इंदौर
सर्व ब्राह्मण समाज के तत्वावधान में परशुराम शोभायात्रा के लिए घर-घर आमंत्रण : कल निकलेगी भव्य शोभायात्रा : जगह-जगह होगा भव्य स्वागत
अनिल बागोरा-पुलकित पुरोहित
अनिल बागोरा-पुलकित पुरोहित
● 2000 ब्राह्मण परिवारों से 200-200 रूपये का सहयोग लेकर उन्हें शोभायात्रा का आयोजन बनाया गया.
● 500 महिलाएं एक जैसी साड़ी में शामिल होंगी.
● सर्व ब्राह्मण समाज के तत्वावधान में शोभायात्रा का संयोजन नर्मदिय ब्राह्मण समाज करेगा.
● परंपरागत परशुराम शोभायात्रा के आयोजन का 25 वा वर्ष.
इंदौर. परंपरागत परशुराम शोभायात्रा के लिए ब्राह्मण समाज में अभूतपूर्व उत्साह है, आयोजन का 25 वां वर्ष होने के कारण सर्व ब्राह्मण युवा परिषद की टीम घर-घर निमंत्रण पत्र और पीले चावल बांटने का कार्य अंतिम दिन भी जारी रहा.
ब्राह्मण समाज में युवाओं का उत्साह चरम पर पहुंच गया है, वहीं मातृशक्ति भी टीम बनाकर अपने-अपने मोहल्ले में ब्राह्मण परिवार से संपर्क कर आयोजन हेतु पीले चावल देकर आयोजन को सफल बनाने की अपील की. इस बार गत वर्ष से ज्यादा बड़ी संख्या में मातृशक्ति को जोड़ने का संकल्प लिया था, जिसमें आयोजक सफल रहें.
बाल स्वरूप प्रतिमा का चित्रण
सर्व ब्राह्मण युवा परिषद के संस्थापक विकास अवस्थी, समन्वयक कन्नू मिश्रा एवं पालीवाल समाज के युवा नेता विशाल पालीवाल ने पालीवाल वाणी को बताया कि कल अक्षय तृतीया 30 अप्रैल 2025 को शाम 6ः00 बजे बड़ा गणपति चौराहा इंदौर से भगवान परशुराम की शोभायात्रा शुरू होगी. शोभायात्रा में एक झांकी समरसता पर बनाई गई हैं, एक झांकी लव जिहाद के खिलाफ जागरूकता के लिए बनाई गई है. एक भव्य झांकी रहेगी, जिस पर परशुराम जी की आदमकद प्रतिमा रहेगी और बाल स्वरूप प्रतिमा का भी चित्रण किया गया हैं.
शोभायात्रा में घोड़े बग्गी ऊंट और महिलाओं का अखाड़ा
गन्नू महाराज, भावेश सोनी, विशाल चतुर्वेदी की भजन मंडली रहेगी. एक रथ पर भगवान परशुराम की 4 फीट ऊंची अष्टधातु की प्रतिमा रहेगी, रास्ते भर भगवान का पूजन होगा. शोभायात्रा में घोड़े बग्गी ऊंट और महिलाओं का अखाड़ा भी शामिल रहेगा. राजबाड़ा पर शोभायात्रा का समापन महाआरती से होगा.
एक जैसा आर्थिक सहयोग पारदर्शी पूर्ण तरीके से लिया
योगेश मिश्रा, लालजी तिवारी ने पालीवाल वाणी को आगे बताया कि इंदौर से निकलने वाली परंपरागत परशुराम शोभायात्रा को युवा परिषद ने ब्राह्मण एकता का माध्यम बनाया, अनेक प्रकल्प और अभियान चलाकर सर्व ब्राह्मण समाज को जोड़ा हैं. देश की एकमात्र ऐसी शोभायात्रा होगी. जिसमें 2000 लोगों का एक जैसा आर्थिक सहयोग पारदर्शी पूर्ण तरीके से लिया जाता हैं.
ना भाषण ना ही भोजन भंडारा सिर्फ जय परशुराम जी का जयघोष की गूंज
शोभायात्रा के शुभारंभ और समापन पर किसी प्रकार की भाषण नहीं होता है ना ही भोजन भंडारे का आयोजन किया जाता हैं. शोभायात्रा का उद्देश्य शुरू से भगवान परशुराम के प्रति आस्था और ब्राह्मण एकता का प्रकटीकरण करना रहता हैं. समाज का हर वर्ग यात्रा से जुड़े यात्रा समाज की कहलाए इसलिए हर वर्ष सार्वजनिक जीवन जीने वाले किसी एक व्यक्ति को शोभायात्रा संयोजक बनाया जाता था.
एक नई व्यवस्था की शुरूवात
इस वर्ष से एक नई व्यवस्था शुरू की गई हैं, हर वर्ष ब्राह्मण समाज के अलग-अलग वर्गों को शोभायात्रा का संयोजन दिया जाएगा. इस वर्ष का संयोजन नर्मदिय ब्राह्मण समाज को दिया गया हैं.
अंकित त्रिवेदी, प्रमोद दुबे, अभय तिवारी, केतन तिवारी, लोकेश शर्मा, संजय तिवारी, विशाल पालीवाल के नेतृत्व में घर-घर संपर्क अभियान चलाया गया जो सफलता की ओर अग्रसर हैं.