इंदौर
चोइथराम इंटरनेशनल फाउंडेशन के लंदन स्थित विदेशी ट्रस्ट में हड़कंप
sunil paliwal-Anil Bagora
इंदौर स्थित ट्रस्ट के हक के पैसों को विदेशों में छुपाने के आरोपों के बीच 3 ट्रस्टियों ने एक साथ दिया इस्तीफा
इंदौर. चोइथराम इंटरनेशनल फाउंडेशन (सीआईएफ) (जो कि इंदौर स्थित चोइथराम चैरिटेबल ट्रस्ट और टी चोइथराम फाउंडेशन की मातृ संस्था है) ने इंदौर स्थित ट्रस्ट को उसके हक से वंचित करने के लिए विदेशों में ग्रीन क्लिफ नामक फाउंडेशन बनाई और इंदौर स्थित ट्रस्ट का पैसा चोइथराम इंटरनेशनल फाउंडेशन के ट्रस्टी (लेखराज पागारानी, किशोर पागारानी और किशोर थनवानी ) ने विदेशी ट्रस्ट में ट्रांसफर कर दिया। जिसका ट्रस्टी चोइथराम इंटरनेशनल फाउंडेशन के मुख्य ट्रस्टियों के बच्चों का बना दिया ताकि इंदौर के हक का पैसा देश में ना आकर विदेशों में है निवेश किया जा सके।
चोइथराम इंटरनेशनल फाउंडेशन के 3 मुख्य ट्रस्टियों के 7 बच्चे शामिल हैं जो कि इस प्रकार हैं -
ग्रीन क्लिफ फाउंडेशन के ट्रस्टी/डायरेक्टर्स
1. लयूक पगारानी S/O लेखराज पगारानी
2. दविंदर पगारानी- S/O लेखराज पगारानी
3. चांदनी पगारानी - D/O S/O लेखराज
4. पगारानी नताशा पगारानी D/O S/O लेखराज पगारानी
5. दिनेश पागारनी S/O किशोर पगारानी
6. मनोज थनवानी S/O रमेश थनवानी
7. विजय थनवानी S/O रमेश थनवानी
इंदौर स्थित ट्रस्ट ने इन गतिविधियों को इंदौर और दिल्ली स्थित ट्रस्ट ने मजबूती से उठाया। इसके साथ ही इन अदालतों में करवाई जारी है।
हाल ही में विदेशी चोइथराम इंटरनेशनल फाउंडेशन के मुख्य ट्रस्टी ने इंदौर स्थित ट्रस्ट को अधिकारिक रूप से ईमेल के माध्यम से उनके हक कीराशि देने से मना कर दिया था।
जिसका विरोध करते हुए इंदौर स्थित ट्रस्ट के मुख्य ट्रस्टी सतीश पी मोतीयानि ने कोर्ट में साक्ष्य प्रस्तुत किए । इन साक्ष्यों को देखते हुए मुख्य ट्रस्टी लेखराज पागरानी के वारिसों को छोड़कर अन्य ट्रस्टियों के बच्चों के दूरी बना ली है।
जब इस मुद्दे को इंदौर ट्रस्ट ने भारतीय अदालतों और लंदन की अदालतों में उठाया तो कानूनी करवाई से घबराते हुए ग्रीन क्लिफ फाउंडेशन के 3 ट्रस्टियों ने इस्तीफा दे दिया है।
लंदन स्थित ट्रस्टियों के इस कदम से इंदौर ट्रस्ट के दावे को और बल मिला है और ये फंड इंदौर आने की गति और तेज हो सकेगी।