दिल्ली

सोना डेढ़ हजार रुपये सस्ता तो चांदी में 4200 रुपये की जबरदस्त गिरावट

paliwalwani
सोना डेढ़ हजार रुपये सस्ता तो चांदी में 4200 रुपये की जबरदस्त गिरावट
सोना डेढ़ हजार रुपये सस्ता तो चांदी में 4200 रुपये की जबरदस्त गिरावट

Gold Silver Rate : ज्वैलर्स और स्टॉकिस्ट्स की भारी बिकवाली की वजह से शुक्रवार को राष्ट्रीय राजधानी के सर्राफा बाजार में सोना 1400 रुपये टूटकर 80,000 रुपये से नीचे आ गया. इसके अलावा चांदी में 4200 रुपये की गिरावट दर्ज की गई. अखिल भारतीय सर्राफा संघ ने यह जानकारी दी. कारोबारियों ने कहा कि इसके अलावा, अंतरराष्ट्रीय बाजारों में कमजोर रुख से सर्राफा कीमतों पर भारी दबाव रहा.

चांदी में दिसंबर महीने की सबसे बड़ी गिरावट

99.9 फीसदी शुद्धता वाले सोने की कीमत 1400 रुपये गिरकर 79,500 रुपये प्रति 10 ग्राम रही. पिछले सत्र में यह 80,900 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुई थी. चांदी 4,200 रुपये गिरकर 92,800 रुपये प्रति किलोग्राम रह गई. यह दिसंबर महीने में सबसे बड़ी गिरावट है. पिछले कारोबारी सत्र बृहस्पतिवार को चांदी 97,000 रुपये प्रति किलोग्राम पर बंद हुई थी. 99.5 फीसदी शुद्धता वाले सोने का भाव भी 1400 रुपये घटकर 79,100 रुपये प्रति 10 ग्राम रहा, जबकि पिछले दिन इसका भाव 80,500 रुपये प्रति 10 ग्राम था.

कॉमेक्स में सोने की कीमत घटकर 2670 डॉलर

एलकेपी सिक्योरिटीज के उपाध्यक्ष (रिसर्च एनालिस्ट) जतिन त्रिवेदी ने कहा कि अमेरिकी में उत्पादक मूल्य सूचकांक (पीपीआई) में गिरावट और साप्ताहिक बेरोजगारी दावों में बढ़ोतरी के बाद मुनाफावसूली तेज होने से सोने में तेज बिकवाली देखी गई. इससे कॉमेक्स (कमोडिटी बाजार) में सोने की कीमत घटकर 2670 डॉलर प्रति 10 ग्राम रह गई हैं. कॉमेक्स सोना वायदा 18.60 डॉलर प्रति औंस की गिरावट के साथ 2,690.80 डॉलर प्रति औंस पर आ गया. चांदी 1.42 फीसदी की गिरावट के साथ 31.17 डॉलर प्रति औंस पर रही है.

जानिए क्या कहते हैं कमोडिटी जानकार

एचडीएफसी सिक्योरिटीज के सीनियर एनालिस्ट (कमोडिटीज) सौमिल गांधी ने कहा कि डॉलर में सुधार और अमेरिका में मिले-जुले मैक्रो आर्थिक आंकड़ों ने व्यापारियों को फेडरल रिजर्व की साल की आखिरी नीति बैठक से पहले मुनाफावसूली करने के लिए प्रेरित किया, जिसके कारण शुक्रवार को सोने में गिरावट आई. आंकड़े जारी होने के बाद भी कारोबारी अगले सप्ताह की फेडरल रिजर्व की बैठक में प्रमुख ब्याज दर में 0.25 फीसदी की कटौती का अनुमान लगा रहे हैं, लेकिन अगले साल के लिए मौद्रिक नीति का मार्ग काफी ज्यादा अनिश्चित बना हुआ है.

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