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भारत के इतिहास में अकेले टोक्यो पेरालंपिक में 5 स्वर्ण जीते : छोटे कद के कृष्णा की स्वर्णिम सफलता : आई.ए.एस.अधिकारी सुहास की चांदी
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जापान (धर्मेश यशलहा...) भारत को रियो पेरालंपिक 2016 में जितने पदक 2 स्वर्ण सहित चार पदक मिले, इस बार टोक्यो पेरालंपिक में इतने पदक तो अकेले बैडमिंटन में हासिल हो गये, 27 वें पेरालंपिक के आखिरी दिन 5 सितम्बर 2021 को भारत को बैडमिंटन में एक स्वर्ण और एक रजत पदक मिला, 22 वर्षीय कृष्णा नागर ने पुरुष एकल एस एच 6 के फाइनल में हांगकांग के मान कई चु को 43 मिनट के जोरदार संघर्ष में 21-17,16-21,21-17 से हरा दिया, मात्र 4 फुट 5 इंच कद के कृष्णा ने पहली बार किसी बडी स्पर्धा का स्वर्ण पदक अर्जित किया है, विश्व नंबर दो कृष्णा को विश्व पेरा बैडमिंटन स्पर्धा 2019 में कांस्य पदक मिला था. कृष्णा पहले गेम में 10-11 और दूसरे गेम में 7-11 से पीछे हुए, तीसरे गेम में कृष्णा ने शुरूआत से बढत बनाई और 5-1,7-2,7-6,11-7 के साथ 13-8 से आगे हुए, इसके बाद कृष्णा ने लगातार नकारात्मक अंक दिये,स्कोर 13-12,14-14 और 17-16 हो गया, 20-16 के बाद कृष्णा ने एक अंक गंवाया और स्वर्ण जीत लिया, आज का दिन बैडमिंटन के नाम रहा, आई.ए.एस.अधिकारी सुहास लालिनकेरे यतिराज (एलवाई)ने अपेक्षा के विपरीत जबर्दस्त खेल दिखाया, पुरुष एकल के एस एल 4 फाइनल में विश्व नंबर एक फ्रांस के लुकास मजुर ने 38 वर्षीय सुहास को 1घंटे 2 मिनट में 15-21,21-17,21-15 से हराया, विश्व नंबर तीन सुहास को चांदी का तमगा मिला, सुहास समूह लीग मे लुकास से 15-21,17-21 से दो गेम में ही हार गये थे. इस बार पहला गेम 20 मिनट मे 21-15 से जीतने के बाद सुहास ने दूसरे गेम में 14-12 की बढत बनाई, फिर 16-15 से आगे होकर लुकास 23 मिनट में जीते, तीसरे और निर्णायक गेम में भी सुहास 6-3, 8-6 से और 11-10 से आगे हुए, सुहास ने 9-9 के बाद 12-12 तक भी कडा संघर्ष किया. इसी एस एल 4 में कांस्य पदक के मुकाबले में विश्व नंबर दो तरुण ढिल्लन, इंडोनेशिया के फ्रेडी सेतियवान से 17-21,11-21 से 32 मिनट में हार गये, समूह लीग में भी तरुण , सेतियवान से ही 19-21,9-21 से 3 सितम्बर को ही हारे थे.
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प्रमोद और पलक ने कडा संघर्ष किया : प्रमोद भगत दूसरे पदक से निकटता से चूक गये, एस एल पुरुष एकल में 4 सितम्बर को भारत को पहला बैडमिंटन पदक स्वर्ण दिलाने वाले प्रमोद भगत और पलक कोहली मिश्रित युगल एस एल 3-एस यु5 में कांस्य पदक के लिये मुकाबले में जापान के दैसुके फुकिहारा और अकिको सुगिना से 35 मिनट में 21-23,19-21 से हार गये, दूसरे गेम में भारतीय जोडी ने 3-3,8-8,10-10 की बराबरी, 10-11 और 13-15 के बाद भी कडा संघर्ष किया, 19 वर्षीय पलक कोहली महिला एकल एस यु 5 में क्वार्टर फाइनल तक खेली है, 31 वर्षीय मनोज सरकार ने कांस्य पदक जीता है, बैडमिंटन में 7 में से 6 खिलाड़ियों ने बेहतर खेल दिखाया हैं, जिससे भारत के मुख्य पेरा बैडमिंटन प्रशिक्षक गौरव खन्ना बहुत खुश है,
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भारत को 24 वाँ स्थान पदक तालिका में : चीन अव्वल : रियो पेरालंपिक में भारत के 19 खिलाड़ियों के दल ने हिस्सा लिया था ,और इस बार अकेले टोक्यो पेरालंपिक 2020 में 19 पदक मिले है, 1968 में पहली बार पेरालंपिक में शामिल होने से रियो 2016 तक भारत को पेरालंपिक में कुल 4 स्वर्ण सहित 12 पदक ही मिले थे, 53 सालों के इतिहास में अकेले टोक्यो पेरालंपिक में भारत ने 5 स्वर्ण जीत लिए, टोक्यो पेरालंपिक पदक तालिका में भारत 5 स्वर्ण और 8 रजत सहित 19 पदक के साथ 24 वें स्थान पर रहा, जो अब तक का सर्वश्रेष्ठ है, चीन 96 स्वर्ण, 60 रजत सहित 207 पदक लेकर अव्वल आया, ब्रिटेन 41 स्वर्ग और 38 रजत सहित 124 पदक लेकर दूसरे एवं अमेरिका 37 स्वर्ग और 36 रजत सहित 104 पदक लेकर तीसरे स्थान पर रहा, रुस (रुस पेरा समिति) ने 85 स्वर्ण और 33 रजत के साथ कुल 118 पदक हासिल किये एवं चौथा स्थान पाया, नीदरलैंड्स ने 25 स्वर्ण और 17 रजत सहित 59 पदक एवं यूक्रेन ने 24 स्वर्ण और 47 रजत सहित 98 पदक हासिल किये, आयोजक जापान 13 स्वर्ण और 15 रजत सहित 51 पदक जीतकर पदक तालिका में 11 वें स्थान पर रहा.