Saturday, 13 December 2025

दिल्ली

मोदीजी हम साथ खड़े हैं, प्रदूषण पर एक्शन प्लान बनाएं : कांग्रेस सांसदराहुल गांधी ने उठाया एयर पॉल्यूशन का मामला

indoremeripehchan.in
मोदीजी हम साथ खड़े हैं, प्रदूषण पर एक्शन प्लान बनाएं : कांग्रेस सांसदराहुल गांधी ने उठाया एयर पॉल्यूशन का मामला
मोदीजी हम साथ खड़े हैं, प्रदूषण पर एक्शन प्लान बनाएं : कांग्रेस सांसदराहुल गांधी ने उठाया एयर पॉल्यूशन का मामला

नई दिल्ली. कांग्रेस सांसद और नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने लोकसभा सदन में दिल्ली के वायु प्रदूषण  मुद्दा उठाया. अपनी बात रखते हुए उन्होंने कहा कि मोदी सरकार वायु प्रदूषण को लेकर प्लान बनाए, विपक्ष सरकार को पूरा सहयोग करेगा. मुद्दे पर सदन में चर्चा कीजिए, लेकिन आरोप-प्रत्यारोप करने और हमने-आपने क्या किया, यह बताने की बजाय वायु प्रदूषण के खिलाफ क्या करने वाले हैं, इस पर बात करें. प्रदूषण के खिलाफ एक्शन प्लान पर विपक्ष पूरा सहयोग करेगा.

कई शहर जहरीले स्मॉग की चपेट में 

राहुल गांधी ने कहा कि कई शहर जहरीले स्मॉग की चपेट में हैं. लाखों बच्चे फेफड़ों की बीमारियों और कैंसर से ग्रस्त हैं, इस वजह से उनका भविष्य बर्बाद हो रहा है. बुजुर्गों को सांस लेने में तकलीफ हो रही है, जिस वजह से उन्हें सांस की बीमारी लग रही है. इसलिए वायु प्रदूषण के मुद्दे पर चर्चा कराना और इसके समाधानों पर सहमति बनाना जरूरी है. सदन में मौजूद सभी लोग इस प्रस्ताव से वाकिफ होंगे और वायु प्रदूषण से हो रहे नुकसान का समाधान निकानले में सहयोग करेंगे.

राहुल गांधी ने कहा कि वायु प्रदूषण से निपटने के लिए सरकार योजना बनाएं. विपक्ष उस योजना को बनाने में सरकार को हर तरह का सहयोग करने के लिए पूरी तरह तैयार है. सरकार को संसद में इस मुद्दे पर चर्चा जरूरी करनी चाहिए, लेकिन इसे ऐसी चर्चा नहीं बनाना है, जिसमें एक दूसरे को गाली दे रहे हों, आरोप लगा रहे हों, बल्कि ऐसी चर्चा करनी है, जिससे प्रदूषण का समाधान निकलकर आए. अगले 5 या 10 वर्षों में वायु प्रदूषण को जड़ से खत्म करने की योजना बनानी होगी.

सोचें कि क्या कर सकते हैं और क्या करना है?

राहुल गांधी ने कहा कि शायद वायु प्रदूषण का जड़ से खात्मा न कर पाएं, लेकिन समस्या का समाधान कैसे करेंगे और अपने लोगों का जीवन कैसे आसान बनाएंगे? इस पर चर्चा जरूर कर सकते हैं. बेहतर होगा कि चर्चा को इस पर केंद्रित न करें कि हम क्या नहीं कर पाए हैं, बल्कि यह सोचें कि क्या कर सकते हैं और क्या करना है? इसके जवाब मे संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि सरकार ने पहले दिन से स्पष्ट कर दिया था कि सभी अहम मामलों पर सरकार चर्चा करने और सभी पक्षों के सुझावों को ध्यान में रखते हुए समाधान निकालने के लिए तैयार है.

whatsapp share facebook share twitter share telegram share linkedin share
Related News
Latest News
Trending News