आमेट
अहं रूपी सिंग्नल डाउन होगा तो, परमात्मा की ट्रेन आएगी : साध्वी कीर्ति लता
M. Ajnabee-Kishan PaliwalM. Ajnabee-Kishan Paliwal
आमेट :
-
तेरापंथ भवन में विराजित युगप्रधान आचार्य श्री महाश्रमण की सुशिष्या साध्वी श्री कीर्तिलता के सानिध्य में अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद के निर्देश अनुसार स्थानीय परिषद द्वारा अभिनव समायिक का आयोजन किया गया.
यह आयोजन पयुर्षण पर्व के तीसरे दिन सामायिक दिवस के रूप में मनाया जाता है. पूरे भारत व नेपाल की 358 शाखा एक साथ एक समय अभिनव सामायिक का आयोजन करते है. अभिनव सामायिक का आगाज तेरापंथ युवक परिषद द्वारा "महिमा समायिक गाई प्रभु महावीर ने" सुमधुर गीतिका द्वारा शुभारंभ किया गया.
साध्वी श्री शांतिलता ने सभी को एक साथ सामयिक का पचखाण कराया व निम्न मंत्रों के उच्चारण के साथ ध्यान का प्रयोग करवाया. साध्वी श्री कीर्ति लता ने अपने ओजस्वी प्रेरणादायक प्रवचन में जैन धर्म में सामायिक का विशेष महत्व होता है. सामायिक को समता की साधना और आत्मा को निर्मल करने का महत्वपूर्ण उपक्रम बताया गया है. अध्यात्म जगत में विजय का परचम फहराना है. तो "मैं को त्याग ना होगा. इसमें मैं ने बड़े-बड़े महाराजाओं का शहंशाह को भी रसातल में ढकेल दिया. व्यवहार के धरातल में भी देखें "मैं" "मैं" करने वाले बकरा मौत के घाट उतार दिया जाता है.
आपने कहा सफलता का रास्ता कोई शाहकार नहीं होगा. वह तो राजमार्ग से ही प्राप्त किया जा सकता है. जो अहं को त्यागता है. वहीं अहॅम् बन सकता है. आपने कहा जब तक सिग्नल डाउन नहीं होगा. ट्रेन प्रवेश नहीं कर सकती. परमात्मा की ट्रेन में भी तभी प्रवेश करेगी. जब अहं रूपी सिग्नल डाउन होगा.
भगवान महावीर के 27 भवों का उल्लेख करते हुए. आपने आगे कहा भगवान महावीर का जीव मरीची के भव में घोड़े से अहंकार के कारण भव भ्रमण को बढ़ा देता है. गुरुदेव श्री तुलसी द्वारा रचित समता का सागर आख्यान करते हुए. आपने कहा श्री कृष्णा तीन खंड के अधिपति होने के बावजूद भी अपनी मां को प्रणाम करते थे. साध्वी श्री पूनम प्रभा जी ने सामयिक को आलौकित शांति का जागरण बताते हुए. कहा ब्रह्म मुहूर्त में सामायिक करने से पीयूष ग्रंथि से अमृत का स्राव निकलता है. सामयिक को मोबाइल की उपमा देते हुए. कहा कि एक घंटे के चार्ज से मोबाइल पूरा दिन चल सकता है. ठीक वैसे ही एक सामायिक से पूरा दिन चार्ज रहता है. इस अभिनव सामायिक में 360 सामायिक हुई.
इस अवसर पर तेरापंथ सभा, युवक परिषद, महिला मंडल, कन्या मंडल व आसपास के चौखले सरदारगढ़, बिनौले, जिलौला, दिवेर आदि से भी श्रावक -श्राविकाओ की अच्छी उपस्थिति रही. आभार ज्ञापन सामाजिक संयोजक सुदीप छाजेड़ ने किया. कार्यक्रम की सूचना जेटीऐन प्रतिनिधि पवन कच्छारा ने दी.