दिल्ली
भाजपा आई, आप गई, कांग्रेस खुश-निपट गए केजरीवाल : संदीप दीक्षित ने लिया 'मां वाला बदला'
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दिल्ली विधानसभा चुनाव : बीजेपी ने जीती 48 सीटें, आप 22 पर सिमटी
नई दिल्ली.
चुनाव आयोग की वेबसाइट के मुताबिक बीजेपी 70 में से 48 सीटों पर जीत दर्ज करने में कामयाब रही. वहीं आम आदमी पार्टी को 22 सीटों पर जीत मिली. दिल्ली के लगातार तीसरे विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का खाता नहीं खुला. 1998 से लेकर 2013 तक दिल्ली में कांग्रेस की सरकार रही है. लेकिन 2013 में आम आदमी पार्टी ने कांग्रेस के समर्थन से सरकार बनाई.
दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए शनिवार (8 फरवरी) को नतीजे आ गए. दिल्ली में बीजेपी को स्पष्ट बहुमत मिला है. चौंकाने वाली बात ये है कि आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल नई दिल्ली सीट से चुनाव हार गए हैं. इसके अलावा मनीष सिसोदिया, सौरभ भारद्वाज, सत्येंद्र जैन से बड़े नेता भी हार गए हैं. कालकाजी से आतिशी मार्लेना ने बीजेपी के रमेश बिधूड़ी को हराकर जीत हासिल की. राजधानी की सभी 70 विधानसभा सीटों पर 5 फरवरी को मतदान हुआ था.
विधानसभा सीट से अरविंद केजरीवाल चुनाव हार गए हैं. इस सीट पर बीजेपी उम्मीदवार प्रवेश वर्मा ने जीत हासिल की है. केजरीवाल की हार में कांग्रेस उम्मीदवार संदीप दीक्षित की भी भूमिका रही है. अगर आप और कांग्रेस में गठबंधन होता तो शायद नतीजे कुछ और हो सकते थे.
प्रवेश वर्मा को 30 हजार 88 वोट मिले और 4089 वोटों से जीत मिली. वहीं अरविंद केजरीवाल को 25999 वोट मिले हैं और 4089 वोटों से हार मिली. कांग्रेस उम्मीदवार संदीप दीक्षित को 4568 वोट मिले. अगर आप और कांग्रेस लोकसभा चुनाव की तरह गठबंधन के साथ विधानसभा चुनाव में उतरती तो नई दिल्ली सीट पर नतीजे कुछ और होते.
इसके बाद 2015 में आम आदमी पार्टी 67 सीटों पर जीत दर्ज करने में कामयाब रही. 2020 में भी आम आदमी पार्टी को 70 में से 62 सीटों पर जीत मिली. दिल्ली में कांग्रेस की 1998 से 2013 तक सरकार रही है. लेकिन 2015, 2020 और 2025 के विधानसभा चुनाव में दिल्ली में कांग्रेस पार्टी का खाता भी नहीं खुला.
बीजेपी को दिल्ली में 27 साल बाद बहुमत मिला है. वहीं बीते चुनाव में 62 सीटें जीतने वाली आम आदमी पार्टी के हिस्से इस बार 22 सीटें ही आईं.