राजस्थान
दूल्हे को पाकिस्तान जाने से रोका : 30 अप्रैल को अमरकोट में होनी थी शादी
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राजस्थान के दूल्हे को पाकिस्तान जाने से रोका : 30 अप्रैल को अमरकोट में होनी थी शादी, 3 साल की कोशिश के बाद मिला था वीजा. 17 घंटे पहले बाड़मेर के युवक और उसके परिवार को सिक्योरिटी एजेंसियों ने अटारी बॉर्डर से लौटा दिया. परिवार पाकिस्तान के अमरकोट शहर जाने के लि ए निकला था.
बाड़मेर. पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव चर्म पर है, दोनों मुल्कों के बीच तनातनी इस कदर बढ़ गई है कि अब एक-दूसरे देशों के लोगों को अपने-अपने वतन वापस लौटना पड़ रहा है. इस तनातनी के बीच दोनों मुल्कों में रहने वाले दूल्हा-दुल्हन एक-दूसरे के होने से रह गए. दोनों की शादी भी अटक गई. दूल्हा बोला दुल्हन मेरा इंतजार कर रही है. शादी की पूरी तैयारियां हो चुकी है। इसलिए मुझे जाने दो.
राजस्थान के बाड़मेर जिले के दूल्हे संजय सिंह को अटारी बॉर्डर से वापस लौटना पड़ा. बीएसएफ ने उन्हें बरात सहित वापस भेज दिया. संजय सिंह की 30 अप्रैल को पाकिस्तान के सिंध राज्य के अमरकोट जिले की रहने वाली केसर कंवर से शादी होने वाली थी. अटारी बॉर्डर पर सेहरा बांधे और शेरवानी पहने दुल्हा बरात लेकर पहुंचा, तो उन्हें देख हर कोई हैरान रह गया.
दरअसल ये बरात कहीं और नहीं बल्कि पाकिस्तान जा रही थी, बॉर्डर पर जैसे ही बरात पहुंची तो बीएसएफ अधिकारियों ने उन्हें रोक दिया और आगे जाने से साफ मना कर दिया. क्योंकि न दूल्हे और न ही बरातियों के पास पाकिस्तान की नागरिकता थी. इस वजह से पाकिस्तान में अपनी दुल्हन को लेने जा रहे एक दुल्हे को बिना दुल्हनिया ब्याहे ही खाली हाथ बॉर्डर से लौटना पड़ा.
दूल्हे ने भारत सरकार से पाकिस्तान भेजे जाने की अपील
संजय सिंह ने कहा कि उन्हें लंबे इंतजार के बाद मुश्किल से वीजा मिला था, अब उसकी शादी तय हुई, तो उन्हें जाने नहीं दिया जा रहा है. उसने कहा कि पाकिस्तान में उसकी पत्नी केसर कंवर के घर पर भी शादी की सारी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं. वहां लोग उनका इंतजार कर रहे हैं. उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. उन्होंने अपील की है कि भारत सरकार उन्हें पाकिस्तान जाने की इजाजत दे.