश में जंग छिड़ गई थी। इसके बाद विद्रोही लड़ाके दारा शहर की तरफ से राजधानी दमिश्क में घुस गए।
संघर्ष की वजह से अब तक 3.70 लाख लोगों को विस्थापित होना पड़ा है। हालांकि लोग असद सरकार के गिरने की खुशी मना रहे हैं।