भोपाल
भारत गौरव पर्यटन ट्रेन से करेंगे यात्रा तीर्थ-यात्री
sunil paliwal-Anil paliwalभोपाल :
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एसीएस डॉ. राजौरा ने बताया कि जिन जिला मुख्यालयों में ट्रेन के स्टॉपेज नहीं हैं, संबंधित जिला कलेक्टर तीर्थ-यात्रियों को बोर्डिंग स्टेशन तक लाने और ले जाने की व्यवस्था करेंगे। मुख्यमंत्री तीर्थ-दर्शन योजना (Chief Minister Pilgrimage Scheme) के तीर्थ-यात्री भारत गौरव पर्यटन ट्रेन (India Pride Tourist Train) से विभिन्न धार्मिक स्थलों की यात्रा करेंगे।
गृह विभाग एवं धार्मिक न्यास और धर्मस्व विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. राजेश राजौरा ने मंगलवार को बताया कि आगामी दो अगस्त 2023 से 10 अक्टूबर 2023 के बीच प्रदेश के 18 हजार 480 तीर्थ-यात्री (18 thousand 480 pilgrims) 29 जत्थों में धार्मिक यात्राएँ करेंगे। इस अवधि में तीर्थ-यात्री रामेश्वरम, द्वारका, काशी (वाराणसी), जगन्नाथपुरी, अयोध्या, हरिद्वार, अमृतसर, कामाख्या, शिरडी, बाबा साहेब डॉ. अम्बेडकर की दीक्षा भूमि नागपुर की यात्रा करेंगे।
उन्होंने बताया कि तीर्थ-यात्रा के लिये प्रदेश के विभिन्न जिलों से जाने वाले तीर्थ-यात्रियों की संख्या निर्धारित कर दी गई है। संबंधित जिलों से तीर्थ-यात्री निर्धारित संख्या अनुसार ही जा सकेंगे। अधिक आवेदन प्राप्त होने पर यात्रियों का चयन कम्प्यूटराइज्ड लॉटरी से किया जाएगा। तीर्थ-यात्रियों के साथ सहायक, अनुरक्षक के रूप में शासकीय अधिकारी-कर्मचारी और डॉक्टर एवं सुरक्षाकर्मी भी जाएंगे। प्रदेश सरकार के लिये तीर्थ-यात्राओं के प्रबंधन की जिम्मेदारी इण्डियन रेलवे केटरिंग एण्ड टूरिज्म कॉर्पोरेशन लिमिटेड (आईआरसीटीसी) को सौंपी गई है।
एसीएस डॉ. राजौरा ने बताया कि 2 अगस्त 2023 को रामेश्वरम और द्वारका के लिये भारत गौरव पर्यटन ट्रेन से तीर्थ-यात्री रवाना होंगे। रामेश्वरम के लिये धार से 85, शाजापुर से 85, नर्मदापुरम से 150 और इंदौर से 300 तीर्थ-यात्री रवाना होंगे। द्वारका के लिये सिवनी से 150, बालाघाट से 92, छिंदवाड़ा से 150 और बैतूल से 150 तीर्थ-यात्री 24 जुलाई तक आवेदन कर सकेंगे। रामेश्वरम की तीर्थ-यात्रा ट्रेन इंदौर और द्वारका की ट्रेन सिवनी से 2 अगस्त को रवाना होगी।
कामाख्या के लिये मुरैना से 7 अगस्त को तीर्थ-यात्री रवाना होंगे। इसमें मुरैना के 200, ग्वालियर के 299 और दतिया के 200 तीर्थ-यात्री दर्शन के लिये जाएंगे। द्वारका के लिये 10 अगस्त को अनूपपुर से ट्रेन रवाना होगी, जिसमें अनूपपुर के 192, शहडोल के 200 और उमरिया के 150 तीर्थ-यात्री होंगे। इसी प्रकार 10 अगस्त को ही इंदौर से काशी-वाराणसी के लिये जाने वाली ट्रेन में इंदौर के 300, बड़वानी के 70, उज्जैन के 150 और विदिशा के 100 तीर्थ-यात्री रवाना होंगे।
16 अगस्त को काशी के लिए मुरैना से रवाना होने वाली तीर्थ-यात्रा ट्रेन में मुरैना से 200, ग्वालियर से 299 और निवाड़ी के 200 तीर्थ-यात्री रवाना होंगे। इसी दिन जगन्नाथपुरी के लिये मेघनगर झाबुआ से रवाना होने वाली ट्रेन में झाबुआ से 100, अलीराजपुर से 70, उज्जैन से 150 और भोपाल से 300 तीर्थ-यात्री रवाना होंगे। काशी के लिये बालाघाट से 18 अगस्त को रवाना होने वाली तीर्थ-यात्रा दर्शन ट्रेन में बालाघाट से 150, सिवनी से 91, मण्डला से 75, जबलपुर से 150 और नरसिंहपुर से 75 तीर्थ-यात्री रवाना होंगे।
द्वारका के लिये छतरपुर से 22 अगस्त को रवाना होने वाली तीर्थ-यात्रा ट्रेन में छतरपुर से 200, टीकमगढ़ से 200 और विदिशा से 299 यात्री रवाना होंगे। अयोध्या के लिये छिंदवाड़ा से 24 अगस्त को रवाना होने वाली ट्रेन में छिंदवाड़ा से 200, विदिशा से 150, सीहोर से 100 और सिवनी से 92 तीर्थ-यात्री रवाना होंगे। हरिद्वार के लिये उज्जैन से 24 अगस्त को रवाना होने वाली ट्रेन में उज्जैन से 200, मंदसौर से 175, नीमच से 175 और देवास से 69 तीर्थ-यात्री रवाना होंगे।
शिरडी के लिये उमरिया से 31 अगस्त को रवाना होने वाली ट्रेन में जबलपुर के 242, कटनी के 150 और उमरिया के 150 तीर्थ-यात्री दर्शन के लिये रवाना होंगे। अमृतसर के लिये इंदौर से 31 अगस्त को ही एक ओर भारत गौरव पर्यटन ट्रेन रवाना होगी, जिसमें इंदौर के 300, उज्जैन के 150, शिवपुरी के 100 और धार के 70 तीर्थ-यात्री रवाना होंगे।
भिण्ड से बाबा साहेब अम्बेडकर की दीक्षा भूमि नागपुर के लिये एक सितम्बर को रवाना होने वाली ट्रेन में ग्वालियर से 299, दतिया से 200 और भिण्ड से 200 तीर्थ-यात्री रवाना होंगे। रतलाम से जगन्नाथपुरी के लिये 5 सितम्बर को रवाना होने वाली तीर्थ-यात्रा ट्रेन में रतलाम के 220, मंदसौर के 200 और नीमच के 200 तीर्थ-यात्री रवाना होंगे। बुरहानपुर से कामाख्या के लिये 6 सितम्बर को ट्रेन रवाना होगी, जिसमें बुरहानपुर के 175, खण्डवा के 175, नर्मदापुरम के 96 और खरगोन के 95 तीर्थ-यात्री रवाना होंगे।
रीवा से रामेश्वरम के लिये 8 सितम्बर को रवाना होने वाली ट्रेन में रीवा से 200, सतना से 200, जबलपुर से 150, पन्ना से 74 और सीधी से 74 तीर्थ-यात्री रवाना होंगे। शाजापुर से काशी (वाराणसी) के लिये 13 सितम्बर को रवाना होने वाली ट्रेन में शाजापुर से 200, आगर-मालवा से 70, राजगढ़ से 150 और गुना से 200 तीर्थ-यात्री रवाना होंगे। बैतूल से द्वारका के लिये 14 सितम्बर को ट्रेन रवाना होगी। इसमें बैतूल के 200, उज्जैन के 200 और नर्मदापुरम के 142 तीर्थ-यात्री रवाना होंगे।
रानी कमलापति स्टेशन भोपाल से रामेश्वरम के लिये 16 सितम्बर को रवाना होने वाली तीर्थ-यात्रा ट्रेन में भोपाल से 300, रायसेन से 99, सीहोर से 150 और बैतूल से 150 तीर्थ-यात्री रवाना होंगे। गुना से जगन्नाथपुरी के लिये 19 सितम्बर को रवाना होने वाली तीर्थ-यात्रा ट्रेन में गुना के 220, दमोह के 200 और अशोकनगर के 200 तीर्थ-यात्री रवाना होंगे।
परासिया छिंदवाड़ा से द्वारका के लिये 22 सितम्बर को रवाना होने वाली ट्रेन में छिंदवाड़ा से 150, भोपाल से 200 और सीहोर से 192 तीर्थ-यात्री रवाना होंगे। सराईग्राम जिला सिंगरोली से 24 सितम्बर को कामाख्या दर्शन के लिये ट्रेन रवाना होगी। इसमें सिंगरोली के 150, सीधी के 49, कटनी के 200 और सतना के भी 200 तीर्थ-यात्री रवाना होंगे। जगन्नाथपुरी के लिये 27 सितम्बर को ट्रेन रवाना होगी। इसमें रीवा के 175, सतना के 175, जबलपुर के 175 और डिण्डोरी के 94 तीर्थ-यात्री रवाना होंगे। परासिया छिंदवाड़ा से 30 सितम्बर को कामाख्या रवाना होने वाली ट्रेन में छिंदवाड़ा से 100, भोपाल से 225, रायसेन से 66 और विदिशा से 150 तीर्थ-यात्री रवाना होंगे।
जगन्नाथपुरी के लिये 2 अक्टूबर को शिवपुरी से तीर्थ-यात्रा ट्रेन रवाना होगी, जिसमें शिवपुरी के 200, अशोकनगर के 200, गुना से 200 और श्योपुर के 99 तीर्थ-यात्री रवाना होंगे। दमोह से 5 अक्टूबर को द्वारका के लिये ट्रेन रवाना होगी, जिसमें दमोह के 200, सागर के 220 और विदिशा के 200 तीर्थ-यात्री रवाना होंगे। खण्डवा से रामेश्वरम के लिये 8 अक्टूबर को रवाना होने वाली तीर्थ-यात्रा ट्रेन में खण्डवा के 150, खरगोन के 92, हरदा के 150 और बैतूल के 150 तीर्थ-यात्री होंगे। ब्यावरा-राजगढ़ से 10 अक्टूबर को जगन्नाथपुरी के लिये रवाना होने वाली तीर्थ-यात्रा ट्रेन में राजगढ़ के 200, शाजापुर के 200 और भोपाल के 299 तीर्थ-यात्री जायेंगे।