बॉलीवुड
‘मुझे बॉलीवुड पसंद नहीं’, अल्लू अर्जुन ने हिंदी सिनेमा को लेकर कही बड़ी बात, सुनाया ‘पुष्पा 2’ की रिलीज का किस्सा
Pushplata
Allu Arjun On Bollywood Word: साउथ सुपरस्टार अल्लू अर्जुन की फिल्म ‘पुष्पा 2’ बीते साल 5 दिसंबर को सिनेमाघरों में रिलीज हुई, जिसने बॉक्स ऑफिस पर 1000 करोड़ रुपये से ज्यादा की कमाई कर बवाल मचा दिया। सिर्फ इतना ही नहीं, ये मूवी हिंदी में सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्मों में भी शामिल हो गई। ‘पुष्पा 2’ एक्टर फिल्म के साथ-साथ कई दूसरी वजह से भी सुर्खियों में रहे।
अब शनिवार को हैदराबाद में इसकी सक्सेस मीट का आयोजन किया गया, जहां अल्लू अर्जुन ने डायरेक्टर सुकुमार से लेकर फिल्म में काम करने वाले हर एक सदस्य को शुक्रिया कहा। इसके साथ ही उन्होंने ‘बॉलीवुड शब्द’ को लेकर भी बात की।
नहीं हूं बॉलीवुड शब्द का फैन
सक्सेस मीट में बात करते हुए अल्लू अर्जुन ने कहा, “जब मैंने बॉलीवुड के एक फिल्म निर्माता को फोन किया। इसके बाद वह थोड़ा रुके और फिर बोले हिंदी सिनेमा के। मैं ‘बॉलीवुड शब्द’ का फैन नहीं हूं। हिंदी सिनेमा में मैंने किसी को फोन किया और कहा कि उन्हें भी 6 दिसंबर को आना था। वे बहुत मिलनसार थे और उन्होंने उस तारीख को आगे बढ़ा दिया। मैंने पर्सनली उन्हें फोन किया और तारीख बढ़ाने के लिए उनका धन्यवाद किया।
बता दें कि पहले अल्लू की फिल्म ‘पुष्पा 2’ के साथ विक्की कौशल की मूवी ‘छावा’ भी रिलीज होने वाली थी, लेकिन बाद में मेकर्स ने उसे पोस्टपोन कर दिया था और अब यह मूवी 14 फरवरी को आ रही है।
आलू अर्जुन ने की डायरेक्टर की तारीफ
एक्टर ने डायरेक्टर सुकुमार की तारीफ करते हुए कहा कि मैं इतना अच्छा प्रदर्शन कर पाया, क्योंकि सुकुमार को अभिनय पसंद आया। कोई भी अभिनेता अच्छे मार्गदर्शन के बिना एक बुरा अभिनेता बन जाता है, चाहे वह कितना भी अच्छा कलाकार क्यों न हो। हम सभी का मार्गदर्शन करने और प्रेरित करने के लिए धन्यवाद।
इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि हमें जीत दिलाने के लिए आपका बहुत-बहुत शुक्रिया। पूरी तेलुगु फिल्म इंडस्ट्री की तरफ से, हमें इतना गौरवान्वित महसूस कराने के लिए आपका शुक्रिया, हम सब आपके आभारी हैं। सुकुमार, मेरे लिए सिर्फ एक इंसान नहीं, बल्कि एक भावना हैं। मैं आपका सबसे बड़ा फैन हूं। फिल्म देखते समय लोगों को जो खुशी महसूस होती है, वही खुशी मुझे तब होती है जब आप मुझे कोई सीन सुनाते हैं। आप एक अलग सोच वाले व्यक्ति हैं। मैं अपने करीबी लोगों से कहता रहता हूं कि मुझे खुशी है कि मैं ऐसे अलग सोच वाले निर्देशक के करीब हूं।