इंदौर
पालीवाल समाज के नाम एक मार्मिक अपील : गंभीर विषय पर मंथन जरूर करना चाहिए
paliwalwani.com
इंदौर : राष्ट्रीय सर्व ब्राह्मण समाज की प्रदेश महामंत्री एवं संयोजक प्रवाह फाऊंडेशन इंदौर अनिता जोशी एवं राष्ट्रीय सर्व ब्राह्मण समाज के प्रदेश प्रवक्ता श्री प्रहलाद जोशी ने पालीवाल वाणी को जानकारी देते हुए बताया कि समाज अध्यक्ष, सचिव एवं प्रबंधकार्यकारिणी सदस्यों के साथ विभिन्न संगठनों और समाज की मीडिया टीम से अपील करते हुए कहा कि इस समय विश्व के साथ-साथ भारत देश सहित मध्यप्रदेश एवं इंदौर में वैश्विक महामारी कोविड-19 कोरोना संक्रमण बीमारी भयावह रूप धारण कर चुकी हैं, ऐसे में हम सभी को सामाजिक और बुनियादी सुविधाओं के प्रति सतर्क रहकर ठोस निर्णय लेने की जरूरत हैं. आज आप सबसे एक विचारणीय निवेदन है कि विगत कुछ दिनो मे समाज के कूछ परिजनों की कोविड-19 महामारी की चपेट मे आने की वज़ह् से हुईं अनहोनी एवं अपूरणीय सामाजिक क्षति को देखते हूऐ आपको कुछ साहसिक निर्णय लेने पर तत्काल विचार करना चाहिए. हमारा समाज इतना साधन संपन्न होते हुए भी हमारे समाजजन इस महामारी के कारण काल के गाल में समा रहे है और हम किस कर्त्तव्य विमुख होकर यहां वहां ताक रहे...हमारे सारे झांकी मंडप और फेंक फांक भी किसी काम की नही. यदि हम किसी की जान बचाने के लिए कुछ न कर पा रहे तो...आपसे एक छोटी सी गुजारिश के साथ प्रार्थना है कि हमारे पास जो भी दान, चंदा हो मंदिर में या और कोई समाज मे सक्रिय संस्थाओ या जन सहयोग से ही सही उसे इस महामारी के उपयोग में आने वाले कूछ अति आवश्यक उपकरण जैसें की ऑक्सीजन, कोन्सेंटेटर, ओक्सिजन सिलेंडर मशीन, पल्स ओक्सिमीटर, मास्क खरीदे जाए और जो कोविड संक्रमित मरीजों के लिए जो भी जरूरी आवश्यक उपकरण उपयोग में आ रहे है, उसे पालीवाल समाज को उपलब्ध कराकर मानवता का परिचय देना चाहिए. आज जरूरतमंद समाज सदस्य समाज के जिम्मेदारों से बहुत बड़ी आशा रख रहे हैं. समाज में हर व्यक्ति साधन संपन्न नही हैं, पर हमारे समाज के लिए एक अमूल्य धरोहर है,,,और वो तकलीफ में है तो पूरा समाज बीमार और तकलीफ में हैं.
● माफ कीजियेगा : अगर दो वर्ष महाप्रसाद ना भी हो पाए तो मानव मात्र की सेवा तो हो ही जाएगी. आज समाज में बड़ी-बड़ी बाते करने वालों को जरूरत नही है, वरन तुरंत निर्णय लेकर सेवाकार्य करने की जरूरत हैं. कुछ अच्छा निर्णय लीजिए...समाज हित में... केविड-19 महामारी के चलते अपने ही लोगो की जान नही बचा पा रहे हम...ये बात मन को बड़ी व्यथित और दुखी कर रही हैं. चंदा, दान दक्षिणा सब होने के बाद भी हम हाथ पर हाथ बांधकर बैठे रहे तो अपनो की कमी हमें हमेशा जीवन भर कसोटती रहेगी.
● अच्छा सोचिए : कुछ अच्छा कदम...सोचिए और उठाइए...समाज को आप से आशा भरी उम्मीदें है...सभी का विश्वास बनाए रखिए...माना कि यह एक मुश्किल दौर है, अवश्य गुजर जाएगा...जरा मुस्कुराना सीखिए...दवा के रूप में यही काम आएगा....।
!! जय चारभुजा री...जय परशुराम जी...!!
● पालीवाल वाणी मीडिया नेटवर्क...✍️