महाराष्ट्र
महाराष्ट्र में EVM जीत गई, जनता हार गई ?
paliwalwaniमहाराष्ट्र.
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजों ने एक बार फिर किसी बड़े षड्यंत्र की ओर इशारा किया है। महायुति के जो प्रत्याशी करारी हार की कगार पर थे, वो प्रचंड मतों से जीते हैं; वहीं महाविकास अघाडी के जिन प्रत्याशियों की जीत निश्चित थी, उन्हें हार का सामना करना पड़ा है। यह पहला चुनाव परिणाम है जिसे जीतने वाला और हारने वाला, दोनों अचंभित होकर देख रहा है।
तो क्या EVM में खेल हुआ है ?
???? महाराष्ट्र की 95 सीटों पर EVM में मतदान के दिन जितने वोट पड़े थे, काउंटिंग के दिन उनकी संख्या अलग पाई गई है।
???? काउंटिंग के समय 76 विधानसभा सीटों पर वोट कम पाये गये; वहीं 19 सीटों पर वोटों की संख्या कुल मतदान से अधिक पाई गई है।
???? कुल 288 सीटों में से 95 सीटों पर मतदान और मतगणना के बीच EVM में वोटों की संख्या का बदलना बड़े पैमाने पर EVM हैकिंग को प्रमाणित कर रहा है।
???? मतगणना के दिन कई EVM मशीनों की बैटरी 99% तक चार्ज पाई गई हैं। पूरे दिन मतदान होने के बाद भी मतगणना के दिन बैटरी का पूरा चार्ज पाया जाना बड़ी धाँधली की ओर इशारा कर रहा है।
???? महाराष्ट्र के एक बूथ पर 70% से अधिक कांग्रेस समर्थक मतदाता हैं, लेकिन EVM की मेहरबानी से यहाँ कांग्रेस को 0 वोट मिले हैं।
???? मतदाताओं ने साफ़ कहा है कि हमने कांग्रेस को वोट दिया है, लेकिन परिणामों में EVM ने कांग्रेस को 0 वोट दिया है। यह EVM की हेराफेरी का प्रमाण है।
???? राज ठाकरे की पार्टी के उम्मीदवार राजेश येरुनकर ने बताया कि मैं अपने विधानसभा क्षेत्र का स्थानीय निवासी हूँ। मेरे घर में 4 वोट है, और सभी ने मतदान भी किया है, लेकिन EVM ने मुझे सिर्फ 2 वोट दिए हैं।
???? मध्यप्रदेश से बीजेपी प्रत्याशी और वर्तमान वन मंत्री रामनिवास रावत ने उपचुनाव हारने के बाद EVM में गड़बड़ी का आरोप लगाया है।
???? शिवसेना के वरिष्ठ नेता सांसद संजय राउत ने कहा है कि उन्हें EVM में गड़बड़ी के संबंध में लगभग 450 शिकायतें मिली हैं।
???? महाराष्ट्र में ऐसे ही एक मामले में एक परिवार में 32 वोट हैं। उन सभी लोगों ने अपने घर के कैंडिडेट को वोट दिया है। फिर भी उसे जीरो वोट दिखाया है। ऐसा कैसे हो सकता है ?
???? महाराष्ट्र के नासिक में एक उम्मीदवार को केवल चार वोट मिले हैं, जबकि उसके परिवार के 65 वोट थे। EVM ने 65 वोट को 4 वोट में बदल दिया है।
???? अणुशक्ति विधानसभा में 17, 18, 19वें राउंड में अचानक 99% चार्ज ईवीएम खुलीं और भाजपा समर्थिक राकांपा (अजित पवार) उम्मीदवार ने बढ़त बना ली।
???? सभी 99% चार्ज बैटरियां BJP और उसके सहयोगियों को ही क्यों वोट देती हैं। जबकि सामान्य EVM में बीजेपी महायुति को नुक़सान होता है।
कुल मिलाकर मध्यप्रदेश और हरियाणा में EVM की जिस धांधली का अंदेशा सामने आया था, वो महाराष्ट्र चुनाव के बाद यक़ीन में बदल गया है। भारत में चुनाव आयोग और चुनाव प्रक्रिया दोनों ही संदेहास्पद हो चुके हैं। लोकतंत्र का मतलब अब जनता का वोट नहीं बचा, यह धनबल और गड़बड़ियों से कुचल दिया गया है।