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ट्रंप के टैरिफ से बचने की चीन की चाल! 'मेड इन कोरिया' टैग लगाकर अमेरिका भेजे जा रहे चीनी प्रोडक्ट

Paliwalwani
ट्रंप के टैरिफ से बचने की चीन की चाल! 'मेड इन कोरिया' टैग लगाकर अमेरिका भेजे जा रहे चीनी प्रोडक्ट
ट्रंप के टैरिफ से बचने की चीन की चाल! 'मेड इन कोरिया' टैग लगाकर अमेरिका भेजे जा रहे चीनी प्रोडक्ट

सियोल: अमेरिका के कड़े टैरिफ से बचने के लिए चीन अब नया रास्ता अपना रहा है। चीन से भेजे जा रहे कई उत्पादों पर 'मेड इन कोरिया' का टैग लगाकर उन्हें अमेरिका एक्सपोर्ट किया जा रहा है। दक्षिण कोरिया के सीमा शुल्क विभाग ने इस फर्जीवाड़े का भंडाफोड़ करते हुए कहा है कि इस तरह की हेराफेरी में अब तक करीब 29.5 बिलियन वॉन (₹1,700 करोड़) का नुकसान सामने आया है।

अमेरिका के लिए भेजे जा रहे थे फर्जी कोरियन माल

कोरिया कस्टम्स सर्विस (KCS) के मुताबिक, 2025 की पहली तिमाही में जांच के दौरान जो माल पकड़ा गया, उसमें से 97% अमेरिका के लिए भेजा जा रहा था। इसकी तुलना में 2024 में पूरे साल में 34.8 बिलियन वॉन की हेराफेरी पकड़ी गई थी, जिसमें 62% सामान अमेरिका जा रहा था।

KCS के जांच प्रमुख ली क्वांग-वू ने बताया, "ट्रंप की पहली टर्म में भी ऐसे मामले बढ़े थे, और अब फिर वही ट्रेंड देखने को मिल रहा है।"

कैथोड मटेरियल से लेकर कैमरों तक – सब फर्जी टैग के साथ

जनवरी में, चीन से आयात किए गए कैथोड मटेरियल (बैटरियों के लिए जरूरी कच्चा माल) को 'मेड इन कोरिया' बताकर अमेरिका भेजा गया, जिसकी कीमत थी 3.3 बिलियन वॉन। मार्च में, 19.3 बिलियन वॉन के चीनी सर्विलांस कैमरे पुर्जों में मंगवाकर कोरिया में असेंबल किए गए और फिर अमेरिका एक्सपोर्ट कर दिए गए। इन सबका मकसद था अमेरिकी प्रतिबंधों और टैरिफ से बचना।

कोरिया-अमेरिका की संयुक्त जांच शुरू

दक्षिण कोरियाई और अमेरिकी अधिकारियों के बीच सोमवार को बैठक हुई, जिसमें इस तरह की गतिविधियों पर संयुक्त कार्रवाई की रणनीति बनाई गई। साथ ही, KCS ने अवैध एक्सपोर्ट रोकने के लिए एक विशेष टास्क फोर्स भी बना दी है।

कुछ माल अमेरिका भेजा जा चुका है, जबकि कुछ अभी बंदरगाहों पर पड़ा है। कोरियन अथॉरिटी ने कहा है कि दोषियों पर कार्रवाई करते हुए मामलों को प्रॉसिक्यूशन के लिए भेजा जाएगा।

क्यों चीन कर रहा ऐसा?

दक्षिण कोरिया और अमेरिका के बीच फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (FTA) है, जिससे कोरियन प्रोडक्ट्स पर टैरिफ नहीं लगता। इसी का फायदा उठाकर चीन की कंपनियां अपना माल 'मेड इन कोरिया' बताकर अमेरिका भेज रही हैं।

ट्रंप सरकार ने हाल ही में कोरिया पर भी 25% टैरिफ लगाया था, जिसे फिलहाल 3 महीने के लिए सस्पेंड किया गया है। वहीं, चीन पर अमेरिका अब 145% तक के भारी टैरिफ लगा चुका है।

 

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