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गणतंत्र दिवस पर छावनी में बदली दिल्ली, 27 हजार से ज्यादा पुलिसकर्मी तैनात, सीमाएं सील

Paliwalwani
गणतंत्र दिवस पर छावनी में बदली दिल्ली, 27 हजार से ज्यादा पुलिसकर्मी तैनात, सीमाएं सील
गणतंत्र दिवस पर छावनी में बदली दिल्ली, 27 हजार से ज्यादा पुलिसकर्मी तैनात, सीमाएं सील

नई दिल्ली: भारत के 73वें गणतंत्र दिवस समारोह के मद्देनजर दिल्ली में भारी सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं. दिल्ली पुलिस ने खुफिया एजेंसियों द्वारा आतंकवादी घटनाओं को लेकर जारी किए गए ‘अलर्ट’ के मद्देनजर किसी भी अप्रिय घटना को नाकाम करने के लिए गश्त तेज कर दी है.

दिल्ली की सीमाएं सील

दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने एहतियात बरतते हुए पड़ोसी राज्यों के अपने समकक्षों के साथ समन्वय कर राजधानी की सीमाओं को सील कर दिया है. प्रशासनिक अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली में गणतंत्र दिवस पर 27,000 से अधिक पुलिस कर्मियों को सुरक्षा के लिए तैनात किया गया है और आतंकवाद रोधी उपाय तेज कर दिए गए हैं. अधिकारियों के मुताबिक, तैनात पुलिस कर्मियों में उपायुक्त, सहायक आयुक्त, निरीक्षक और उप निरीक्षक शामिल हैं.

चेहरे की पहचान करने वाले CCTV से पड़ताल

सशस्त्र पुलिस बल के जवानों और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (CAPF) के कमांडो, अधिकारियों और जवानों को भी तैनात किया गया है. पुलिस ने बताया कि चेहरे की पहचान करने वाले सॉफ्टवेयर से लैस सीसीटीवी और ड्रोन रोधी उपकरण भी लगाए गए हैं.

पिछले साल के विपरीत, सुचारू गणतंत्र दिवस समारोह सुनिश्चित करने के लिए टिकरी, सिंघू तथा गाजीपुर सहित दिल्ली की सभी प्रमुख सीमाओं को सील कर दिया गया है. अधिकारियों ने बताया कि अतिरिक्त चौकियां बनाई गई हैं और सीमाओं पर गश्त तेज कर दी गई है.

पिछले साल 26 जनवरी को केंद्र के तीन कृषि कानूनों का विरोध कर रहे हजारों किसानों ने ट्रैक्टर परेड के दौरान दिल्ली में प्रवेश कर लिया था, जिससे शहर में अराजकता की स्थिति उत्पन्न हो गई थी. पुलिस के साथ उनकी झड़प हो गई थी और प्रतिष्ठित लाल किले की प्राचीर में तिरंगे के लिए निर्धारित एक जगह से कुछ लोगों ने धार्मिक झंडा भी लहराया था.

पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, 'हमने अपने समकक्षों के साथ समन्वय कर सीमाओं को सील कर दिया है और अतिरिक्त चौकियां बनाई गई हैं. किसी भी वाणिज्यिक वाहनों को राष्ट्रीय राजधानी में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी जाएगी. केवल अनुमति प्राप्त वाहनों और आवश्यक सेवाओं से संबंधित लोगों को ही अनुमति दी जाएगी. गैर-अनुमति वाले वाहनों को वापस भेज दिया जाएगा. कुछ सीमाओं पर मार्ग बदला गया है और वैकल्पिक मार्ग भी मौजूद हैं.'

इन जगहों पर अभेद सुरक्षा

सुरक्षाकर्मी उस स्थल पर कड़ी नजर रखे हुए हैं, जहां राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अन्य गणमान्य व्यक्तियों और हजारों लोगों के साथ इस आयोजन में उपस्थित होंगे.

पुलिस उपायुक्त (नई दिल्ली) दीपक यादव ने कहा, ‘हम पूरी तरह से तैयार हैं. हम दो महीने से तैयारी कर रहे हैं. हर जिले में बहुस्तरीय सुरक्षा के इंतजाम किए गए हैं. नई दिल्ली की सीमाओं पर वाहनों की जांच शुरू होगी जैसे-जैसे लोग कार्यक्रम स्थल की ओर बढ़ते जाएंगे यह और अधिक सख्त हो जाएगी.’

उन्होंने कहा कि पहले से जारी किए गए केवल अधिकृत पास या नियंत्रण पास वाले वाहनों को ही कार्यक्रम स्थल की ओर जाने की अनुमति दी जाएगी. डीसीपी ने बताया कि सभी ऊंची इमारतों की छतों पर सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं और इनमें से कई संरचनाओं पर ड्रोन रोधी उपकरण लगाए गए हैं.

छावनी में बदला इलाका

सुरक्षा व्यवस्था के बारे में शनिवार को मीडियाकर्मियों को जानकारी देते हुए पुलिस आयुक्त राकेश अस्थाना ने बताया था कि गणतंत्र दिवस परेड के लिए 71 डीसीपी, 213 एसीपी और 753 निरीक्षकों सहित दिल्ली पुलिस के कुल 27,723 कर्मियों को तैनात किया गया है. सीएपीएफ की 65 टुकड़ियां उनकी मदद कर रही हैं. पुलिस ने बताया कि अन्य सुरक्षा एजेंसियों के साथ क्वार्डिनेशन बरतते हुए आतंकवाद रोकने संबंधी अभूतपूर्व इंतजाम किए हैं.

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