छत्तीसगढ़
दिवाली से पहले नेशनल हेल्थ मिशन कर्मियों के लिए खुशखबरी : राज्य सरकार ने की 5% वेतन वृद्धि की घोषणा, 1 जुलाई से लागू होगा लाभ
paliwalwani
रायपुर. राज्य शासन ने नेशनल हेल्थ मिशन (NHM) के कर्मियों को दिवाली से पहले 5 प्रतिशत वेतन वृद्धि का तोहफा दिया है। इस वेतन वृद्धि का लाभ 1 जुलाई 2023 से लागू होगा। हालांकि शासन ने स्पष्ट किया है कि केवल उन अधिकारियों-कर्मचारियों को ही यह लाभ मिलेगा, जिनकी सेवाएं 1 जुलाई 2023 तक कम से कम एक साल पूरी कर चुकी होंगी। इस नियम के चलते करीब 1500 से ज्यादा कर्मचारी वेतन वृद्धि का लाभ नहीं उठा पाएंगे।
दीपावली से पहले राज्य सरकार ने नेशनल हेल्थ मिशन (NHM) के कर्मचारियों को बड़ी राहत दी है। लंबे समय से वेतनवृद्धि की मांग कर रहे कर्मचारियों के लिए शासन ने 5 प्रतिशत वेतन वृद्धि का ऐलान किया है। यह वृद्धि 1 जुलाई 2023 से प्रभावी होगी। इस निर्णय से हजारों कर्मियों के चेहरे पर खुशी लौट आई है।
दिवाली से पहले बड़ा तोहफा, लेकिन शर्तों के साथ
राज्य शासन के जारी आदेश के अनुसार, वही कर्मचारी इस वेतनवृद्धि का लाभ प्राप्त कर सकेंगे जिनकी सेवा अवधि 1 जुलाई 2023 तक कम से कम एक वर्ष पूर्ण हो चुकी है। यानी, जो कर्मी इस तारीख तक एक वर्ष की सेवा पूरी नहीं कर पाए हैं, वे इस लाभ से वंचित रहेंगे। बताया जा रहा है कि इस शर्त के चलते करीब 1500 से अधिक कर्मचारी फिलहाल इस लाभ से बाहर रह जाएंगे।
सरकार के इस फैसले ने जहां अधिकांश NHM कर्मियों में उत्साह का माहौल बनाया है, वहीं कुछ कर्मचारियों में निराशा भी देखी जा रही है। फिर भी यह फैसला त्योहारी सीजन से पहले राज्य के स्वास्थ्य कर्मियों के लिए राहत भरी खबर साबित हुआ है।
33 दिन की हड़ताल के बाद मिली राहत
गौरतलब है कि कुछ समय पहले NHM कर्मचारी अपनी 10 सूत्रीय मांगों को लेकर लगातार 33 दिनों तक हड़ताल पर रहे थे। इस दौरान स्वास्थ्य सेवाएं बुरी तरह प्रभावित हुईं थीं।
हड़ताल के दौरान संघ के अध्यक्ष समेत 25 पदाधिकारियों को बर्खास्त भी कर दिया गया था।
हालांकि, बाद में शासन और कर्मचारी संघ के बीच हुई बातचीत में बर्खास्त कर्मियों की बहाली का आश्वासन दिया गया था। अब जब सरकार ने वेतन वृद्धि की घोषणा कर दी है, तो कर्मचारियों को उम्मीद है कि जल्द ही बहाली और अन्य मांगों पर भी ठोस निर्णय लिया जाएगा।
स्वास्थ्य मंत्री का बयान- “चार मांगें पूरी, बाकी पर बनी कमेटी”
राज्य के स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने पत्रकारों से चर्चा में कहा कि, “NHM कर्मचारियों की 10 में से 4 मांगों को पूरा कर दिया गया है। बाकी मांगों पर विचार के लिए एक कमेटी बनाई गई है और चर्चा जारी है।” मंत्री ने यह भी स्वीकार किया कि NHM की हड़ताल के चलते प्रदेशभर में स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित हुई हैं, लेकिन अब परिस्थितियों में सुधार की उम्मीद है।
“काम पर लौटेंगे तो स्थिति सामान्य होगी”
मंत्री जायसवाल ने कहा कि जिन मांगों पर सहमति बन चुकी है, उनके लागू होने के बाद NHM कर्मचारी जल्द काम पर लौट सकते हैं। सरकार चाहती है कि स्वास्थ्य सेवाएं फिर से सुचारू रूप से चलें। उन्होंने आगे कहा कि सरकार की प्राथमिकता जनता को निर्बाध स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराना है।
सरकार का सख्त रुख- “काम पर नहीं लौटे तो होगी नई भर्ती”
मंत्री जायसवाल ने स्पष्ट चेतावनी दी कि अगर कर्मचारी अपनी हड़ताल खत्म कर काम पर नहीं लौटते, तो सरकार नई भर्ती प्रक्रिया शुरू करेगी। उन्होंने कहा, “अगर दो–तीन दिन के भीतर कर्मचारी काम पर नहीं लौटते हैं, तो हमें नई नियुक्तियों पर विचार करना होगा। इसके लिए प्रक्रिया शुरू हो चुकी है और जल्द विज्ञापन जारी किया जाएगा।” इस बयान से साफ है कि सरकार अब इस मामले में कठोर रुख अपनाने के मूड में है, ताकि स्वास्थ्य सेवाएं बाधित न हों।
क्या है आगे का रास्ता ?
वेतन वृद्धि की घोषणा ने जहां हजारों NHM कर्मचारियों को राहत दी है, वहीं अब सबकी नजर बहाली और अन्य लंबित मांगों पर है। विशेषज्ञों का मानना है कि अगर सरकार व कर्मियों के बीच संवाद की प्रक्रिया बनी रही, तो यह विवाद समाप्त होकर राज्य की स्वास्थ्य व्यवस्था फिर से पटरी पर आ सकती है।