दिल्ली

कूर्मि पुरोहित तैयार कर संस्कार स्वावलंबन की दिशा की ओर अग्रसर कूर्मि समाज

sunil paliwal-Anil Bagora
कूर्मि पुरोहित तैयार कर संस्कार स्वावलंबन की दिशा की ओर अग्रसर कूर्मि समाज
कूर्मि पुरोहित तैयार कर संस्कार स्वावलंबन की दिशा की ओर अग्रसर कूर्मि समाज

संस्कार में हो रहे व्यवसायीकरण व विकृत स्वरूप को परिष्कृत करनेे कूर्मि समाज ने तैयार किया कूर्मि पुरोहित

23 से 26 फरवरी 2025 को नई दिल्ली के द्वारका सेक्र 15 स्थित पटेल भवन में चार दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण में 26 कूर्मि पुरोहित तैयार

परिवर्तन एवं समाज विकास के ध्वज वाहक बनने डॉक्टर, इंजीनियर, वकील, शिक्षक, समाजसेवी, युवा के बुजुर्गाे ने बढ चढ़कर हिस्सा लिए

देश के प्रत्येक जिले से 10-25 मास्टर ट्रेनर्स एवं प्रत्येक विकासखण्ड से 50-100 पुरोहित तैयार करने राष्ट्र व्यापी अभियान

  • नई दिल्ली. वर्तमान समय में समस्त पूजा पाठ हवन संस्कार, मंदिर के पुजारी हेतु पूरोहितों की आवश्यकता होती है। दिन प्रतिदिन संस्कार में हो रहे व्यावसायिक रूप से विकृत स्वरूप को परिष्कृत करने तथा अपने लोगों को रूढ़िवादी परंपरा से बाहर निकालने के उद्देश्य से एवं विशेष अवसर पर संस्कार कार्य हेतु लोगों की कमी को देखते हुए कूर्मि समाज द्वारा पुरोहित तैयार किया गया।

इन तैयार किए गए पुरोहितों के माध्यम से परिष्कृत संस्कारों के द्वारा समाज के वर्तमान आवश्यकताओं, नवाचार व आवश्यक परम्पराओं तथा कुरीतियों को दूर करते हुए स्वस्थ वैज्ञानिक क्रिया कलापों को समाज में स्थापित जाना है। प्रशिक्षण के इस राष्ट्र व्यापी अभियान को मूर्त रूप देने के लिए अखिल भारतीय कूर्मि-क्षत्रिय महासभा एवं छत्तीसगढ़ कूर्मि-क्षत्रिय चेतना मंच के संयुक्त तत्वाधान में चार दिवसीय आवासीय राष्ट्रीय कूर्मि पुरोहित प्रशिक्षण शिविर दिनॉक 23 से 26 फरवरी 2025 को नई दिल्ली के द्वारका सेक्र 15 स्थित पटेल भवन में आयोजित किया गया। 

इस चार दिवसीय आवासीय राष्ट्रीय कूर्मि पुरोहित प्रशिक्षण शिविर के समापन कार्यक्रम के अवसर पर मुख्य अभ्यागत अखिल भारतीय कूर्मि-क्षत्रिय महासभा के संरक्षक एवं पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष कूर्मि माननीय एल. पी. पटेल थे तथा कार्यक्रम की अध्यक्षता अखिल भारतीय कूर्मि-क्षत्रिय महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष कूर्मि डॉ. विजय सिंह निरंजन(पूर्व आईएएस)द्वारा किया गया। 

प्रशिक्षण शिविर समापन कार्यक्रम के विशिष्ट अभ्यागतगगण के रूप में अखिल भारतीय कूर्मि-क्षत्रिय महासभा के राष्ट्रीय महासचिव डॉ. उमेश कुमार पटेल, पुरोहित प्रशिक्षण विकास प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय संयोजक डॉ. हेमंत कौशिक, कूर्मि चेतना पंचांग के राष्ट्रीय संयोजक एवं छत्तीसगढ़ कूर्मि-क्षत्रिय चेतना मंच के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष कूर्मि बी. आर. कौशिक, अखिल भारतीय कूर्मि-क्षत्रिय महासभा के राष्ट्रीय महिला उपाध्यक्ष श्रीमति नीलम निरंजन, प्रशिक्षण शिविर समन्वयक एवं अखिल भारतीय कूर्मि-क्षत्रिय महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ. जीतेन्द्र सिंगरौल गरिमामयी उपस्थिति में सम्पन्न हुआ।

कार्यक्रम में अतिथियों का स्वागत करते हुए अखिल भारतीय कूर्मि-क्षत्रिय महासभा दिल्ली प्रदेश ईकाई के प्रदेशाध्यक्ष ईजीनियर मिथलेश पटेल ने प्रशिक्षण शिविर को समाज के लिए वर्तमान समय की आवश्यकता के साथ समाज कीे दिशा एवं दशा बदलने वाला बताया। पुरोहित प्रशिक्षण के बारे में अखिल भारतीय कूर्मि-क्षत्रिय महासभा दिल्ली प्रदेश ईकाई के प्रदेश महासचिव कूर्मि आर. एन. राय ने बताया कि प्रशिक्षण में 6 राज्यों के 26 प्रतिभागियों ने भाग लेकर प्रशिक्षण प्राप्त किए है; जिसमें दिल्ली से 13, उत्तरप्रदेश से 6, मध्यप्रदेश, ओड़िसा, छत्तीसगढ़ राज्य के 2-2 एवं बिहार से 1 प्रतिभागी शामिल होने की जानकारी दिए।

तत्पश्चात पुरोहित प्रशिक्षण विकास प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय संयोजक डॉ. हेमंत कौशिक द्वारा प्रशिक्षण में दिए गए संस्कार कार्य के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए बताया गया कि प्रशिक्षित कूर्मि पुरोहितों द्वारा अब 16 संस्कारों में से वर्तमान् समय में प्रासंगित मुख्यतः 8 संस्कारों को सम्पन्न कराने की सूक्ष्मता से प्रशिक्षण दिया गया। अब प्रशिक्षित पुरोहित गण समाज में 8 संस्कार जैसे गर्भाधान संस्कार, नामकरण संस्कार, अन्नप्राशन संस्कार, विद्यारंभ संस्कार, विवाह संस्कार, अंत्येष्टि एवं मरणोत्तर संस्कार, जन्म दिवसोत्सव संस्कार तथा विवाह दिवसोत्सव कराने के लिए प्रशिक्षित हो गए है।

प्रशिक्षण कार्यक्रम के मुख्य आसंदी से बोल रहे श्री एल. पी. पटेल ने अपने उद्गार के दौरान बताया कि कूर्मि पुरोहित प्रशिक्षण कार्य का बीजारोपण आज से नौ वर्ष पूर्व अर्थात् 2016 में अखिल भारतीय कूर्मि महासभा के 43 वें अधिवेशन, बैगलूरू में दिनॉक 13-14 नवम्बर 2016 को समाज के संस्कार कार्य कराने के लिए स्वजातिय पुरोहित तैयार किए जाने का क्रांतिकारी प्रस्ताव महासभा द्वारा पारित किया गया।

पारित प्रस्ताव को को जमीनी स्तर पर लाने के लिए छत्तीसगढ़ कूर्मि चेतना मंच के टीम को धन्यवाद दिए। उन्होने प्रशिक्षण कार्य के सुचारू संचालन में लगातार सहयोगी के रूप में श्री शत्रुहन कश्यप कूर्मि  बी. आर. कौशिक और प्रथम बैच में तैयार कूर्मि पुरोहित श्री पुरषोत्तम कश्यप के द्वारा समाज विकास में उनके लिए समर्पण की भूरी-भूरी प्रशंसा किए।

नए युग  परिवर्तन में पुरोहित प्रशिक्षण मिल का पत्थर

अपने अध्यक्षीय उद्बोधन मेंकुर्मी समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. वी.एस. निरंजन (पूर्व_ आई.ए.एस.) ने पुरोहित प्रशिक्षण कार्य की सराहना करत हुए इस पुरोहित प्रशिक्षण को नए युग परिवर्तन के लिए मील का पत्थर बताया। उन्होने प्रशिक्षक आयोजक संस्था छत्तीसगढ़ कूर्मि-क्षत्रिय चेतना मंच की भूरी-भूरी प्रसंसा करते हुए देश के प्रत्येक राज्य में पुरोहित तैयार करने राज्यों में मास्टर ट्रेनर्स प्रशिक्षण आयोजित किए जाकर प्रत्येक जिले से 10-25 मास्टर ट्रेनर्स एवं प्रत्येक विकासखण्ड से 50-100 पुरोहित तैयार करने पर जोर दिए।

संगठन के राष्ट्रीय महासचिव डॉ. उमेश कुमार पटेल ने अपने उदबोधन में कहा कि धर्म की रक्षा के लिए हमें अपने संस्कार कार्य स्वयं कराना होगा। कूर्मि समाज के इस क्रांतिकारी कदम से अन्य पिछडे़ वर्ग के समाजों में नवाचार करने की प्रेरणा मिलेगी। यह प्रशिक्षण कार्यक्रम को कूर्मि समाज विकास के लिए आवश्यकता मानते हुए कूर्मि समाज के संस्कार कार्य प्रशिक्षित कूर्मि पुरोहितों के माध्यम से ही कराने की अपील किए।

कार्यक्रम का धन्यवाद ज्ञापन कार्यकारी प्रदेशाध्यक्ष कूर्मि बी आर चौधरी द्वारा करते हुए सभी लोगों का धन्यावाद ज्ञापित किए। पूरे कार्यक्रम का संचालन पटेल सेवक संघ दिल्ली संगठन के महासचिव डॉ. मोहन कुमार एवं अखिल भारतीय कूर्मि-क्षत्रिय महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता एवं पुरोहित प्रशिक्षण शिविर के समन्वयक डॉ. जीतेन्द्र सिंगरौल द्वारा किया गया।

6 राज्यों के 26 प्रतिभागियों ने कूर्मि पुरोहित प्रशिक्षण का लिए प्रशिक्षण 

13 प्रतिभागी दिल्ली राज्य शासित प्रदेश से- पुरोहित राजेंद्र कुमार गंगवार (द्वारका सेक्टर 10), पुरोहित राजेंद्र कुमार गंगवार (द्वारका मोड), पुरोहित पतिराम गंगवार (पालम कालोनी), पुरोहित राम नंदन राय (मोहन गार्डन), पुरोहित शिव कुमार प्रसाद (गुरूनानकदेव कालोनी), पुरोहित शिव नंदन प्रसाद (द्वारका), पुरोहित अरुण कुमार सिन्हा (बुड़ाड़ी), पुरोहित प्रभाष प्रसाद (उत्तर पूर्वी दिल्ली), पुरोहित डॉ बीरेंद्र कुमार वर्मा (दक्षिण पश्चिम दिल्ली), पुरोहित तारकेश्वर प्रसाद (मोहन गार्डन), पुरोहित मनोरंजन कुमार सिंह (उत्तर पूर्वी दिल्ली), पुरोहित सालिक राम सिंह (नई दिल्ली), पुरोहित सुनील कुमार (नजरफगढ़) ।

6 प्रतिभागी प्रतिभागी उत्तरप्रदेश से- पुरोहित राम बहादुर गंगवार (शाहजहांपुर), पुरोहित राम अवतार सिंह (प्रयागराज), पुरोहित अंकित वर्मा (अंबेडकर नगर), पुरोहित यशवंत पटेल (अयोध्या), पुरोहित राकेश पटेल (जौनपुर), पुरोहित जी.एस चौधरी (शाहिबाबाद)। 2 प्रतिभागी छत्तीसगढ़ राज्य से- पुरोहित डॉ.रश्मि पटेल (रायपुर), पुरोहित योगेन्द्र कश्यप (बलौदाबाजार)। 2 प्रतिभागी मध्यप्रदेश़ राज्य से- पुरोहित राजेंद्र सिंह गौर (विदिशा), पुरोहित प्रशांत कुमार पटेल (उमरिया), 2 प्रतिभागी ओडिसा राज्य से- पुरोहित संजय कुमार सिंह (राउरकेला), पुरोहित बिजय कुमार सिंह (राउरकेला) एवं 1 प्रतिभागी बिहारा राज्य से- पुरोहित चंदन भाई पटेल (पटना) ।

जानिए कार्यक्रम के बारे में विस्तार से एवं आगे की रणनीति

इस प्रशिक्षण के लिए 48 लोगों का पंजीयन प्राप्त हुआ, जिसमें ऑनलाईन एवं टेलीफोनिक काऊंसलिंग के माध्यम से 35 लोगों का चयन किया गया। इन 48 चयनित प्रतिभागियों में 26 लोग विधिवत प्रशिक्षण प्राप्त किए। प्रशिक्षित 26 पुरोहितों में से जिसमें दिल्ली से 13, उत्तरप्रदेश से 6, मध्यप्रदेश, ओड़िसा, छत्तीसगढ़ राज्य के 2-2 एवं बिहार से 1 प्रतिभागी गण शामिल हुए।

परिवर्तन एवं समाज विकास के ध्वज वाहक बनने डॉक्टर, इंजीनियर, वकील, शिक्षक, समाजसेवी, युवा के बुजुर्गाे ने बढ चढ़कर हिस्सा लिए। पुरोहित प्रशिक्षण कार्य को व्यवस्थित व वैज्ञानिक सोच को बढ़ावा देने हेतु कूर्मि चेतना संस्कार दर्पण पुस्तक (पुरोहित प्रशिक्षण संदर्शिका) तैयार किया गया है।

इस संदर्शिका के माध्यम से संस्कार कार्य के गुणवत्ता पूर्ण प्रशिक्षण से उच्च दर्जे का कौशल विकास किया गया। आगामी समय में देश के प्रत्येक जिले से 10-25 मास्टर ट्रेनर्स एवं प्रत्येक विकासखण्ड से 50-100 पुरोहित तैयार करने की कार्ययोजना को मूर्तरूप दिया गया। स्वजातियों को ही पुरोहित कर्म में प्रशिक्षित करने का अभियान से समाज के ही लोग अपने बीच समाज में जाकर सभी प्रकार के पूजा पाठ, हवन, संस्कार, पर्व पूजन, गृह प्रवेश आदि कार्यक्रम सम्पन्न करा कर प्राप्त धनराशि का समाज हित में ही उपयोग कर समाज को आगे बढ़ाने में भी अपनी भूमिका निभा सकंेगे। आगामी समय में चार दिवसीय आवासीय राष्ट्रीय कूर्मि पुरोहित प्रशिक्षण शिविर का आयोजन रायपुर, भोपाल, अमरकंटक, जबलपुर, रांची, पटना, राउरकेला में किया जावेगा।

योग शिविर एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम से प्रतिभागी भूले अपने घर को

राष्ट्रीय कूर्मि पुरोहित प्रशिक्षण शिविर में प्रतिदिन प्रातः 8 से 9 बजे योगासन के द्वारा प्रतिभागियों को पवन मुक्तासन, प्रमुख योग क्रिया, प्राणायाम, बंध-मुद्रा, योग निद्रा जैसे दैनिक दिनचर्या से संबंधित अभ्यासों के बारे में व्यवहारिक प्रशिक्षण दिए। वही कार्यक्रम के दौरान संगीत मय प्रस्तुति एवं रात्रिकालिन सांस्कृतिक कार्यक्रम के आयोजन से प्रतिभागीगण इतने रम गए कि उन्हें इन चार दिनों में अपने घर-परिवार की याद नहीं आए और लोग आयोजकों से शिविर के दिवस बढ़ाने तक के मांग कर डाले।

इनके मेहनतों से प्रशिक्षण बने यादगार

चार दिवसीय आवासीय राष्ट्रीय कूर्मि पुरोहित प्रशिक्षण शिविर में अखिल भारतीय कूर्मि महासभा के दिल्ली प्रदेश के प्रदेशाध्यक्ष ईजीनियर मिथलेश पटेल एवं श्री बी. आर. चौधरी के नेतृत्व में संगठन के प्रदेश महासचिव आर. एन. राय और कोषाध्यक्ष श्री सुनील कुमार, श्री इंद्रजीत पटेल, श्री अवधेश कुमार, श्री मनोज कुमार एवं विरेन्द्र कुमार वर्मा और जोग राज गंगवार, श्री राजेश कुमार मौर्या के बेजोड़ टीमवर्क ने प्रतिभागियों के मन में कूर्मि समाज के प्रति आदर भाव पैदा किए। वही छत्तीसगढ़ कूर्मि-क्षत्रिय चेतना मंच के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष कूर्मि बी. आर. कौशिक, डॉ. जीतेन्द्र सिंगरौल के साथ स्थानीय व्यवस्था देख रहे लोगों के अथक मेहनत से प्रशिक्षण शिविर को इतिहास के पन्नों में यादगार बना दिया।

प्रशिक्षण शिविर के दौरान इनकी रही गरिमामयी उपस्थिति

चार दिवसीय आवासीय राष्ट्रीय कूर्मि पुरोहित प्रशिक्षण शिविर में पटेल मैत्री संघ दिल्ली के अध्यक्ष कूर्मि विजय कुमार सिंह एवं महासचिव कूर्मि एडवोकेट विजय शंकर गांधी, कूर्मि सालिकराम ंिसंह, श्री एस एस पटेल, श्री नागेन्द्र प्रसाद व ललित सिह, सरदार पटेल ट्रस्ट नई दिल्ली के संरक्षक डॉ. संजीव कुमार व ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष अमल कुमार, पटेल सेवक संघ दिल्ली संगठन के अध्यक्ष कूर्मि शिवधर राय व महासचिव कूर्मि डॉ. मोहन कुमार, कूर्मि संघ दिल्ली के कूर्मि सुनील प्रसाद और कूर्मि कौशलेन्द्र प्रसाद, पटेल संघ बुड़ाड़ी से अरूण कुमार सिंहा और ईजीनियर अरूण कुमार व शिवकुमार प्रसाद, गोयला डेयरी पटेल संघ से श्री अवधेश कुमार व श्री इंद्रजीत पटेल, करावल नगर से श्री प्रभाष पटेल और श्रीमती निर्मला गंगवार, विद्या भारती, विमलेश गंगवार सहित दिल्ली कूर्मि समाज के विभिन्न संगठनों व गणमान्य समाज प्रमुखों ने इस क्रांतिकारी आयोजन के साक्षी बनेे।

कूर्मि पुरोहित की शुरूवात कैसे?

आपको बताते चले कि पुरोहित प्रशिक्षण कार्य का बीजारोपण आज से नौ वर्ष पूर्व अर्थात् 2016 में अखिल भारतीय कूर्मि महासभा के 43 वें अधिवेशन, बैगलुरू में दिनाँक 13-14 नवम्बर 2016 को समाज के संस्कार कार्य कराने के लिए स्वजातिय पुरोहित तैयार किए जाने का क्रांतिकारी प्रस्ताव महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष कूर्मि एल. पी. पटेल के नेतृत्व में पारित किया गया।

पारित प्रस्ताव के अनुक्रम में विभिन्न कर्मकाण्डों को सम्पन्न कराने पुरोहित प्रशिक्षित करने का क्रांतिकारी निर्णय लिया गया। इन्हीं मूल भावना को मद्देनजर रखते हुए छत्तीसगढ़ कूर्मि चेतना मंच ने ’’वयं राष्ट्रे जागृयाम पुरोहिताः’’ का शंखनाद कर इस क्रांतिकारी कदम का बीड़ा उठाया; जिसका प्रथम बैच का प्रशिक्षण चेतना मंच के तात्कालिन प्रदेशाध्यक्ष डॉ. निर्मल नायक के मार्गदर्शन और ऊर्जावान् युवा प्रदेश महासचिव डॉ. जीतेन्द्र सिंगरौल के नेतृत्व एवं डॉ. हेमन्त कौशिक, कूर्मि शत्रुहन कश्यप के संयोजकत्व में कूर्मि प्रहलाद कौशिक के द्वारा कूर्मि पुरोहित प्रशिक्षण का प्रथम बैच बिलासपुर (छत्तीसगढ़) में दिनांक 5 से 9 जून 2019 को 09 कूर्मि पुरोहितों को प्रशिक्षित किया गया।                   

इस प्रशिक्षण में समाज के नवरत्न प्रतिभावान बुद्धिजीवियों ने पुरोहित कर्म का व्यवहारिक प्रशिक्षण दिया गया एवं कूर्मि समाज के विचार योजना को धरातल पर उतारने का ऐतिहससिक कार्य किया गया। प्रशिक्षित कूर्मि पुरोहितों द्वारा समाज में संस्कार व पूजन कार्य अनवरत जारी है। आज से 5 वर्ष पूर्व प्रशिक्षित किए गए पुरोहितों द्वारा समाज में संस्कार, पूजन, हवन आदि का कार्य प्रारंभ कर दिया है एवं इन्हें समाज का अच्छा प्रतिसाद मिल रहा है, न केवल छत्तीसगढ़ बल्कि इस टीम के द्वारा अन्य राज्यों में भी संस्कार कार्य कार्य कराए जा रहे है। 

प्रशिक्षित पुरोहित द्वारा सभी समाज के लोगों में अब तक लगभग 500 से अधिक संस्कार कार्य संपन्न कराए जा चुके है। समाज के कई क्षेत्रों से मांग को देखते हुए पुरोहित प्रशिक्षण को राष्ट्र व्यापी बनाने के उद्देश्य से प्रशिक्षण का द्वितीय चरण अंर्तगत अखिल भारतीय कूर्मि-क्षत्रिय महासभा एवं छत्तीसगढ़ कूर्मि चेतना मंच के संयुक्त प्रवास से 4 दिवसीय कूर्मि पुरोहित आवासीय प्रशिक्षण शिविर बिलासपुर में दिनांक 23 से 26 जनवरी 2025 तक किया गया।

इस प्रशिक्षण में मध्यप्रदेश से 6. झारखण्ड से 4 एवं छत्तीसगढ़ से 30 कूर्मि पुरोहितों ने प्रशिक्षण प्राप्त किए। इसी के तारतम्य अंतर्गत नई दिल्ली में दिनांक 23 से 26 फरवरी 2025 तक 4 दिवसीय राष्ट्रीय कूर्मि पुरोहित आवासीय प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया। पुरोहित प्रशिक्षण कार्य को व्यवस्थित व वैज्ञानिक सोच को बढ़ावा देने हेतु कूर्मि चेतना संस्कार दर्पण पुस्तक (पुरोहित प्रशिक्षण संदर्शिका) तैयार किया गया है।

इस संदर्शिका के माध्यम से संस्कार कार्य के गुणवत्ता पूर्ण प्रशिक्षण से उच्च दर्जे का कौशल विकास किया जा सकें; ताकि आगामी समय में देश के प्रत्येक जिले से 10-25 मास्टर ट्रेनर्स एवं प्रत्येक विकासखण्ड से 50-100 पुरोहित तैयार करने की कार्ययोजना को मूर्तरूप दिया जा सकें। स्वजातियों को ही पुरोहित कर्म में प्रशिक्षित करने का अभियान से समाज के ही लोग अपने बीच समाज में जाकर सभी प्रकार के पूजा पाठ, हवन, संस्कार, पर्व पूजन, गृह प्रवेश, शादी विवाह, दाह संस्कार, दशगात्र इत्यादि कार्यक्रम सम्पन्न करा कर प्राप्त धनराशि का समाज हित में ही उपयोग कर समाज को आगे बढ़ाने में भी अपनी भूमिका निभा सकेंगे।

कूर्मि पुरोहित प्रशिक्षण का औचित्य?

पूर्व में कूर्मि समाज में शिक्षा का अभाव होने से समाज में संस्कार कार्य के लिए बाह्य लोगों से संस्कार कार्य कराया जाता रहा है; किन्तु वर्तमान समय में समाज में वैज्ञानिक, इंजीनियर, डॉक्टर, वकील व अधिकारी वर्ग तैयार हो गए है। अतः कूर्मि समाज के समग्र विकास के लिए समाज द्वारा संस्कार कार्य सम्पन्न कराने के लिए कूर्मि पुरोहित की आवश्यकता महसुस किया गया।

भारत वर्ष में 2025 की अनुमानित जनसंख्या अनुसार 141.54 करोड़ है जिसमेें से लगभग 27.79 करोड़ जनसंख्या अर्थात 19.63 प्रतिशत जनसंख्या देश के 28 राज्य एवं 8 केन्द्र शासित प्रदेशों में कूर्मि समाज के लोग निवासरत है।                          पूरे भारत वर्ष के कुल 785 जिलों में से 681 जिलों (86.75 प्रतिशत) एवं 6,66,132 ग्रामों में से 2,31,247 ग्रामों (19.63 प्रतिशत) भौगोलिक भूभाग में समाज के लोग निवासरत है।

देश के इन 27.79 करोड़ जनसंख्या वाले कूर्मि समाज लगभग 1530 सरनेम/ उपजातियों में विभक्त है। इस प्रकार प्रत्येक ग्राम के लिए 2 के मान से कूर्मि पुरोहित तैयार करने पर लगभग 4.63 लाख समाज के युवाओं को रोजगार मिलेगा। साथ ही समाज के मंदिर में पूजा कार्य के लिए लगभग 3 लाख लोगों की आवश्कता होगी। इस कार्य से समाज के लगभग लगभग 7-8 लाख लोगों को सीधे रोजगार मिलेगा तथा समाज का पैसा समाज को सुदृण व समृद्व करने में लगेगा। 

  • कूर्मि डॉ. जीतेन्द्र सिंगरौल

समन्वयक पुरोहित प्रशिक्षण शिविर एवं

राष्ट्रीय प्रवक्ता- अखिल भारतीय कूर्मि महासभा 

मोबाईल- 9425522629, 8319868746

  • संकलन एवं प्रेषक गणेश चौधरी सचिन प्रवक्ता अखिल भारतीय कुर्मी क्षत्रिय समाज/प्रदेश उपाध्यक्ष मध्य प्रदेश कुर्मी समाज 9926099191
whatsapp share facebook share twitter share telegram share linkedin share
Related News
Latest News
Trending News