गुजरात
jain wani news : वीर लोकाशाह जैसा बन जाए हमारा श्रावक जीवन : मुकेशमुनिजी म.सा.
sunil paliwal-Anil Bagora● लोकाशाह ने धर्म से आडंबर मिटा व आगम संरक्षित कर किया उपकार-हरीशमुनिजी म.सा.
● मुकेशमुनिजी म.सा. के सानिध्य में मनाई वीर लोकाशाह की जयंति
अम्बाजी. वीर लोकाशाह जैसे श्रावक के कारण ही आज हम जिनवाणी व आगमवाणी का श्रवण कर रहे पा रहे है. लोकाशाह ने ही जैन स्थानकवासी परम्परा की शुरूआत की ओर कई जगह धर्म आराधना के लिए स्थानक बनवाएं. वीर लोकाशाह सभी श्रावकों के लिए आदर्श है ओर उनके दर्शन के अनुरूप श्रावक जीवन हो जाए तो हमारी धर्म आराधना सार्थक हो सकती है.
ये विचार पूज्य दादा गुरूदेव मरूधर केसरी मिश्रीमलजी म.सा., लोकमान्य संत, शेरे राजस्थान, वरिष्ठ प्रवर्तक पूज्य गुरूदेव श्रीरूपचंदजी म.सा. के शिष्य, मरूधरा भूषण, शासन गौरव, प्रवर्तक पूज्य गुरूदेव श्री सुकनमुनिजी म.सा. के आज्ञानुवर्ती युवा तपस्वी श्री मुकेश मुनिजी म.सा. ने शुक्रवार को श्री अरिहन्त जैन श्रावक संघ अम्बाजी के तत्वावधान में चातुर्मास के समापन दिवस पर वीर लोकाशाह जयंति के अवसर पर व्यक्त किए.
सेवारत्न श्री हरीशमुनिजी म.सा. ने कहा कि कार्तिक पूर्णिमा को कार्तिक ऋषि की जयंति व गुरू नानक जयंति के साथ वीर लोकाशाह जयंति के रूप में भी जाना जाता है. लोकाशाह ने धर्म में आ गए पाखण्ड व आडम्बर को दूर कर आगम को संरक्षित करने का कार्य किया ओर स्थानवासी परम्परा की शुरूआत की. बहुत ज्ञानी व गुणवान होने के साथ सेवा का गुण उनमें इस तरह समाया था जिससे प्रेरणा पाकर हर कोई अपना जीवन सफल बना सकता है.
मधुर व्याख्यानी श्री हितेशमुनिजी म.सा. ने कहा कि नवकार महामंत्र सर्व सिद्धीदायक और हमारे सभी कष्ट हरने वाला है. इसकी सच्चे मन से आराधना की जाए, तो हमारे सभी दुःख व संताप मिट सकते है. इससे घर की नकारात्मक उर्जा समाप्त होकर सकारात्मक उर्जा का आगमन होता है. उन्होंने सभी को यह संकल्प दिलाया कि चातुर्मास समाप्ति के बाद भी सभी नियमित नवकार महामंत्र का जाप करेंगे.
धर्मसभा में युवारत्न श्री नानेशमुनिजी म.सा. एवं प्रार्थनार्थी सचिनमुनिजी म.सा. का भी सानिध्य प्राप्त हुआ. धर्मसभा में बनासकांठा के जिला प्रमुख श्री कीर्तिसिंहजी वाघेला, बनासकांठा के जिला महामंत्री श्री श्रेयांशजी प्रजापति, श्री वर्धमान स्थानकवासी जैन श्रावक संघ पाली के महामंत्री पदमचंदजी ललवानी, बेंगलौर के सज्जनराजजी बाफना, कुड़ी (जोधपुर) के चेतनकुमार डूडी, दिग्विजयसिंह वाधेला, रमेश जोशी, शांताबाई ललवानी पाली आदि ने गुरू दर्शन व प्रवचन श्रवण का धर्मलाभ प्राप्त किया. धर्मसभा में पाली, अहमदाबाद, जोधपुर, सूरत आदि स्थानों से श्रावक-श्राविकाएं मौजूद थे.
अतिथियों का स्वागत अंबाजी श्रीसंघ द्वारा किया गया. चातुर्मास सम्पन्नता पर पूज्य मुकेशमुनिजी म.सा. आदि ठाणा का प्रथम विहार शनिवार 16 नवम्बर 2024 को अम्बाजी निवासी श्रीमती लीलाबेन सोहनलाल लोढ़ा परिवार के निवास पर होगा. धर्मसभा का संचालन गौतमचंद बाफना ने किया.