ज्योतिषी
भविष्य पुराण के अनुसार आकस्मिक धनलाभ और भाग्योदय होने से पहले आते हैं ये 5 सपने
PushplataDreaming About Money: सपने आमतौर पर हर इंसान को आते हैं और आपको आने वाले दिनों में होने वाली घटनाओं की ओर इशारा करते हैं। वहीं ये जरूरी नहीं है कि जो सपना आपने देखा हो उसका वो ही मतलब हो। वहीं स्वप्न शास्त्र अनुसार सुबह के समय देखने को वाले सपने सच साबित होते हैं। आपको बता दें कि भविष्य पुराण में भगवान सूर्यदेव ने ऐसे सपनों के बारे में बताया है जो व्यक्ति को उसके अमीर और समृद्धि होने के संकेत देते हैं। आइए जानते हैं ये सपने कौन से हैं…
सपने में मंदिर और ध्वज
भविष्य पुराण अनुसार यदि कोई व्यक्ति सपने में सूर्य, या किसी मंदिर का ध्वज या चंद्रमा का दर्शन करता है ऐसे है। तो आने वाले दिनों में भौतिक सुखों की प्राप्ति हो सकती है। साथ ही आने वाले दिनों में आकस्मिक धनलाभ हो सकता है। साथ ही व्यक्ति के जीवन में सुख शांति बनी रहती है।
पेड़- पौधे लगाते हुए देखना
भविष्य पुराण अनुसार यदि सपने में आप खुद को पेड़ पौधे लगाते हुए देखताे हैं तो यह एक शुभ संकेत है। इसका मतलब है कि आने वाले दिनों में आपको कोई उच्च पद की प्राप्ति हो सकती है। साथ ही कोई मनोकामना पूरी हो सकती है। वहीं बेरोजगार लोगों को नौकरी मिल सकती है।
सपने में खीर खाते हुए देखना
सपने में यदि आप खुद को सोने या चांंदी के पात्र में खीर खाते हुए देखने हैं तो यह एक बेहद शुभ संकेत है। इसका मतलब है कि आने वाले दिनों में आपको कोई शुभ सूचना मिल सकती है। साथ ही ऐश्वर्य और वैभव की प्राप्ति हो सकती है। वहीं यदि कोई व्यक्ति सपने में खुद को मदिरा पान करते देखता है तो इस तरह के सपने आने पर आपको लाभ मिल सकता है। साथ ही आकस्मिक धनलाभ हो सकता है।
सपने में मां लक्ष्मी को देखना
भविष्य पुराण अनुसार यदि सपने में आप मां लक्ष्मी को देखते हैं तो यह एक शुभ संकेत है इसका मतलब है कि जल्द ही आपके घर में लक्ष्मी का आगमन होने सकता है। साथ ही आपको चौतरफा लाभ मिलना शुरू हो जाएगा। साथ ही व्यापारियों अच्छा धनलाभ हो सकता है। वहीं करियर में तरक्की मिल सकती है।
सपने में तारे और पर्वत देखना
यदि कोई व्यक्ति सपने में तारा, सूर्य, पर्वत को देखते है या फिर इन्हें घूमते हुए देखता है तो इस तरह का सपना आपके लिए लकी साबित हो सकता है। आने वाले दिनों में आपको संपत्ति सुख मिलने वाला है। आप किसी संपत्ति के मालिक बन सकते हैं।