मध्य प्रदेश
कैबिनेट मंत्री गोविंद सिंह राजपूत की खिलाफत करना पड़ा महंगा : राजकुमार सिंह धनौरा को 6 साल के लिए निकाला, आंखों में आंसू आ गए...
Paliwalwaniबुंदेलखंड : सुरखी विधानसभा क्षेत्र बना जंग का मैदान, कैबिनेट मंत्री गोविंद सिंह राजपूत की खिलाफत करना पड़ा महंगा: 30 सालों से पार्टी की सेवा कर रहे भारतीय जनता पार्टी किसान मोर्चा सागर के जिला अध्यक्ष राजकुमार सिंह धनौरा को 6 साल के लिए निकाला
मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी किसान मोर्चा सागर के जिलाध्यक्ष को पार्टी से 6 साल के लिए निकाल दिया गया है । धनौरा ने रोते हुए अपना दुखड़ा सुनाया, उन्होंने कहा, 30 सालों से पार्टी में रहकर काम करता रहा और आज एक कीड़े की तरह से मुझे निकाल दिया गया है। धनौरा सुरखी विधानसभा क्षेत्र से टिकट की मांग कर रहे थे। इस सीट से केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के करीबी गोविंद राजपूत के लड़ने की तैयारी चल रही है।
धनौरा को जब पार्टी से निकाला गया तो उनकी आंखों में आंसू आ गए थे। वह भावुक हो गए और रोते हुए बोले सुरखी विधानसभा में पुराने बीजेपी कार्यकर्ताओं को झूठे आरोप लगाकर उनके ऊपर गलत प्रकरण दर्ज करवाए जा रहे हैं। उन्होंने इस दौरान कांग्रेस से बीजेपी में शामिल होने वाले नए कार्यकर्ताओं और नेताओं पर हमला भी बोला।
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कांग्रेस से आए नेताओं को सम्मान कार्यकर्ताओं की उपेक्षा
बीजेपी नेता धनौरा ने आगे कहा कि मंत्री गोविंद सिंह के साथ दहेज में आए कांग्रेसी नेताओं को सम्मानित किया जा रहा है जबकि बीजेपी के पुराने कार्यकर्ताओं को उपेक्षित किया जा रहा है। आपको बता दें कि धनौरा बीजेपी के कद्दावर मंत्री भूपेंद्र सिंह के रिश्तेदार हैं, जबकि गोविंद सिंह राजपूत उन 22 कांग्रेस विधायकों में शामिल हैं जो ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए हैं।
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1994 से पार्टी की सेवा कर रहा हूंः धनौरा
पार्टी से निकाले जाने के बाद धनौरा ने कहा कि मैं साल 1994 से भारतीय जनता पार्टी का कार्यकर्ता रहा हूं। मैं अपने परिवार के साथ जनसंघ के समय से बीजेपी से जुड़ा हूं। सोशल मीडिया पर सुरखी विधानसभा क्षेत्र की जनता ने मेरे लिए क्षेत्रीय प्रत्याशी के तौर पर समर्थन किया है। अब पार्टी ने मुझे 6 सालों के लिए निष्कासित कर दिया, ये कितना उचित है? उन्होंने कहा सुरखी क्षेत्र की जनता के हालात को लेकर मैं उनकी आवाज बनना चाह रहा था।