दिल्ली
मन की बात के 101वे एपिसोड में प्रधानमंत्री मोदी ने एक भारत, श्रेष्ठ भारत का किया जिक्र, बोले - हमें इस मुहीम को आगे बढ़ाना है
Paliwalwaniनई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को मन की बात के 101 वे एपिसोड में कहा कि हमें मिलकर ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ के मुहिम को आगे बढ़ाना है। उन्होंने कहा कि देश के लिए अगले 25 साल काफी महत्वपूर्ण है।
पीएम मोदी ने कहा कि ‘मन की बात’ का यह एपिसोड सेकेंड सेंचुरी का प्रारंभ है। पिछले महीने हम सभी ने इसकी स्पेशल सेंचुरी को सेलिब्रेट किया है। आपकी भागीदारी ही इस कार्यक्रम की सबसे बड़ी ताकत है। उन्होंने कहा कि जब ‘मन की बात’ का प्रसारण हुआ, तो उस समय दुनिया के अलग-अलग देशों में, अलग-अलग Time zone में…कहीं शाम हो रही थी तो कहीं देर रात थी। इसके बावजूद, बड़ी संख्या में लोगों ने 100वें एपिसोड को सुनने के लिए समय निकाला। उन्होंने कहा कि मैंने हजारों मील दूर न्यूजीलैंड का वो वीडियो भी देखा, जिसमें 100 वर्ष की एक माताजी अपना आशीर्वाद दे रही हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि वीर सावरकर को गुलामी की मानसिकता नहीं भाती थी। वीर सावरकर की गाथाएं त्याग के बारे में प्ररित करती हैं। वीर सावकर का योगदान आज भी यादगार। लोगों को वीर सावरकर से बहुत कुछ सीखने को मिल सकती है।
पीएम मोदी ने शिक्षा मंत्रालय के पहल ‘युवासंगम’ का जिक्र किया
बीते दिनों हमने मन की बात में काशी तमिल संगमम की बात की। सौराष्ट्र तमिल संगमम की बात की। कुछ समय पहले ही वाराणसी में काशी तेलुगू संगमम भी हुआ। एक भारत श्रेष्ठ भावना को ताकत देने वाला ऐसे ही एक और अनूठा प्रयास देश में हुआ है। ये प्रयास है- युवा संगम का। पीएम मोदी ने कहा कि भारत की शक्ति इसकी विविधता में है। हमारे देश में देखने के लिए बहुत कुछ है। इसी को देखते हुए शिक्षा मंत्रालय ने युवासंगम नाम से एक बेहतरीन पहल की है। उन्होंने कहा कि इस पहल का उद्देश्य लोगों से लोगों को कनेक्ट बढ़ाने के साथ ही देश के युवाओं को आपस में घुलने-मिलने का मौका देना है। विभिन्न राज्यों के उच्च शिक्षा संस्थानों को इससे जोड़ा गया है।
पीएम मोदी ने कहा कि युवा संगम में युवा दूसरे राज्यों के शहरों और गांवों में जाते हैं, उन्हें अलग-अलग तरह के लोगों के साथ मिलने का मौका मिलता है। युवा संगम के फर्स्ट राउंड में लगभग 1200 युवा, देश के 22 राज्यों का दौरा कर चुके हैं। जो भी युवा इसका हिस्सा बने हैं, वे अपने साथ ऐसी यादें लेकर वापस लौट रहे हैं, जो जीवनभर उनके हृदय में बसी रहेंगी।