उत्तर प्रदेश
ओलिंपिक फतह के लिए टोक्यो रवाना हुई मेरठ की बेटी, देश को पदक की उम्मीद
Paliwalwani
ओलिंपिक 2020 में भारत को स्वर्ण पदक दिलाने का ख्वाब लिए मेरठ की बेटी प्रियंका गोस्वामी टोक्यो के लिए रवाना हुई है। प्रियंका गोस्वामी ओलिंपिक में 20 किमी पैदल चाल इवेंट में खेलेंगी। पहली बार भारत से कोई खिलाड़ी पैदल चाल में ओलिंपिक में जा रहा है। प्रियंका गोस्वामी पहली महिला खिलाड़ी हैं जिन्होने देश को यह गौरव दिया है। 6 अगस्त को प्रियंका ओलिंपिक में खेलेंगी। प्रियंकाओलिंपिक की तैयारी बैंग्लुरु में रहकर कर रही थी। कोरोना काल से ही प्रियंका बैंग्लुरु में अभ्यास कर रही थीं। वहीं से 10.15 बजे प्रियंका व अन्य खिलाड़ियों का दल फ्लाइट से दिल्ली के लिए रवाना हुआ है। दिल्ली से यह टीम टोक्यो जाएंगी। वहां जाकर अभी खेल पर पूरा फोकस करना है ताकि देश को जीत दिला सकूं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी मन की बात में प्रियंका गोस्वामी की तारीफ कर चुके हैं। प्रधानमंत्री ने कहा था कि प्रियंका गोस्वामी वो महिला खिलाड़ी है जिसने पदक का बैग देखकर खेलना शुरू किया। पदक का बैग पाने की लालसा आज प्रियंका को ओलिंपिक तक ले आई है। उन्होंने प्रियंका के खेल व उसके परिवार की भी तारीफ की थी। मूलरूप से मुजफ्फरनगर बुढा़ना क्षेत्र के सागड़ी गांव की रहने वाली प्रियंका गोस्वामी 2006 में मेरठ आई थी। कैलाश प्रकाश स्टेडियम में गौरव त्यागी के अंडर में अभ्यास करते हुए प्रियंका ने आगे बढ़ना शुरू कर दिया। 2011 में प्रदेश स्तरीय एथलेटिक चैंपियनशिप में हिस्सा लिया। पांच किलोमीटर की वॉक में गोल्ड मेडल लेने के साथ ही प्रियंका प्रदेश की बेस्ट एथलीट भी बनी। 2011 में ही प्रियंका ने नेशनल यूथ एथलेटिक चैंपियनशिप में भी पांच किमी वॉक में हिस्सा लेकर रजत पदक जीता। 10 किमी, 20 किमी पैदल चाल में राष्ट्रीय, अंतराष्ट्रीय स्तर के पदक जीते।