धर्मशास्त्र
Ghar mein Uge Peepal ka Kya kare : पीपल घर में उग आए तो इसे काटना चाहिए या नहीं?
paliwalwani
Ghar mein Uge Peepal ka Kya kare : कई बार ऐसा होता है कि घर की छत, कच्चे आंगन या फिर घर में पड़े किसी मिट्टी के गमले में पीपल का पौधा उग आता है। ऐसे में लोगों के मन में सवाल आता है कि घर में उगे पीपल को काटना चाहिए या नहीं। ज्योतिष शास्त्र में पीपल को काटने के नियम बताए गए हैं। इन नियमों के अनुसार किसी विशेष परिस्थितियों में ही पीपल को काटना चाहिए। आइए, जानते हैं कि घर में उगे पीपल को काटने के नियम।
पीपल में देवताओं का वास होता है, इसलिए इसकी पूजा करने से ग्रह शांत होते हैं और जीवन में सुख-समृद्धि आती है। पीपल वृक्ष के लगाने से या पीपल वृक्ष में जल चढ़ाने से ग्रहों की शांति होती है, लेकिन कई बार ऐसा होता है कि घर में पीपल का वृक्ष उग जाता है और अज्ञानता में लोग घर में उगे पीपल के पौधे में ही जल अर्पित करना शुरू कर देते हैं। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार घर में उगे पीपल पर जल नहीं चढ़ाना चाहिए। वहीं, घर में उग रहा पीपल भी शुभ नहीं माना जाता। अब ऐसे में सवाल उठता है कि घर में उग रहे पीपल को कैसे काटा जाए? आइए, जानते हैं इस सवाल का जवाब।
घर में उग रहे कौन-से पीपल को काटा जा सकता है
सबसे पहले इस बात को समझना जरूरी है कि अगर एक पीपल काट रहे है, तो उसके बदले में 10 पेड़ लगाने चाहिए और कंवल लगाने नहीं चाहिए उसका पालन-पोषण भी करना चाहिए। यदि 1000 पत्तों से छोटा पीपल का पेड़ है, उसको काटने का कोई दोष नहीं है। जो टंकियों के आसपास में पीपल के पेड़ लग जाते हैं। यह कितने भी बड़े हो, उनको काटने का कोई भी दोष नहीं है। जो छतों में पीपल के पेड़ लग जाते हैं, उनको काटने पर भी कोई भी दोष नहीं लगता। वहीं, घर के कच्चे आंगन में लगे पीपल को भी उखाड़ा जा सकता है लेकिन इन्हें हटाने से पहले कुछ नियमों का ध्यान रखना जरूरी है।
पीपल के पेड़ को काटने के नियम
पीपल या किसी पेड़ को काटना भी पड़े, तो उसको एक रात पहले यहां पर जाकर दीपक प्रज्ज्वलित करें और वहां पर थोड़ा प्रसाद चढ़ाएं और यह प्रार्थना करें कि अगर इस पीपल के ऊपर कोई भी देवता का वास है, तो वह यहां से परिवर्तित हो जाए। यहां से किसी दूसरी जगह चले जाएं क्योंकि हम कुल पेड़ काटने वाले हैं। यहां पर 108 बार विष्णु सहस्त्रनाम के या 108 पाउ गजेंद्र मोक्ष के जरूर करवा लेना चाहिए।
कन्या, हाथी, बैल के बल के बाद ही हटाएं पीपल
पीपल को किसी भी हाथी, बैल या किसी भी छोटी कन्या के द्वारा पीपल वृक्ष को निकलवाया जा सकता है। इसका अर्थ यह है कि हाथी, बैल या छोटी कन्या अगर पीपल पर थोड़ा-सा स्पर्श कर दें या बल लगा दें, तो फिर इसके बाद पीपल के पौधे को कहीं और जगह रिप्लांट किया जा सकता है। वहीं, अगर पीपल के पौधे को रिप्लांट नहीं हो सके और कटवाना ही पड़े, तो फिर ऐसा करें कि सबसे पहले जो भी कुल्हाड़ी चलाई जाएगी उसके आगे घी या फिर शहद लगाकर उसे पूरित करें और फिर उसे कुल्हाड़ी से उस पीपल को काटना चाहिए।
काटे हुए पीपल का क्या करें
काटे हुए पीपल की लकड़ी को श्मशान में दान कर देना चाहिए या जहां पर हवन होता है, उस जगह पर दान कर देना चाहिए। पीपल के पत्तों को अगर हाथी को खिलाया जाए, तो भी बहुत ही अच्छा रहता है। पीपल के पत्तों को हाथी या बैल को खिलाने पर उसका दोष नहीं रह जाता है। एक पेड़ को काटने के बदले 10 पेड़ लगाने का प्रयास करना चाहिए। पीपल ही नहीं, हर पेड़ कीमती है। पेड़ जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा भी हैं। इसी के आधार पर पीपल के पेड़ की पूजा-अर्चना और सेवा करके पुण्य फलों की प्राप्ति करते रहना चाहिए।