Thursday, 24 July 2025

उत्तर प्रदेश

Bangladeshi Infiltrators: यूपी के हर जिले में बांग्लादेशी घुसपैठिये, अकेले लखनऊ में हैं 50 हजार, सरकार एक्शन मोड पर

PALIWALWANI
Bangladeshi Infiltrators: यूपी के हर जिले में बांग्लादेशी घुसपैठिये, अकेले लखनऊ में हैं 50 हजार, सरकार एक्शन मोड पर
Bangladeshi Infiltrators: यूपी के हर जिले में बांग्लादेशी घुसपैठिये, अकेले लखनऊ में हैं 50 हजार, सरकार एक्शन मोड पर

Uttar Pradesh News: उत्तर प्रदेश का शायद ही कोई जिला ऐसा बचा हो जहां इस वक्त बांग्लादेशी घुसपैठिये ना रह रहे हों। अकेले लखनऊ में इनकी संख्या हजारों में है। हाल ही में गिरफ्तार किए गए 90 बांग्लादेशी इस बात की ताकीद कराते हैं कि प्रदेश में इनकी तादात किस कदर बढ़ रही है। प्रदेश के गृह विभाग में हालांकि बांग्लादेशी घुसपैठियों की धर-पकड़ के लिए अभियान शुरू किया है, लेकिन ऐसा अभियान पहली बार नहीं शुरू कया गया है। 18 साल में प्रदेश में कई बार ऐसे अभियान शुरू किए गए, जो कुछ समय बाद ठंडे बस्ते में डाल दिए गए।

मुख्यमंत्री ने उत्तरप्रदेश में रह रहे बांग्लादेशियों के खिलाफ अभियान शुरू करने के आदेश आला अधिकारियों को दिए हैं। वरिष्ठ आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद बांग्लादेशियों की निशानदेही की कार्रवाई में अब प्रदेश में लाखों की संख्या में इनकी उपस्थिति की जानकारी मिली है।

यूपी में सबसे पहले 2008 में धरपकड़ शुरू हुई थी

इसी क्रम में इस बात की तस्दीक हुई है कि लखनऊ में 50 हजार बांग्लादेशी घुसपैठिये रह रहे हैं, जबकि प्रयागराज में इनकी संख्या 30 हजार के आस-पास है। खुद को बताने वाले इन बांग्लादेशियों में से कुछ ने असम के विभिन्न जिलों से अपना पहचानपत्र बनवाया है, जबकि कुछ ने जिस जिले में अपना ठिकाना बनाया है, वहीं से अपना मतदाता पहचान पत्र बनवा लिया है। इस बाबत प्रदेश के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी कहते हैं,में सबसे पहले बांग्लादेशी घुसपैठियों की धर-पकड़ का अभियान वर्ष 2008 में की सरकार में शुरू किया गया था।

उस वक्त प्रदेश के सभी थानेदारों को यह निर्देश जारी किए गए थे कि वे अपने थाना क्षेत्रों में रह रहे ऐसे संदिग्धों का पेरा ब्योरा जुटा कर उसे शासन को भेजें। साथ ही ऐसे घुसपैठियों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई करें। इस आदेश के बाद प्रदेश में बड़ी संख्या में बांग्लादेशी घुसपैठियों के चिहीकरण और उन्हें गिरफ्तार करने का काम शुरू हुआ। लेकिन वर्ष 2012 में प्रदेश मेंकी सरकार बनने के बाद इस अभियान को विराम दे दिया गया।

सूत्रों का कहना है कि 15 साल में उत्तर प्रदेश में बांग्लादेशी घुसपैठियों की संख्या में तीन गुना से अधिक का इजाफा हो चुका है। प्रदेश का कोई भी जिला, शहर या कस्बा ऐसा नहीं है, जहां बड़ी संख्या में बांग्लादेशी घुसपैठिये न रह रहे हों। लखनऊ जोन के पुलिस महानिदेशक तरुण गाबा के मुताबिक लखनऊ और उसके रेंज में आने वाले सभी जिलों में बांग्लादेशी घुसपैठियों को ले कर सघन कार्रवाई जारी है। इनके चिन्हीकरण के लिए सघन अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि उन्नाव में हाल ही में कुछ बांग्लादेशी गिरफ्तार किए गए हैं। इनको फर्जी तरीके से मतदाता पहचान पत्र और आधार कार्ड उपलब्ध कराने वाले एक सभासद को गिरफ्तार भी किया गया है।

उधर,के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी कहते हैं, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश में रह रहे बांग्लादेशी घुसपैठियों के चिन्हीकरण के लिएसघन अभियान शुरू किया है। यह अभियान प्रदेश भर में सभी जिलों में चलाया जा रहा है। उत्तर प्रदेश में आखिर कितने ऐसे घुसपैठिये रह रहे हैं? इसका खुलासा इस अभियान के बाद किया जाएगा। बांग्लादेशी घुसपैठियों के बारे में प्रदेश के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी कहते हैं, प्रदेश व देश की आन्तरिक व वाह्य सरक्षा के लिए ऐसे घुसपैठिये बड़ा खतरा हैं। इनको देश से बाहर किये बगैर और जिन रास्तों से यह भरत में दाखिल होते हैं वहां सख्ती किये बगैर इस समस्या का जड़ से समाधान आसान नहीं होगा।

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