धर्मशास्त्र
क्या आप भी पैसों की तंगी से जूझ रहे हैं तो आज ही करें ये उपाय, खींची चली आएगी दौलत, जानिए क्या करना होगा
Paliwalwaniभारतीय परंपरा के पूजा पाठ में अक्षत का अपना ही अलग महत्व हैं। धार्मिक मान्यता है कि अगर पूजा में अक्षत का इस्तेमाल न किया जाए तो पूजा पूरी नहीं मानी जाती है। वही अगर कभी पूजामें कोई भी सामग्री चूक जाने पर अगर अक्षत अर्पित कर दिए जाएं तो उस भूल को माफ कर दिया जाता है। पूजा में पीले रंग से रंगे हुए चावल पूजन सामग्री का सही उपयोग किया जाये तो माँ लक्ष्मी की कृपा आप पर सदैव बनी रहेगी।
कहते है कि पूजा में टूटे हुए चावलों या फिर अक्षतका इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। टूटे हुए चावलों को इस्तेमाल करना अशुभ माना जाता है। पूजा के दौरान नियमित रूप से भगवान को कुछ दाने चढ़ाने से धन-वैभव और ऐश्वर्या की प्राप्ति होती है। वहीँ अगर नियमित रूप से शिवलिंग पर अक्षत अर्पित करना शुभ माना गया है। मान्यता है कि शिव पूजा में कोई अन्य पूजन सामग्री न होने पर भी सिर्फ अक्षत अर्पित करने से पूजा का संपूर्ण फल मिलता है।
कहते हैं कि शिवलिंग पर अक्षत अर्पित करने से भगवान शिव धन-वैभव प्रदान करते हैं। पूजन के समय अक्षत ‘अक्षताश्च सुरश्रेष्ठ कुंकमाक्ता: सुशोभिता:, मया निवेदिता भक्त्या गृहाण परमेश्वर’ ये मंत्र बोलते हुए देवी-देवताओं को अक्षत अर्पित करें। अगर घर में आर्थिक तंगी बनी रहती है तो इसे दूर करने के लिए घर के पूजा मंदिर में चावल के ढेर पर मां अन्नपूर्णा की स्थापना कर दें। इससे अन्न और धन की कभी कमी नहीं हो पाएगी।