दिल्ली

BJP के 395 सांसदों में अब नहीं दिखेगा कोई मुस्लिम चेहरा, मुख्‍तार अब्‍बास नकवी का कार्यकाल खत्‍म

Paliwalwani
BJP के 395 सांसदों में अब नहीं दिखेगा कोई मुस्लिम चेहरा, मुख्‍तार अब्‍बास नकवी का कार्यकाल खत्‍म
BJP के 395 सांसदों में अब नहीं दिखेगा कोई मुस्लिम चेहरा, मुख्‍तार अब्‍बास नकवी का कार्यकाल खत्‍म

मुख्तार अब्बास नकवी के इस्तीफे के बाद बीजेपी में अब कोई मुस्लिम सांसद नहीं बचा है। लोकसभा व राज्यसभा को मिलाकर बीजेपी के कुल 395 सांसद हैं। ले देकर इनमें केवल नकवी ही मुस्लिम समुदाय से थे। उनका कार्यकाल गुरुवार को खत्म हो रहा था। उससे पहले ही उन्होंने इस्तीफा दे दिया। हालांकि कयास ये भी हैं कि बीजेपी उन्हें उप राष्ट्रपति के चुनाव में अपना प्रत्याशी बना रही है।

लोकसभा में पहले से ही बीजेपी का कोई मुस्लिम सांसद नहीं है। 2019 के लोकसभा चुनाव में पार्टी की ओर से कुछ मुस्लिम चेहरों को मैदान में उतारा गया लेकिन किसी को जीत हासिल नहीं हुई। एनडीए में भी बिहार से एक मात्र मुस्लिम चेहरा महबूब अली कैसर हैं जो लोजपा के टिकट पर चुनाव जीते थे। हालांकि कभी बीजेपी में कई मुस्लिम सासंद थे। जफर इस्लाम, शाहनवाज हुसैन, एमजे अकबर, मुख्तार अब्बास नकवी, आरिफ बेग, सिकंदर बख्त और नजमा हेपतुल्ला जैसे नेता बीजेपी से सांसद रह चुके हैं।

हालांकि पहले कयास थे कि नकवी को रामपुर से उपचुनाव में उतारा जा सकता है। पहले भी वो रामपुर से लोकसभा का चुनाव लड़े थे। 1998 में नकवी पहली बार रामपुर से चुनाव जीतकर लोकसभा पहुंचे थे। वो वाजपेयी सरकार में सूचना और प्रसारण मंत्री भी बने थे। लेकिन रामपुर का चुनाव हो गया और नकवी के नाम पर विचार तक नहीं किया गया। सपा नेता आजम खान के इस्तीफे के बाद खाली हुई इस सीट पर बीजेपी जीत चुकी है।

वर्तमान में केंद्र में अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री थे। राज्यसभा सांसद के तौर पर उनका कार्यकाल 7 जुलाई को समाप्त हो गया। राज्यसभा की सदस्यता खत्म होने के बाद उनका मंत्री पद भी जाना तय था और हुआ भी वही। उन्हें इस्तीफा देना पड़ा। उनके साथ नीतीश के कभी करीबी रहे आरसीपी भी चले गए।

कुछ अर्सा पहले तक राज्यसभा में बीजेपी के तीन मुस्लिम सांसद थे। इनमें मुख्तार अब्बास नकवी, सैय्यद जफर इस्लाम और एमजे अकबर के नाम शामिल थे। लेकिन इनमें से किसी को भी बीजेपी ने दोबारा चुनाव लड़ाने के बारे में विचार तक नहीं किया। एमजे अकबर मीटू कैंपेन में फंसे थे। लिहाजा उनके नाम पर विचार होना भी नहीं था। लेकिन नकवी और जफर इस्लाम से पल्ला झाड़ना वाकई हैरत भरा रहा। माना जा रहा था कि कम से कम नकवी को बीजेपी किसी न किसी रास्ते से संसद तक पहुंचाएगी।

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