भोपाल
24 जनवरी से बिगड़ेगा मौसम : इंदौर-भोपाल भी ठिठुरेंगे : ग्वालियर, चंबल,रीवा, सागर एवं भोपाल में बारिश के आसार
Paliwalwaniभोपाल :
पिछले दिनों हुई जबरदस्त बर्फबारी से समूचा उत्तर भारत कड़ाके की ठंड की चपेट में है। वहां से मैदानी क्षेत्रों की तरफ आ रही बर्फीली हवाओं ने पूरे मध्य प्रदेश में ठिठुरन और बढ़ा दी है। ग्वालियर में 24 घंटे में हार्ट-अटैक से 5 की मौत: प्रदेश में अभी दो-तीन दिन और पड़ेगी कड़ाके की ठंड; इंदौर-भोपाल भी ठिठुरेंगे.
इसी क्रम में मध्य प्रदेश में बुधवार को मध्य प्रदेश में सबसे कम 2.2 डिग्री सेल्सियस तापमान दतिया में दर्ज किया गया। दतिया, ग्वालियर,रायसेन, छतरपुर,रीवा, सागर एवं उमरिया में शीतलहर रही। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक वर्तमान में एक पश्चिमी विक्षोभ पाकिस्तान के आसपास बना हुआ है। इसके प्रभाव से हवाओं का रुख बदलने से शुक्रवार से तापमान में बढ़ोतरी होने लगेगी। चार दिन बाद मध्य प्रदेश में कहीं-कहीं वर्षा भी हो सकती है।
मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक पिछले 24 घंटों के दौरान मध्य प्रदेश के सभी संभागों के जिलों में मौसम मुख्यतः शुष्क रहा। बुधवार को न्यूनतम तापमान नर्मदापुरम और शहडोल संभाग के जिलों में काफी गिरे एवं शेष संभागों के जिलों में कोई विशेष परिवर्तन नहीं हुआ। न्यूनतम तापमान शहडोल, भोपाल, उज्जैन, रीवा, सागर और ग्वालियर संभाग के जिलों में सामान्य से काफी कम रहे। इंदौर और नर्मदापुरम संभाग के जिलों में सामान्य से कम एवं जबलपुर संभाग के जिलों में सामान्य रहे।
मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि हवा का रुख लगातार उत्तरी बना रहने से पूरे प्रदेश में ठिठुरन बरकरार है। वर्तमान में एक पश्चिमी विक्षोभ पाकिस्तान के आसपास बना हुआ है। ट्रफ के रूप में सक्रिय यह मौसम प्रणाली कमजोर है। इसके प्रभाव से गुरुवार से हवा का रुख बदलने से शुक्रवार से तापमान में बढ़ोतरी होने लगेगी। उधर एक अन्य पश्चिमी विक्षोभ अभी ईरान के आसपास है। उसके असर से 24 जनवरी से मध्य प्रदेश के ग्वालियर, चंबल,रीवा, सागर एवं भोपाल संभाग के जिलों में कहीं-कहीं वर्षा भी हो सकती है।