इंदौर

बढ़ती तपन का असर पशु-पक्षियों के साथ इंसानों पर भी नजर आने लगा, अस्पतालों में बढऩे लगे मरीज

sunil paliwal-Anil Bagora
बढ़ती तपन का असर पशु-पक्षियों के साथ इंसानों पर भी नजर आने लगा, अस्पतालों में बढऩे लगे मरीज
बढ़ती तपन का असर पशु-पक्षियों के साथ इंसानों पर भी नजर आने लगा, अस्पतालों में बढऩे लगे मरीज

पारा 41 के पार पहुंचा, अब भी बच्चे दो से तीन बजे स्कूल से लौटने को मजबूर

sunil paliwal-Anil Bagora

इंदौर. बढ़ती तपन (increasing heat) का असर पशु-पक्षियों (animals and birds) के साथ इंसानों पर भी नजर आने लगा है. कल कालिंदीकुंज (Kalindi Kunj) में पांच मोर (peacocks) गर्मी की मार के चलते पेड़ों पर बैठे-बैठे ही जमीन पर औंधे मुंह गिरे और काल के गाल में समा गए.

ऐसे में स्कूलों का समय कम करने की मांग उठने लगी है. इस बार अप्रैल माह में ही सूरज की तपन 41 डिग्री के पार पहुंच चुकी है. आसपास के जिलों के कलेक्टर ने बच्चों के स्कूल समय में परिवर्तन कर दिया है, लेकिन इंदौर के स्कूलों के बच्चे अब भी दो से तीन बजे तक की तपती धूप में घर लौट रहे हैं.

अप्रैल माह के साथ ही नया शिक्षा सत्र शुरू हो चुका है. इसके साथ ही सूरज की तपन इतनी तेज हो गई है कि सुबह दस बजे से ही लपटों का अहसास होने लगता है. ऐसे में स्कूलों की छुट्टी का समय परिवर्तित नहीं किए जाने के कारण बच्चे तपती धूप में घर लौट रहे हैं. सुबह साढ़े सात बजे से संचालित होने वाले अधिकांश स्कूलों में छुट्टी का समय दो से तीन बजे के बीच का है, जिसके कारण बच्चे तपती धूप की मार सहने को मजबूर हैं.

इस मामले में कलेक्टर आशीषसिंह का कहना है कि अभी इंदौर में इतनी गर्मी शुरू नहीं हुई है. मौसम विशेषज्ञों से विचार-विमर्श कर स्कूलों के छूटने के समय में परिवर्तन करेंगे. इंदौर जिले के मासूमों का कलेक्टर से सवाल है कि आखिर हमें कब इस तपन से मुक्ति दिलाई जाएगी.

अस्पतालों में बढऩे लगे मरीज

स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार तपन के चलते लू लगने और हीट स्ट्रोक होने के मामले सामने आने लगे हैं. हालांकि अभी इसकी संख्या बहुत अधिक नहीं है. स्वास्थ्य विभाग ने भी हाल ही में एडवाइजरी जारी कर धूप से बचाव की बात कही है.

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा. बीएस सैत्या ने नागरिकों से अपील की है कि लू, तापघात से बचने के लिए खूब पानी पिएं, खाली पेट न रहें, शराब, चाय-कॉफी के अधिक सेवन से बचें. ठंडे पानी से नहाएं व धूप में निकलते समय सर ढंके और हलके रंग के ढीले व पूरी बांह के कपड़े पहनें. बच्चों को बंद वाहनों में अकेला न छोडऩे की भी समझाइश दी गई है.

गर्मी अभी से बढऩे लगी… शिक्षा विभाग ने ग्रीष्मकालीन अवकाश 1 मई से घोषित किया

गर्मी इस बार अप्रैल माह से पडऩे लगी है, लेकिन स्कूली शिक्षा विभाग ने विद्यार्थियों का इस बार ग्रीष्मकालीन अवकाश 1 मई 2025 से शुरू किया है, जो 46 दिन का रहेगा. यानी ग्रीष्मकालीन अवकाश के लिए विद्यार्थियों को अप्रैल माह में भी अभी 20 दिन और शालाओं में जाना होगा.

वहीं शिक्षकों का 15 दिन पहले ही अवकाश खत्म किया गया है. इंदौर शहर में अभी से तापमान 41 डिग्री पार हो रहा है, ऐसे में स्कूली बच्चों को दोपहर के समय घर से स्कूल या स्कूल से घर आने के लिए परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. तापमान इतना ज्यादा है कि बच्चे भी असहज महसूस कर रहे हैं, लेकिन स्कूल शिक्षा विभाग की ओर से विद्यार्थियों के लिए 1 मई से 15 जून 2025 तक ग्रीष्मकालीन अवकाश के आदेश जारी हो गए हैं, यानी अब अप्रैल के 20 दिन स्कूल और लगेंगे. वहीं शिक्षकों के लिए 1 जून से पुन: स्कूल शुरू हो जाएंगे.

हालांकि शिक्षक नेता भगवतीप्रसाद पंडित और हरीश बोयत का कहना है कि 1 जून के दौरान गर्मी अपने पूरे जोर पर रहती है, इसलिए सरकार को इस मामले में शिक्षकों की ओर नरम रवैया रखना चाहिए और ग्रीष्मकालीन अवकाश को दो सप्ताह बढ़ाना चाहिए.

whatsapp share facebook share twitter share telegram share linkedin share
Related News
Latest News
Trending News