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यूक्रेन में फंसे सैकड़ों छात्र पहुंचे भारत, आते ही मोदी सरकार के लिए दे दिया बड़ा बयान, ज्योतिरादित्य सिंधिया ने छात्रों का किया स्वागत
Paliwalwaniयूक्रेन में फंसे 250 भारतीय नागरिकों को लेकर रोमानिया की राजधानी बुखारेस्ट से दूसरी निकासी उड़ान रविवार तड़के दिल्ली एयरपोर्ट पर उतरी। केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और विदेश राज्य मंत्री वी. मुरलीधरन ने बुखारेस्ट (रोमानिया) के रास्ते यूक्रेन से सुरक्षित निकाले गए भारतीय नागरिकों का दिल्ली हवाईअड्डे पर स्वागत किया।
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने दिल्ली हवाई अड्डे पर पहुंचे भारतीय नागरिकों के साथ बातचीत भी की। उन्होंने कहा, “पीएम मोदी यूक्रेन के राष्ट्रपति के संपर्क में हैं, यह सुनिश्चित करने के लिए प्रयास जारी हैं कि सभी को सुरक्षित घर लाया जाए।”
वहीं, इस उड़ान में लौटे एक भारतीय छात्र ने कहा, “छात्र डरे हुए हैं लेकिन यूक्रेन के अन्य क्षेत्रों की तुलना में जिस शहर में हम रह रहे थे (रोमानिया सीमा के पास) वहां स्थिति काफी बेहतर है।” भारतीय छात्र आतिश नागर ने कहा, “10,000 से ज़्यादा भारतीय छात्र वहां फंसे हुए हैं, हम चाहते हैं कि उन्हें भी जल्द भारत लाया जाए। सरकार से हमें उम्मीद है कि वे जल्द उन्हें भी यहां ले आएंगे।”
वहीं, इससे पहले एक पहली निकासी उड़ान मुंबई में उतरी। इसमें यूक्रेन से लौटे एमबीबीएस के एक छात्र ने कहा कि कुछ डर और घबराहट थी लेकिन वह भारत वापस आकर बहुत खुश हैं। एएनआई से बात करते हुए, उन्होंने कहा, “मुझे भारत सरकार पर भरोसा था कि वे हमें निश्चित रूप से हमारे देश में वापस लाएंगे। कुछ डर और घबराहट थी लेकिन हम भारत में वापस आकर बहुत खुश हैं।”
मुंबई में पीयूष गोयल ने किया स्वागत
मुंबई में वापस लौटे भारतीय छात्रों को रिसीव करने के लिए खुद केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल एयरपोर्ट पहुंचे थे। उन्होंने कहा, ‘इस संकट की शुरुआत के बाद से हमारा मुख्य उद्देश्य यूक्रेन में फंसे प्रत्येक भारतीय को वापस लाना था। यहां 219 छात्र पहुंचे हैं। यह पहला जत्था था। दूसरा जल्द ही दिल्ली पहुंचेगा। हम तब तक नहीं रुकेंगे जब तक वे सभी घर वापस नहीं आ जाते।’ इस मिशन को सफल बनाने में उन्होंने एयर इंडिया के कर्मचारियों की तारीफ की। उनके ऐसा करते ही तालियों की गड़गड़ाहट गूंज उठी।
यूक्रेन से लौटी एक अन्य छात्रा आकांक्षा रावत ने कहा, “मैं वास्तव में डरी हुई थी लेकिन भारत सरकार का धन्यवाद, हम सुरक्षित पहुंच गए। हम सबसे पहले बचाए गए थे। सरकार ने कुछ दिनों के भीतर ही कार्रवाई की। यूक्रेन से लौटे एक छात्र धारा वोरा ने कहा, “हमें अपने देश और भारत सरकार पर गर्व है। हमें उम्मीद है कि शेष छात्रों को जल्द से जल्द वापस लाया जाएगा।”