दिल्ली

शहीद-ए-आज़म भगत सिंह जी, शहीद राजगुरू जी और शहीद सुखदेव जी के 87वें बलिदान दिवस पर आयोजन

युद्धवीर सिंह लांबा
शहीद-ए-आज़म भगत सिंह जी, शहीद राजगुरू जी और शहीद सुखदेव जी के 87वें बलिदान दिवस पर आयोजन
शहीद-ए-आज़म भगत सिंह जी, शहीद राजगुरू जी और शहीद सुखदेव जी के 87वें बलिदान दिवस पर आयोजन

धारौली (झज्जर)। शहीद-ए-आज़म भगत सिंह जी, शहीद राजगुरू जी और शहीद सुखदेव जी के 87वें बलिदान दिवस के गौरवमयी अवसर पर शहीदों को श्रद्धांजलि कार्यक्रम व बाबा मुक्तेश्वरपुरी गौशाला की गायों के लिए दो क्विंटल गेहूँ का दलिया व एक क्विंटल गुड़ खिलाने का एक भोज कार्यक्रम आज 23 मार्च को वीरों की देव भूमि धारौली (झज्जर) आयोजन स्थल बाबा मुक्तेश्वपुरी गौशाला, कोसली में आयोजन किया जा रहा है। 

एक क्विंटल गुड़ खिलाने का एक भोज कार्यक्रम

कोसली के निकटवर्ती गांव धरौली की सामाजिक संस्था मां-मातृभूमि सेवा समिति द्वारा भारत को अंग्रेजों की गुलामी से मुक्त कराने के लिए 23 मार्च 1931 को हँसते-हँसते फाँसी का फंदा चूमने वाले भारत के महान क्रान्तिकारी, शहीद-ए-आज़म भगत सिंह जी, शहीद राजगुरू जी और शहीद सुखदेव जी के 87वें बलिदान दिवस के गौरवमयी अवसर 23 मार्च 2017 को सुबह 10 बजे शहीदों को श्रद्धांजलि कार्यक्रम  व  बाबा मुक्तेश्वरपुरी गौशाला की गायों के लिए दो क्विंटल गेहूँ का दलिया व एक क्विंटल गुड़ खिलाने का एक भोज कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा ।

शहीदों को श्रद्धांजलि

मां-मातृभूमि सेवा समिति के अध्यक्ष, युद्धवीर सिंह लांबा ने पालीवाल वाणी को बताया कि आपना घर बसाने के लिए शादी की घोड़ी पर चढ़ने कि बजाय देश की आजादी के लिए सूली पर चढ़ना पसंद करने वाले शहीद-ए-आज़म भगत सिंह जी, शहीद राजगुरू जी और शहीद सुखदेव जी के लिए आयोजित शहीदों को श्रद्धांजलि कार्यक्रम में शहीद-ए-आज़म भगत सिंह जी, शहीद राजगुरू जी और शहीद सुखदेव जी को श्रद्धांजलि दी जाएगी और बाबा मुक्तेश्वरपुरी गौशाला की गायों के लिए दो क्विंटल गेहूँ का दलिया व एक क्विंटल गुड़ खिलाने का एक भोज कार्यक्रम का आयोजन होगा ।मां-मातृभूमि सेवा समिति के अध्यक्ष, युद्धवीर सिंह लांबा ने बताया है कि भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के इतिहास में शहीद-ए-आजम भगत सिंह, राजगुरु एवं सुखदेव का नाम आदरपूर्वक लिया जाता है जो अंतिम सांस तक आजादी के लिए अंग्रेजों से टक्कर लेते रहे। तीनों क्रांतिकारी (भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु) भारत के उन सपूतों में से थे, जिन्होंने मातृभूमि की स्वतन्त्रता के लिए अपने जीवन के समस्त सुख-ऐश्वर्य का हँसते-हँसते न्योछावर कर दिया ।  देश को आजाद कराने वाले शहीद भगतसिंह, राजगुरु व सुखदेव को 23 मार्च 1931 को अंग्रेजों ने फांसी दे दी थी।

क्तदान शिविर में रक्तदान देकर एक अनूठा उदाहरण पेश

युद्धवीर सिंह लांबा ने पालीवाल वाणी को बताया कि जो भी भारत के शहीद सपूतों (भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु) को श्रद्धांजलि देने के इच्छुक है तो 23 मार्च 2017 को सुबह 9 बजे बाबा मुक्तेश्वरपुरी गौशाला, कोसली (रेवाड़ी) में जरूर पहुंचे । श्रीमती कृष्णा देवी अत्री पंडित जीवनदायनी महिला जिन्होंने मानवता की नि: स्वार्थ सेवा व कल्याण के लिए मार्च 2016  धारौली में शहीद-ए-आज़म भगत सिंह जी के86वें बलिदान  दिवस  पर आयोजित रक्तदान शिविर में रक्तदान देकर एक अनूठा उदाहरण पेश किया जिसकी जितनी तारीफ़ की जाये उतनी ही कम है कार्यक्रम में मुख्य अतिथि होगी । श्री राकेश लांबा (धारौली), सीनियर एडवोकेट, सिविल कोर्ट, कोसली (रेवाड़ी) कार्यक्रम में विशेष अतिथि होंगे एडवोकेट श्री रिंकू कोसलिया, सच्चा गोसेवक, बाबा मुक्तेश्वरपुरी गौशाला, कोसली कार्यक्रम की अध्यक्षता करेंगे।

www.paliwalwani.com

 

 

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