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16 जुलाई तक है सस्ता सोना खरीदने का सुनहरा मौका, जानिए क्या है कीमत
Paliwalwani
सस्ता सोना खरीदने वालों के लिए खुशखबरी है. केंद्र सरकार आज बाजार से भी कम रेट्स में गोल्ड खरीदने का मौका दे रही है. अगर आपका भी गोल्ड खरीदने का प्लान है तो यह सही मौका है. 12 जुलाई से सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम 2021-22 की चौथी सीरीज की बिक्री शुरू हो रही है. यह बिक्री 16 जुलाई तक चलेगी. आइए आपको बताते हैं कि किस भाव आप आज से सोना खरीद सकते हैं-
रिजर्व बैंक (RBI) के मुताबिक, इस सीरीज में गोल्ड की कीमत 4,807 रुपये प्रति ग्राम तय की गई है. बता दें कि Sovereign Gold Bond आरबीआई (RBI) सरकार की ओर से जारी करता है.
ऑनलाइन खरीदारी पर मिलेगी छूट
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड 2021-22 की चौथी किश्त आज से पांच दिनों के लिए सब्सक्रिप्शन के लिए खुलेगी. RBI के मुताबिक, बॉन्ड के लिए अगर आप ऑनलाइन आवेदन करते हैं तो आपको प्रति ग्राम 50 रुपये की छूट मिलेगी. यानी ऐसे निवेशकों के लिए एक ग्राम गोल्ड बॉन्ड की कीमत 4,757 रुपये होगी.
कहां से खरीद सकते हैं आप गोल्ड बॉन्ड
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड खरीदने के लिए आपके पास पैन कार्ड होना जरूरी है. निवेशक ये बॉन्ड ऑनलाइन भी खरीद सकते हैं. इसके अलावा बैंकों, स्टॉक होल्डिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (एसएचसीआईएल), चुनिंदा डाकघरों और एनएसई व बीएसई जैसे स्टॉक एक्सचेंज से आप इसकी खरीदारी कर सकते हैं.
कितना खरीद सकते हैं गोल्ड?
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम में एक वित्तीय वर्ष में एक व्यक्ति अधिकतम 400 ग्राम सोने के बॉन्ड खरीद सकता है. वहीं न्यूनतम निवेश एक ग्राम का होना जरूरी है. इस स्कीम में निवेश करने पर आप टैक्स बचा सकते हैं. बॉन्ड को ट्रस्टी व्यक्तियों, HUF, ट्रस्ट, विश्वविद्यालयों और धर्मार्थ संस्थानों को बिक्री के लिए प्रतिबंधित किया जाएगा.
जानिए क्या है सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड?
गोल्ड बॉन्ड में निवेशक को फिजिकल रूप में सोना नहीं मिलता है. यह फिजिकल गोल्ड के मुकाबले काफी सुरक्षित रहता है. इस पर तीन साल के बाद लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन टैक्स लगता है. वहीं, इसका लोन के लिए इसका उपयोग कर सकते हैं. अगर बात रिडेंप्शन की करें तो पांच साल के बाद कभी भी इसको भुना सकते हैं.
कैसे तय होता है प्राइस
बता दें आवेदन कम से कम 1 ग्राम और उसके मल्टीपल में जारी होते हैं. बॉन्ड का प्राइस इंडियन बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन लि. (IBJA) द्वारा दी गई 999 शुद्धता वाले गोल्ड के औसत क्लोजिंग प्राइस के आधार पर तय किया गया है.