नाथद्वारा
नाथद्वारा में शिव प्रतिमा “विश्वास स्वरूपम’ का लोकार्पण महोत्सव 29 अक्टूबर से
नरेन्द्र पालीवाल, देवकिशन पालीवाल-
नाथद्वारा में शिव प्रतिमा “विश्वास स्वरूपम’ का लोकार्पण महोत्सव 29 अक्टूबर से
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डिजाइन का विंड टनल टेस्ट (ऊंचाई पर हवा) आस्ट्रेलिया में
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विश्व की सबसे ऊंची 369 फ़ीट की शिव प्रतिमा बनी है
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भक्ति और भाव का होगा समागम, मुरारी बापू की रामकथा श्रवण से धन्य होंगे भक्त
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श्रीनाथजी की नगरी नाथद्वारा में 29 अक्टूबर से 6 नवम्बर 2022 तक होगा आयोजन
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ऋषिकेश के बाद दूसरी सबसे बड़ी बंजी जम्पिंग होगी
नाथद्वारा : (नरेन्द्र पालीवाल, देवकिशन पालीवाल...) राजस्थान का कण कण अपने शौर्य, बलिदान,भक्ति के साथ ही आध्यात्मिक एवं सांस्कृतिक विरासत के कारण देश विदेश के लोगों को बरबस ही आकर्षित करता है. कुछ ऐसा ही एक ओर नया अध्याय विश्व पटल पर अपना इतिहास लिखने जा रहा है. राजस्थान के राजसमंद जिले के नाथद्वारा में श्रीनाथ जी की पावन धरा पर 369 फ़ीट की विश्व की सबसे ऊंची शिव प्रतिमा “विश्वास स्वरूपम“ का लोकार्पण महोत्सव दिनांक 29 अक्टूबर से 6 नवम्बर 2022 तक आयोजित किया जा रहा है.
संत कृपा सनातन संस्थान के ट्रस्टी श्री मदन पालीवाल ने पालीवाल वाणी को बताया कि महादेव के इस महा महोत्सव में 9 दिन तक धार्मिक, आध्यात्मिक, सांस्कृतिक आयोजनों की धूम रहेगी. मुरारी बापू की 9 दिवसीय रामकथा इस महोत्सव को चार चांद लगाएगी ओर इसके साक्षी बनेंगे देश दुनियां से आये लाखों श्रोता. मुरारी बापू की रामकथा, इस लोकार्पण महोत्सव में सोने पर सुहागा की तरह होगी. श्री मदन पालीवाल ने वर्षो पूर्व श्रीजी की नगरी में भगवान शिव की अल्लड़ मुद्रा में विश्व की सबसे बड़ी शिव मूर्ति बनवाने का ड्रीम प्रोजेक्ट तैयार किया था यह अब तैयार हो कर अपनी पूर्णता ले चुका है.
श्रीजी की नगरी में स्थापित भगवान शिव की यह अद्भुत प्रतिमा लोगों के आकर्षण के साथ ही देश और राजस्थान के पर्यटन में एक नया आयाम स्थापित करेगी. नाथद्वारा की गणेश् टेकरी पर बनी 369 फीट की ऊँची यह प्रतिमा ड्रीम प्रोजेक्ट का हिस्सा रही हैं. 51 बीघा की पहाडी पर बनी इस प्रतिमा में भगवान शिव ध्यान एवं अल्लड़ की मुद्रा में विराजित है, जो 20 किलोमीटर दूर से ही नजर आने लग जाते हैं. रात्रि में भी यह प्रतिमा स्पष्ट रूप से दिखाई दे, इसके लिए विशेष लाइट्स से इसकी विधुत सज्जा की गई हैं. दिनांक 29 अक्टूबर से 6 नवम्बर तक नाथद्वारा में आयोजित होने वाले इस महोत्सव में मुरारी बापू के प्रवचनों के साथ ही आस्था, संस्कृति, संगीत और कला का महासंगम होगा.
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डेढ़ लाख स्क्वायर फिट का पांडाल
संत कृपा सनातन संस्थान के ट्रस्टी श्री मदन पालीवाल ने पालीवाल वाणी को बताया कि संत कृपा सनातन संस्थान की ओर से आयोजित इस महोत्सव का नजारा महाकुंभ से कम नहीं होगा. श्रीनाथ जी की पावन धरा पर श्रद्धालुओं का एक जन ज्वार सा आएगा, ऐसे में तैयारियां जोरों पर चल रही है. आयोजन के लिए करीब डेढ़ लाख स्क्वायर फिट का पांडाल लग रहा है और करीब 2 लाख स्क्वायर फिट में भोजनशाला का पांडाल लगाया गया है. जर्मन तकनीक से यह पांडाल बनाये जा रहे है. जिसमें श्रोता कथा श्रवण ओर भोजन प्रसाद ला आनंद उठाएंगे.
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रोशनी से दमकेगा नाथद्वारा शहर
संत कृपा सनातन संस्थान के ट्रस्टी श्री मदन पालीवाल ने पालीवाल वाणी को बताया कि पूरा नगर रोशनी से नहाने के लिए तैयार हो रहा है. दीपावली महोत्सव से ही विद्युत सज्जा और नगर का निखरा हुआ नज़ारा दिखने लगेगा. इस भव्य आयोजन को लेकर आम नागरिकों में बहुत उत्साह देखने को मिल रहा है और प्रतिदिनन करीब 50 से 60 हजार श्रद्धालु मुरारी बापू को सुनने के लिये एकत्रित होंगे. बापू के व्यासपीठ का नज़ारा भी आकर्षण का केन्द्र रहेगा.
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प्रतिदिन एक लाख लोगों का भोजन प्रसाद
संत कृपा सनातन संस्थान के ट्रस्टी श्री मदन पालीवाल ने पालीवाल वाणी को बताया कि भोजनशाला की तैयारियों को देखते हुए समझा जा सकता है कि प्रतिदिन यहाँ लाख लोग भोजन प्रसाद लेंगे. सर्विस काउण्टर तक सामग्री पहुंचाने के लिये यहाँ ओवरहेड कनवेयर तकनीक का सहारा लिया जा रहा हैं, जो कि अपने आप में अद्भूत हैं. आयोजन का हिस्सा बनने वाले लोगों द्वारा होटल आदि की एडवांस बुकिंग करवाई जा रही है.
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एक नजर विश्वास स्वरूपं पर
संत कृपा सनातन संस्थान के ट्रस्टी श्री मदन पालीवाल ने पालीवाल वाणी को बताया कि विश्व की सबसे ऊंची शिव मूर्ति की अपनी एक अलग ही विशेषता है, 369 फ़ीट ऊंची यह प्रतिमा विश्व की अकेली प्रतिमा होगी. जिसमें लिफ्ट, सीढ़ियां, श्रद्धालुओं के लिए हॉल बनाया गया है. प्रतिमा के अंदर सबसे ऊपरी हिस्से में जाने के लिए 4 लिफ्ट और तीन सीढ़ियां बनी हैं. प्रतिमा के निर्माण में 10 वर्षों का समय और 3000 टन स्टील और लोहा, 2.5 लाख क्यूबिक टन कंक्रीट और रेत का इस्तेमाल हुआ है.
प्रतिमा का निर्माण 250 वर्षों की स्थिरता को ध्यानगत रखते हए किया गया है. 250 किमी रफ्तार से चलने वाली हवाएं भी मूर्ति को प्रभावित नहीं करेगी. इस प्रतिमा की डिजाइन का विंड टनल टेस्ट (ऊंचाई पर हवा) आस्ट्रेलिया में हुआ है. बरसात और धूप से बचाने के लिए इस पर जिंक की कोटिंग कर कॉपर कलर किया गया, प्रतिमा को तत पदम् संस्थान ने बनवाया है.
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खेल और मनोरंजन
संत कृपा सनातन संस्थान के ट्रस्टी श्री मदन पालीवाल ने पालीवाल वाणी को बताया कि प्रतिमा स्थल पर पर्यटकों की सुविधाओं ओर मनोरंजन के लिये बंजी जम्पिंग का निर्माण किया गया है. यह ऋषिकेश के बाद दूसरी सबसे बड़ी बंजी जम्पिंग होगी, जिसका लुफ्त उठाने के लिए देश विदेश के पर्यटक यहां आएंगे. साथ ही फुटकोर्ट, गेम जोन, जिप लाइन, गो कार्टिंग, एडवेंचर पार्क, जंगल कैफ़े का निर्माण भी किया गया है. जहाँ पर्यटक दिन भर यहां इसका लुफ़्त उठा सकेंगे.
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शिव स्तुति की महिमा दिखेंगी प्रतिमा पर
संत कृपा सनातन संस्थान के ट्रस्टी श्री मदन पालीवाल ने पालीवाल वाणी को बताया कि शिव प्रतिमा पर विशेष रूप से लाइट एन्ड साउंड के थ्री डी प्रयोग के द्वारा शिव स्तुति का प्रसारण होगा. पर्यटकों के लिए यह बहुत की आकर्षण का केंद्र होगा. इसमें बरकों कम्पनी के प्रोजेक्टर का प्रयोग किया गया है.
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सुरक्षा के मानक इंतजाम
संत कृपा सनातन संस्थान के ट्रस्टी श्री मदन पालीवाल ने पालीवाल वाणी को बताया कि विश्व की सबसे ऊंची शिव प्रतिमा के सुरक्षा मानकों का पूर्ण ध्यान रखा गया है. फायर सेफ़्टी की पूर्ण व्यवस्था की गई है, प्रतिमा के अंदर पानी के टैंक बनाये गए है.. साथ ही अग्नि शमन के साधनों की भरपूर उपलब्धता सुनिश्चित की गई है. पर्यटकों के लिए गोल्फ कार्ट की सुविधा भी उपलब्ध करवाई गई है साथ ही पर्याप्त सुरक्षाकर्मियों से परिसर सुरक्षित रहेगा.
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उदयपुर जिला मुख्यालय से 40 किमी दूर
संत कृपा सनातन संस्थान के ट्रस्टी श्री मदन पालीवाल ने पालीवाल वाणी को बताया कि देश विदेश से आने वाले पर्यटकों के लिए उदयपुर से महाराणा प्रताप अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से 40 किमी ओर उदयपुर शहर से 45 किमी दूर श्रीनाथ जी की नगरी नाथद्वारा में यह प्रतिमा स्थापित है. राजसमन्द जिला मुख्यालय से 15 किमी दूर यह प्रतिमा स्थित है.
शिव प्रतिमा विश्वास स्वरूपं के लोकार्पण की प्रेसवार्ता के दौरान प्रकाश पुरोहित, लक्ष्मण दीवान, मयंक पाठक, बलराम सिंह, नटवर भाई शाह, भास्कर जोशी, विनोद कुमावत सहित कई गणमान्य उपस्थित थे.