दिल्ली
दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष का जल्द होगा चयन : अरविंदर सिंह लवली के नाम पर चर्चा तेज
Paliwalwaniनई दिल्ली :
- विधानसभा चुनाव और लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस पार्टी में कई अहम बदलाव देखने को मिल रहे हैं। एक तरफ जहां यूपी के प्रदेश कांग्रेस कमेटी का अध्यक्ष अजय राय को चुना गया है। वहीं दूसरी तरफ संभावना जताई जा रही है कि दिल्ली को भी जल्द ही नया प्रदेश अध्यक्ष मिलने वाला है। पार्टी के सूत्रों के मुताबिक इसके लिए दो नामों देवेंद्र यादव और अरविंदर सिंह लवली के नाम पर चर्चा तेज हो गई है। दिल्ली कांग्रेस के नए अध्यक्ष का चयन काफी समय से लंबित है।
दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष का जल्द होगा चयन
पूर्व दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अनिल चौधरी का कार्यकाल मार्च 2023 में खत्म हो गया है। दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए देवेन्द्र यादव और अरविंदर सिंह लवली का नाम चर्चा में है। एक सूत्र ने पीटीआई को बताया, जहां ज्यादातर लोग चाहते हैं कि यादव डीपीसीसी का नेतृत्व करें, वहीं दिल्ली इकाई का एक वर्ग लवली का नाम भी सुझा रहा है। सूत्र ने आगे कहा कि दिल्ली कांग्रेस प्रमुख का फैसला करने में एक बार फिर देरी हुई है और 23 जुलाई को पार्टी द्वारा आयोजित सत्याग्रह विरोध प्रदर्शन के बाद इसकी घोषणा होने की उम्मीद थी। बता दें कि देवेंद्र यादव उत्तराखंड में कांग्रेस के प्रभारी हैं और अखिल भारतीय कांग्रेस कार्य समिति के सदस्य भी हैं।
वहीं अरविंदर सिंह लवली ने साल 1998 में गांधी नगर से अपना पहला विधानसभा चुनाव जीता था। इस दौरान लवली को राष्ट्रीय राजधानी में कांग्रेस सरकार में परिवहन, शिक्षा, शहरी विकास और राजस्व मंत्री बनाया गया था। इससे पहले, कांग्रेस की दिल्ली इकाई के नए प्रमुख के चयन पर सुझाव मांगने के लिए एआईसीसी के दिल्ली प्रभारी दीपक बाबरिया ने बैठकें की थीं। सुझाव लेने के लिए पार्टी के जिला और ब्लॉक स्तर के नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ भी एक-एक बैठक की गई थी। माना जा रहा था कि दिल्ली नगर निगम चुनाव के बाद डीपीसीसी अध्यक्ष बदला जाएगा।
अरविंदर सिंह लवली का सियासी सफर
अरविंदर का जन्म पंजाब के लुधियाना में हुआ था। दिल्ली विश्वविद्यालय के श्री गुरु तेग बहादुर खालसा कॉलेज में स्नातक की पढ़ाई के दौरान ही अरविंदर सामाजिक कार्यों में सक्रीय रहते थे। पढ़ाई के दौरान अरविंदर कॉलेज के छात्रसंघ के लिए चुने गए। वह विभिन्न सामाजिक और शैक्षणिक संगठनों के साथ सक्रिय रूप से शामिल थे। अरविंदर दिल्ली स्थित भीमराव अंबेडकर कॉलेज के अध्यक्ष भी बने।
पढ़ाई के दौरान ही राजनीतिक गतिविधियों में अरविंदर की गहरी दिलचस्पी जाग गई थी। उन्होंने 1992 से 1996 तक कांग्रेस की छात्र इकाई एएनयूआई के राष्ट्रीय महासचिव के रूप में काम किया। साल 1998 में पहली बार अरविंदर गांधीनगर से विधायक चुने गए। उस समय अरविंदर दिल्ली विधानसभा के सबसे कम उम्र के सदस्य थे।