Sunday, 03 August 2025

ज्योतिषी

Budh-Guru Yuti 2025 : बेस्ट टाइम के लिए तैयार हो जाएं ये 5 राशियां, 6 जून से गुरु के साथ आने वाले हैं राजकुमार

paliwalwani
Budh-Guru Yuti 2025 : बेस्ट टाइम के लिए तैयार हो जाएं ये 5 राशियां, 6 जून से गुरु के साथ आने वाले हैं राजकुमार
Budh-Guru Yuti 2025 : बेस्ट टाइम के लिए तैयार हो जाएं ये 5 राशियां, 6 जून से गुरु के साथ आने वाले हैं राजकुमार

ज्योतिष शास्त्र में ग्रहों का गोचर और उनकी युति सभी राशियों की लाइफ के विभिन्न क्षेत्रों पर गहरा प्रभाव डालती है। 6 जून 2025 को सुबह 9 बजकर 29 मिनट पर बुध ग्रह अपनी स्वराशि मिथुन में प्रवेश करेंगे, जहां पहले से ही बृहस्पति (गुरु) विराजमान होंगे। इससे मिथुन राशि में गुरु और बुध ग्रह की युति बन जाएगी। बुध अपनी राशि मिथुन में होंगे, इस कारण यहां भद्र राजयोग का निर्माण होगा। यह योग पंच महापुरुष योगों में से एक है और इसे बुद्धि, समृद्धि व सौभाग्य का प्रतीक माना जाता है।

ज्योतिष में बुध को बुद्धि, संचार, व्यापार, और तर्कशक्ति का कारक ग्रह माना जाता है, जबकि बृहस्पति ज्ञान, समृद्धि, धर्म, और भाग्य के प्रतीक हैं। जब बुध ग्रह अपनी राशि मिथुन या कन्या में होते हैं और और केंद्र भावों (1, 4, 7, 10) में स्थित हों तो भद्र राजयोग बनेगा। वहीं, यहां बृहस्पति की मौजूदगी इसको और अधिक मजबूत बनाती है। यह योग व्यक्ति की बौद्धिक क्षमता, निर्णय लेने की शक्ति, और वाणी को प्रबल करता है।

बुध और गुरु की मिथुन राशि में यह युति और भी शक्तिशाली हो जाती है, क्योंकि मिथुन बुध की अपनी राशि है, जहां बुध की शक्ति अपने चरम पर होती है। बृहस्पति की उपस्थिति इस योग को और अधिक सकारात्मक बनाती है, जिससे करियर, व्यापार, और निजी जीवन में शुभ परिणाम मिलते हैं।

यह युति 6 जून 2025 से शुरू होकर कुछ समय तक प्रभावी रहेगी, क्योंकि बुध 22 जून को कर्क राशि में चले जाएंगे। इस दौरान भद्र राजयोग का प्रभाव विभिन्न राशियों पर अलग-अलग तरीके से पड़ेगा। कुछ राशियां इस योग से विशेष रूप से लाभान्वित होंगी। आइए जानते हैं कि किन राशियों के लिए यह युति सबसे शानदार रहेगी?

मेष राशि

मेष राशि के तीसरे भाव को यह युति प्रभावित करेगी। जो साहस, संचार, और छोटी यात्राओं का भाव है। बुध और बृहस्पति का संयोजन मेष राशि वालों की वाणी को प्रभावशाली बनाएगा, जिससे वे अपने विचारों को बेहतर ढंग से व्यक्त कर पाएंगे। यह समय व्यापारियों के लिए विशेष रूप से लाभकारी है, क्योंकि नए सौदों और व्यापारिक संबंधों से आय के नए स्रोत बन सकते हैं। नौकरीपेशा लोगों को कार्यक्षेत्र में नई जिम्मेदारियां मिल सकती हैं, और उनकी मेहनत को सराहना मिलेगी।

आर्थिक स्थिति में सुधार होगा और पुराने निवेशों से अच्छा लाभ मिलने की संभावना है। सामाजिक स्तर पर मेष राशि वालों की प्रतिष्ठा बढ़ेगी, और प्रभावशाली लोगों से मुलाकात होगी। यह समय यात्राओं के लिए भी अनुकूल है, खासकर अगर ये यात्राएं व्यापार या करियर से जुड़ी हों। हालांकि, मेष राशि वाले अपनी ऊर्जा को सही दिशा में लगाएं और जल्दबाजी में कोई बड़ा निर्णय न लें।

मिथुन राशि

मिथुन राशि के लिए यह युति अत्यंत शुभ है, क्योंकि यह उनकी अपनी राशि में बन रही है। बुध इस राशि के स्वामी हैं, और बृहस्पति पहले और दसवें भाव के स्वामी हैं। यह युति मिथुन राशि वालों के लग्न भाव में होगी, जो उनकी व्यक्तिगत और व्यावसायिक प्रगति को बढ़ाएगी। इस दौरान मिथुन राशि के लोग आत्मविश्वास से भरे होंगे और उनकी निर्णय लेने की क्षमता में वृद्धि होगी। कार्यक्षेत्र में नई जिम्मेदारियां और अवसर मिल सकते हैं। व्यापारियों को नए सौदों से लाभ होगा, और पुराने निवेशों से अच्छा रिटर्न मिलने की संभावना है।

पर्सनला लाइफ में भी यह समय अनुकूल रहेगा। परिवार में सौहार्द का माहौल होगा, और जीवनसाथी के साथ रिश्ते मजबूत होंगे। जो लोग प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं, उनके लिए यह समय सफलता दिलाने वाला हो सकता है। मिथुन राशि वालों को इस दौरान अपनी वाणी और संचार कौशल का उपयोग करके सोशल और प्रोफेशनल फील्ड में अपनी पहचान बनाने का मौका मिलेगा। हालांकि, जल्दबाजी में निर्णय लेने से बचना चाहिए, क्योंकि बृहस्पति का प्रभाव कभी-कभी अति आत्मविश्वास की ओर ले जा सकता है।

सिंह राशि

सिंह राशि के लिए यह युति 11वें भाव में होगी, जो आय और इच्छापूर्ति का भाव है। भद्र राजयोग के प्रभाव से सिंह राशि वालों को आकस्मिक धन लाभ के योग बनेंगे। पुराने निवेशों से अच्छा रिटर्न मिल सकता है और नौकरीपेशा वाले लोगों को सैलरी में वृद्धि या बोनस मिलने की संभावना है। व्यापारियों के लिए यह समय नए प्रोजेक्ट्स शुरू करने के लिए अनुकूल है, और विदेशी सौदों से लाभ हो सकता है।

निजी जीवन में परिवार और दोस्तों के साथ रिश्ते मजबूत होंगे। जो लोग लव रिलेशनशिप में हैं, उनके लिए यह समय रिश्तों में स्थायित्व लाएगा। सिंह राशि वाले को इस दौरान अपनी योजनाओं को व्यवस्थित तरीके से लागू करें और आलस्य से बचें।

कन्या राशि

कन्या राशि भी बुध की स्वराशि है, इसलिए इस युति का प्रभाव इस राशि के लोगों के लिए भी लाभकारी होगा। बुध और बृहस्पति की युति कन्या राशि के दसवें भाव में होगी, जो नौकरी और व्यवसाय में प्रगति के द्वार खोलेगी। इस दौरान कन्या राशि वालों को कार्यक्षेत्र में नई जिम्मेदारियां मिल सकती हैं, और उनकी मेहनत को पहचान मिलेगी। नौकरी करने वाले लोगों को प्रमोशन या सैलरी में वृद्धि के अवसर मिल सकते हैं, जबकि व्यापारी नए प्रोजेक्ट्स या साझेदारियों से लाभ कमा सकते हैं।

फाइनेंशियल प्रोस्पैक्टिव से यह समय इंवेस्टमेंट के लिए अनुकूल है। पुराने रुके हुए कार्य पूरे होंगे और कोर्ट-कचहरी के मामलों में राहत मिल सकती है। पर्सनल लाइफ में रिश्तों के अंदर मधुरता आएगी और परिवार के साथ अच्छा समय बीतेगा। जो लोग विदेश यात्रा या वहां नौकरी की तलाश में हैं, उन्हें इस दौरान शुभ समाचार मिल सकता है। कन्या राशि वाले इस समय का उपयोग अपनी योजनाओं को अमल में लाने के लिए करें।

मीन राशि

मीन राशि के 10वें भाव को यह युति प्रभावित करेगी। यह भाव करियर और सामाजिक स्थिति का है। भद्र राजयोग के प्रभाव से मीन राशि वालों को कार्यक्षेत्र में सफलता मिलेगी और उनकी सामाजिक प्रतिष्ठा बढ़ेगी। जॉब करने वाले लोगों को प्रमोशन या नई जिम्मेदारियां मिल सकती हैं, जबकि व्यापारी नए सौदों से लाभ कमा सकते हैं। आध्यात्मिक दृष्टिकोण से यह समय मीन राशि वालों के लिए अनुकूल है, और वे धार्मिक कार्यों में रुचि लेंगे।

आर्थिक स्थिति मजबूत होगी और पुराने कर्ज से मुक्ति मिल सकती है। परिवार में सुख-शांति का माहौल रहेगा, और जीवनसाथी का सहयोग मिलेगा। मीन राशि वाले इस समय का उपयोग अपने लॉन्ग टर्म प्रोजेक्ट्स को लागू करने के लिए करें।

● Disclaimer :इस लेख में दी गई ज्योतिष जानकारियां और सूचनाएं लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं. इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं. पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें. पालीवाल वाणी इनकी पुष्टि नहीं करता है. इन पर अमल करने से पहले इससे संबंधित पंडित ज्योतिषी से संपर्क करें तथा चिकित्सा अथवा अन्य नीजि संबंधित जानकारी के लिए अपने नीजि डॉक्टरों से परार्मश जरूर लीजिए. पालीवाल वाणी तथा पालीवाल वाणी मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है.

whatsapp share facebook share twitter share telegram share linkedin share
Related News
Latest News
Trending News