दिल्ली
पहलवानो और सरकार के बीच समझौते में अमित शाह की बड़ी भूमिका
Paliwalwaniनई दिल्ली. प्रदर्शनकारी पहलवानों और सरकार के बीच बातचीत अब निर्णायक मोड़ पर पहुंच गई है. बुधवार को खेल मंत्री और पहलवानों के बीच एक हफ्ते के भीतर दूसरी बार हुई बैठक में कई डिमांड को स्वीकार कर लिया गया है. इसमें पहलवानों के खिलाफ पुलिस मामले वापस लेने और बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह और उनके करीबियों को डब्ल्यूएफआई चुनावों में भाग लेने की अनुमति नहीं देना शामिल है. पहलवानों और खेल मंत्री के बीच हुई बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की भी बड़ी भूमिका मानी जा रहा है.
पहलवानों और अमित शाह के बीच शनिवार की रात बैठक हुई थी. इस बैठक में पहलवानों ने शाह के सामने अपनी मांग रखी थी. इस बैठक के ठीक 3 दिन बाद यानी मंगलवार की देर रात खेल मंत्री अनुराग ठाकुर का ट्वीट आता है और वो पब्लिकली खिलाड़ियों को बातचीत करने का न्योता देते हैं. बुधवार को खेल मंत्री के साथ करीब छह घंटे तक चली बातचीत और आश्वासन के बाद पहलवान 15 जून तक अपने विरोध प्रदर्शन स्थगित करने पर राजी हो गए हैं.
15 जून तक इसलिए क्योंकि दिल्ली पुलिस से उम्मीद की जा रही है कि वो इस तारीख तक बीजेपी सांसद के खिलाफ लगे आरोपों में अपनी चार्जशीट दायर कर देगी. बैठक के बाद खेल मंत्री अनुराग ठाकुर खुद मीडिया के सामने आए और उनके और खिलाड़ियों के बीच हुई बातचीत के बारे में जानकारी दी.
सरकार की ओर इन मुद्दों पर खिलाड़ियों को मिला आश्वासन
खेल मंत्री ने कहा कि सरकार ने 28 मई को जंतर मंतर पर हुए धरने के बाद पहलवानों के खिलाफ पुलिस मामले वापस लेने की मांग को स्वीकार कर लिया है शिकायतकर्ताओं को पुलिस सुरक्षा देने का वादा किया है और यह आश्वासन भी दिया गया है कि डब्ल्यूएफआई चुनाव में बृजभूषण समेत उनके सहयोगियों को इसमें शामिल होने की अनुमति नहीं दी जाएगी.
खेल मंत्री के साथ हुई बैठक में शामिल होने वाले पहलवानों में से एक बजरंग पुनिया ने कहा कि अगर बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई तो वे अपना विरोध फिर से शुरू कर देंगे. पुनिया ने कहा कि सरकार ने 15 जून तक का समय लिया है.
पहलवानों और सरकार के बीच पिछले दो सप्ताह से भी कम समय में यह तीसरी बैठक थी, इस बार बड़ा अंतर देखने को मिला है. इस बार सरकार खुद आगे आई और बोली की वो पहलवानों के साथ बातचीत करने के लिए उन्हें न्योता भेज रही है. खुद खेल मंत्री मंगलवार की रात 12 बजकर 47 मिनट पर ट्वीट करते हैं और कहते हुए सरकाह पहलवानों के साथ चर्चा करने के लिए तैयार है. एक बार फिर से पहलवानों को आमंत्रित किया है.
अचानक बातचीत शुरू करने के पीछे अमित शाह
राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि खेल मंत्री की ओर से रात के 12 बजे यह ट्वीट करना की सरकार पहलवानों के साथ एक फिर से चर्चा के लिए तैयार है, के पीछे अमित शाह की बड़ी भूमिका है. ऐसा इसलिए क्योंकि दो दिन पहले यानी रविवार को पहलवानों और शाह के बीच में मीटिंग हुई थी. इस मीटिंग के बाद ही खेल मंत्री खुले तौर पर यह कहते हैं कि सरकार एक बार फिर से बातचीत के लिए आमंत्रण भेजा है.