इंदौर
देश में 30 साल बाद गृहयुद्ध की स्थिति बन सकती : कैलाश विजयवर्गीय
Anil Bagoraगृहयुद्ध की स्थिति, 30 साल बाद देश में बन सकती है...! : कैलाश विजयवर्गीय
इंदौर. मोहन सरकार में सीनियर मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने इंदौर में आयोजित एक कार्यक्रम में बड़ा बयान दिया है. जिससे प्रदेश की सियासत गर्माती नजर आ रही है. विजयवर्गीय ने सामाजिक समरसता के एक कार्यक्रम में कहा कि देश में 30 साल बाद गृहयुद्ध (civil war) की स्थिति बन सकती है. उनका यह बयान तब आया है जब वह हिंदू समाज और त्योहारों की चर्चा के दौरान अपनी बात रख रहे थे.
कैलाश विजयवर्गीय ने कहा ‘देश में 30 साल बाद में ग्रह युद्ध शुरू हो जाएगा. जिस प्रकार से हमारे देश की डेमोग्राफी बदल रही है उस पर हमें विचार करना चाहिए.’ हालांकि ये बात उन्होंने मिलिट्री के रिटायर ऑफिसर के साथ हुई बातचीत के संदर्भ में कही. विजयवर्गीय ने कहा ‘हिंदू शब्द कैसे मजबूत हो इसके लिए हम सभी को काम करना होगा. उन्होंने हिंदू त्योहारों का जिक्र करते हुए कहा कि दीपावली, राखी, भगवान परशुराम, महाराणा प्रताप यह सब हमारे ही हैं. देश के सभी त्योहार धर्म के त्योहार भी हैं, इसलिए अब हम सभी को हमारी सोच बदलनी होगी.’
मंत्री विजयवर्गीय ने इस दौरान एक और बड़ी बात कही. उन्होंने कहा ‘अंग्रेज तो हमारे देश से चले गए, लेकिन कुछ लोग ऐसे भी हैं जो आज भी अंग्रेजों का प्रतिनिधित्व करते हैं, उनका एक ही काम है फूट डालो और राज करो, वे बस इसी नीति पर काम करते हैं. क्योंकि उन्हें केवल कुर्सी से प्यार है और उन्हें कुर्सी ही चाहिए. कुछ लोग देश को जाति के आधार पर बांटना चाहते हैं, लेकिन हमें यह समझना होगा कि देश ताकतवर तभी बनेगा जब समाज ताकतर बनेगा, इसके लिए हमें जाति के बंधनों से दूर होना ही होगा.’
कैलाश विजवयर्गीय कार्यक्रम में लोगों से अपील की सभी को एकजुटता से काम करना है. हम सब देश के लिए राजनीति करते हैं, जब देश आगे बढ़ेगा तभी तो देश की 140 करोड़ जनता आगे बढ़ेगी. लेकिन कुछ लोग जाति के आधार पर हिंदू समाज को बांटना चाहते हैं.’ मंत्री विजयवर्गीय का बयान अब तेजी से सियासी गलियारों में चल रहा है.
हालांकि अब तक इस पर बीजेपी और दूसरी पार्टियों की तरफ से कोई रिएक्शन नहीं आया है. इससे पहले भी कैलाश विजयवर्गीय ने इशारों-इशारों में कांग्रेस नेताओं पर निशाना साधते हुए उनकी तुलना मच्छर और खटमल से कर दी थी. जिसके बाद बीजेपी और कांग्रेस के नेताओं में जमकर बयानबाजी हुई थी.