उत्तर प्रदेश
हाई प्रोफाइल ड्रामा : वकील पत्नी और आर्किटेक्ट पति की तकरार चर्चा में...शालिनी ससुराल के बाहर धरने पर बैठी
paliwalwani
हाइलाइट्स
मुजफ्फरनगर में शालिनी और प्रणव के बीच वैवाहिक विवाद
शालिनी ने लगाया ससुराल में एंट्री नहीं मिलने का आरोप
मोहल्ले के गणमान्य लोगों ने पति और पत्नी में करवाया समझौता
शालिनी वकील पत्नी और प्रणव आर्किटेक्ट पति
मुजफ्फरनगर. दो महीने पहले धूमधाम से शादी, फिर विदेश में हनीमून, 50 लाख रुपये की मांग, और फिर ससुराल के बाहर धरना. यह कोई फिल्मी स्क्रिप्ट नहीं, बल्कि मुजफ्फरनगर में वकील पत्नी और आर्किटेक्ट पति की असली जिंदगी का ड्रामा है. कहानी की शुरुआत 12 फरवरी 2025 को हुई थी, जब शालिनी और प्रणव की शादी धूमधाम से संपन्न हुई.
शादी के बाद दोनों हनीमून के लिए इंडोनेशिया के बाली गए, लेकिन शालिनी का कहना है कि वहीं से इस रिश्ते में दरार पड़ गई.अब हालात ऐसे हैं कि शालिनी अपने ही ससुराल के बाहर धरने पर बैठी है, जबकि पति प्रणव का दावा है कि उसे अपनी जान का खतरा है. बताया जा रहा है दो दिन तक चले ड्रामे के बाद शालिनी को ससुराल में एंट्री मिल गई, कुछ लोगों ने दोनों परिवार के बीच समझौता कराया.
शालिनी का आरोप है कि बाली पहुंचते ही प्रणव का रवैया अचानक बदल गया.रोमांटिक ट्रिप की जगह पैसों की बातें होने लगीं. शालिनी के मुताबिक, प्रणव ने कहा कि शादी और घर बनाने में काफी खर्च हो चुका है, इसलिए उसे मायके से 50 लाख रुपये लाने होंगे.शालिनी का कहना है कि मैंने सोचा कि समय के साथ सब कुछ ठीक हो जाएगा.
50 लाख कोई छोटी रकम नहीं, जो मैं पापा से मांग लूं. अभी-अभी शादी हुई थी, इतने पैसे कहां से आएंगे ? शालिनी का दावा है कि होली पर उसे रीति-रिवाज के नाम पर मायके भेज दिया गया, लेकिन जब वह वापस आई, तो ससुराल के दरवाजे उसके लिए बंद हैं. उसे अंदर नहीं आने दिया जा रहा. अब हालात यह हैं कि शालिनी अपने ही ससुराल के बाहर धरने पर बैठी है.
जब शालिनी धरने पर बैठी थी, तो प्रणव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर चौंकाने वाले आरोप लगाए. प्रणव ने कहा कि शादी के बाद से आज तक मेरी पत्नी ने मुझसे शारीरिक संबंध नहीं बनाए. जब भी मैंने कोशिश की, उसने धमकी दी कि अगर मैंने उसे छुआ तो या तो जेल भिजवा देगी या फिर कुछ और कर बैठेगी.
इतना ही नहीं, प्रणव ने अपनी जान को खतरा बताया और कहा कि उसे डर है कि उसका हश्र भी मेरठ के नीले ड्रम कांड या मुजफ्फरनगर के कॉफी जहरकांड जैसा न हो जाए. प्रणव का आरोप है कि शालिनी ने कहा कि सिस्टम हमेशा लड़की का साथ देता है लड़के का साथ कोई नहीं देता. घर के बाहर धरना तो सिर्फ पैसों के कारण दिया गया.
मैं एक बहुत सभ्य परिवार से हूं. मैं एक आर्किटेक्ट हूं, तो मैं इस तरह की बाते बाजार में नहीं कर सकता. हमें तो लगता है कि उसके पिता ने ही अपनी बेटी को बोला है कि तुझे इस घर में ही जबरदस्ती रहना है क्योंकि मैंने तेरे को 100 करोड़ की मालकिन बना दिया है. परिवार के लोग उनमें बैठकर जो भी फैसला होगा वह मान्य होगा.
इस पूरे मामले में सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि दोनों पक्षों को एक-दूसरे की बात सुननी चाहिए और आपसी सहमति से कोई हल निकालना चाहिए. रिश्तों में गलतफहमी और विवाद होना आम बात है, लेकिन उन्हें सुलझाने के लिए बातचीत और समझदारी का रास्ता अपनाना चाहिए.