अपराध
हत्या के आरोप में चार लोग जेल में बंद लेकिन वो 18 महीने बाद जिंदा लौट आई महिला : पुलिस हुई परेशान
paliwalwani
गांधी सागर. वर्ष 2023 में एक घातक ट्रक दुर्घटना हुई थी, जिसमें एक महिला की मौत हो गई थी. उस महिला की पहचान उसके पिता ने उसके हाथ में बना टैटू और पैर के धागे से की. हत्या के आरोप में चार लोग जेल की हवा खा रहे वो 18 महीने बाद जिंदा लौट आई, के बाद अब बेगुनाह जेल की हवा खा रहे, निर्दोष लोगों के साथ पुलिस किया करेगी. क्या पुलिस ने जांच करने में भारी लापरवाही क्यों और कैसी की...वो भी जांच का विषय होकर जिस महिला का अंतिम संस्कार हुआ, वो महिला कौन है, उसके गुनाहगार कौन और सजा दिलना पुलिस विभाग के लिए रहस्यमय बन गया.
इसके बाद पुलिस ने ''तथाकथित हत्या'' के आरोप में चार लोगों को जेल की हवा भी खिलवा दी. अब महिला के परिजनों के पैरों तले जमीन तब खिसक गई, जब वह जिंदा वापस अपने घर लौट आई. यह मामला मध्यप्रदेश के दो जिलों मंदसौर और झाबुआ से जुड़ा है. इस मामले में गांधी सागर पुलिस की थाना प्रभारी तरुणा भारद्वाज ने मीडिया को बताया कि महिला के अनुसार वह भानपुरा, मंदसौर से शाहरुख नाम के व्यक्ति के साथ चली गई थी.
दो दिन बाद उसे कोटा में एक और व्यक्ति को सौंपा गया, जिसका नाम भी शाहरुख ही था और तभी से महिला को कोटा में ही ''बंधक'' बनाकर रखा था, लेकिन अब उक्त महिला उन लोगों के चंगुल से भागने में कामयाब रही. महिला ने अपनी पहचान के लिए आधार कार्ड सहित अन्य सबूत भी पुलिस के समक्ष पेश किए.
वहीं थाना प्रभारी ने कहा कि अब इस मामले को हमने झाबुआ जिले की थांदला पुलिस को सौंप दिया है, जहां उसकी ''हत्या'' की जांच चल रही थी. इस महिला के दो बच्चे हैं, जिनसे वो अब डेढ़ साल बाद मिल सकी. वहीं परिवार में भी खुशी का माहौल है कि जिसे हमने डेढ़ साल पहले मरा हुआ समझ लिया था वह जिंदा है.
लेकिन अब पुलिस ''चकरघिन्नी'' हो गई कि हत्या के आरोप में जिन चार लोग इमरान, सोनू, शाहरुख और एजाज को जेल की हवा खिला दी, वह महिला कौन थी, जिसका उक्त जीवित महिला के परिजनों ने अंतिम संस्कार कर दिया...?