दिल्ली
COVID-19 Alert : कोरोना के खतरे के बीच PM मोदी ने की उच्चस्तरीय बैठक : जीनोम सीक्वेंसिंग बढ़ाएं
Paliwalwaniनई दिल्ली : COVID-19 Alert : चीन-अमेरिका समेत दुनिया के कई देशों में कोरोना के नए केसों में इजाफे के साथ ही भारत में भी महामारी को लेकर फिर अलर्ट जारी कर दिया गया है। इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज कोरोना के हालात की समीक्षा के लिए एक उच्चस्तरीय बैठक की। इस बीच यूपी, दिल्ली, महाराष्ट्र, कर्नाटक, पंजाब और तमिलनाडु ने भी कोरोना पर समीक्षा बैठकें की हैं।
पीएम मोदी ने की देश में कोरोना के हालात की समीक्षा
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने चीन और अमेरिका सहित विश्व के कई देशों में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के मद्देनजर एक उच्च स्तरीय बैठक की। इसमें उन्होंने देश में कोविड-19 की ताजा स्थिति की समीक्षा की। वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से हुई इस बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री मनसुख मांडविया और नागरिक विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के अलावा स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण, गृह सचिव अजय कुमार भल्ला, नीति आयोग के मुख्य कार्यकारी अधिकारी परमेश्वरन अय्यर सहित स्वास्थ्य व गृह मंत्रालय के कई वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए।
एम्स के हर कर्मचारी को कोविड 19 प्रोटोकॉल का पालन करना होगा
भारत में कोरोना को लेकर सख्त नियम लागू होने लगे हैं. इसकी शुरुआत एम्स ने कर दी है. एम्स ने एडवाइजरी जारी की है, जिसके तहत अब एम्स के हर कर्मचारी को कोविड 19 प्रोटोकॉल का पालन करना होगा. इसके अलावा उसे मास्क पहनना अनिवार्य होगा, 5 से अधिक लोगों के जमावड़े पर रोक लगा दी गई. वहीं कैंटीनों में भीड़भाड़ से बचने का भी निर्देश जारी किया है. स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने गुरुवार को कहा कि कई देशों में कोविड-19 के मामलों में उछाल के मद्देनजर भारत ने देश में आने वाले अंतरराष्ट्रीय यात्रियों में से 2 प्रतिशत के सैंपल लेने शुरू कर दिए हैं. अगर जरूरी हुआ तो विदेशी यात्रियों के लिए कोविड टेस्ट अनिवार्य करने पर विचार कर सकता है.
मनसुख मंडाविया ने संसद में दिया बयान
लोकसभा में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने देश में कोरोना की स्थिति को लेकर बयान जारी किया है। उन्होंने कहा, "हम वैश्विक कोविड स्थिति पर नजर रख रहे हैं और उसी के अनुसार कदम उठा रहे हैं। राज्यों को सलाह दी जा रही है कि वे कोविड-19 के नए वेरिएंट की समय पर पहचान करने के लिए जीनोम सीक्वेंसिंग बढ़ाएं।"