बॉलीवुड
अगवा कर, आतंकियों ने मार दिया…’ शहीद हो चुके हैं बॉलीवुड की इस एक्ट्रेस के पिता
Pushplata
इस वक्त भारत और के बीच जो तनाव चल रहा है, हर कोई उसकी चर्चा कर रहा है। इस बीच सामने आया है कि बॉलीवुड की कुछ एक्ट्रेसेस हैं, जिनके पिता भारतीय सेना में हैं या रह चुके हैं। इनमें रिया चक्रवर्ती का नाम शामिल है। इनके अलावा ‘दसवीं’ एक्ट्रेस निमरत कौर के पिता भी इडियन आर्मी में मेजर थे और वो इस देश के लिए शहीद हुए थे।
जी हां! हाल ही में पहलगाम में पाकिस्तानी आतंकवादियों के हमले के बाद हमारे देश में तनावपूर्ण स्थिति बनी हुई है। भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के ज़रिए जवाब दिया, जिसके बाद पाकिस्तानन ने मिसाइल और ड्रोन हमले किए, जिन्हें भारतीय सेना बहादुरी से नाकाम करते हुए ये साबित कर दिया है कि वो ही रियल हीरो हैं।
पूरा देश इस वक्त सैनिकों के लिए प्रार्थना कर रहा है। इसी बीच निमरत कौर ने खुद को शहीद की बेटी बताया है, उन्होंने बताया कि उनके पिता ने भी इस देश के लिए जान दी है। एक्ट्रेस ने बताया कि जब वो 12 साल की थीं तो कश्मीर में उनके पिता को आतंकवादियों ने मार दिया था।
ई-टाइम्स को दिए इंटरव्यू में निमरत कौर ने कहा वो एक यंग आर्मी मेजर थे, एक इंजीनियर थे जो वेरीनाग की जगह पर सेना के बॉर्डर रोड पर तैनात थे। कश्मीर एक फैमिली स्टेशन नहीं था, इसलिए जब वो कश्मीर गए तो हम पटियाला में ही रहे थे। निमरत ने बताया कि उनके पिता 44 साल के थे, जब उन्होंने देश के लिए अपनी जान गवाई।
निमरत ने आगे कहा जनवरी 1994 में हम अपनी सर्दियों की छुट्टियों में अपने पिता से मिलने कश्मीर गए थे, जब हिज्ब-उल-मुजाहिदीन ने उन्हें अगवा कर लिया और सात दिनों के बाद उन्हें खत्म कर दिया। उन्होंने कुछ आतंकवादियों को छोड़ने की मांग की थी, जिन्हें जाहिर तौर पर मेरे पिता ने स्वीकार नहीं किया। उनकी मौत के समय उनकी उम्र सिर्फ 44 साल थी। हमें खबर मिली और हम उनके शव को लेकरवापस आ गए, और मैंने पहली बार उनका शव दिल्ली में ही देखा।”
निमरत ने बताया कि सेना आज भी उनके खड़ी रहती है। वो उनके लिए परिवार की तरह हैं और आज भी, अगर उन्हें किसी चीज की जरूरत है तो वे तुरंत मदद के लिए आते हैं। निमरत ने कहा, “मुझे लगता है कि इसका कारण मेरे पिता की सद्भावना और लोगों के साथ उनका रिश्ता भी है।”
बता दें कि निमरत ने अपने पिता के लिए एक टैटू भी बनवाया है, जिसमें लिखा है, ज़ैनब, जिसका अर्थ है ‘पिता का अनमोल रत्न’ या ‘बेटी जो पिता के नाम को गौरवान्वित करती है’।