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स्कूल फीस जमा न करने पर 34 बच्चों पर जुल्म : लौटे बच्चों को बुरे हाल में पाया
Paliwalwani
भुवनेश्वर : शहर के भुवनेश्वर एपीजे स्कूल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO), उप-प्राचार्य और प्रशासनिक प्रबंधक पर छात्रों को पांच घंटे तक एक कमरे में बंद करने का आरोप है। दरअसल, पूरा मामला ट्यूशन फीस को लेकर है। इन छात्रों के मां-पिता ने स्कूल फीस जमा नहीं की थी। जिसके बाद स्कूल प्रबंधन ने क्रूरता अपनाते हुए 34 छात्रों को स्कूल की लाइब्रेरी में पांच घंटे तक बंद रखा। पुलिस ने मामले में मुकदमा दर्ज कर लिया है। पुलिस के पास दर्ज शिकायत के मुताबिक, एक कमरे में बंद होने वाले छात्र कक्षा 3 से कक्षा 9 में पढ़ते हैं।
भुवनेश्वर पुलिस ने स्कूल के अधिकारियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 342 और 34 और किशोर न्याय अधिनियम की धारा 75 के तहत मामला दर्ज किया है। पैरेंट्स ने आरोप लगाया है कि 34 छात्रों को पांच घंटे तक पुस्तकालय के अंदर बंद कर रखा गया था। पुलिस के समक्ष अपनी शिकायत में, कक्षा 3 और 9 के बीच के स्कूल के 34 छात्रों के माता-पिता ने आरोप लगाया कि उनके बच्चों को उनके संबंधित कक्षा के शिक्षकों द्वारा सुबह 9.30 से 2.30 बजे के बीच एक कमरे में बंद किया गया था।
स्कूल से लौटे बच्चों को बुरे हाल में पाया
एक माता-पिता, जिनका बेटा एपीजे स्कूल में कक्षा 5 में पढ़ता है, ने कहा कि सोमवार दोपहर जब वह स्कूल से वापस आया तो उसका बेटा उदास लग रहा था। पैरेंट्स के मुताबिक, “जब मैंने उससे इसके बारे में पूछा, तो उसने कहा कि उसके स्कूल के शिक्षकों ने उसे और स्कूल के 33 अन्य छात्रों को परीक्षा लिखने के बाद एक कमरे में भेज दिया। कमरे का पंखा भी बंद था। मैं स्कूल से सिर्फ 100 मीटर दूर रहता हूं। वे मुझे फोन पर बता सकते थे। हालांकि मैंने शाम को फीस का भुगतान किया, लेकिन मैं अपने बेटे के साथ हुए दुर्व्यवहार से क्षुब्ध हूं, क्योंकि यह एक आपराधिक मामला है।”