मध्य प्रदेश
सहारा इंडिया के निवेशकों हो रहे है, परेशान : कल सांसद बंगले का होगा घेराव : तीन लाख लोगों का 500 करोड़ अटका
Paliwalwaniजबलपुर : सहारा इंडिया द्वारा लोगों का पैसा वापस न करने मामले में कल दिनांक 12 अप्रैल 2022 को सांसद श्री राकेश सिंह के घर का घेराव किया जाएगा. कांग्रेस के प्रदेश सेक्रेटरी श्री सौरभ नाटी शर्मा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में पालीवाल वाणी को बताया कि उनकी संस्था निवेशक अभिकर्ता हितकारी संघ सहारा इंडिया में फंसे लोगों का पैसा वापस दिलाने के काफी दिनों से संघर्ष कर रही हैं. इस बात को लेकर उन्होंने सांसद श्री राकेश सिंह को 15000 लोगों से पोस्ट कार्ड भी पीड़ित जनों की ओर से भेजे गए थे. जिसका आज दिनांक तक कोई जवाब नहीं मिला.
श्री सौरभ भाटी का कहना है कि इस मामले में उन्होंने शहर के तमाम जनप्रतिनिधियों से बात की गई. उन्होंने नेताओं से अपील की है कि इस मुद्दे को विधानसभा एवं लोकसभा में जन आंदोलन के माध्यम तक जनता की आवाज उठाएं. उनका कहना है कि उन्होंने इस मामले में जबलपुर सांसद से भी कई बार मदद की अपील की लेकिन उन्होंने इस दिशा में कोई भी सकारात्मक कदम नहीं उठाया. पीड़ित जनों की आवाज को नहीं उठाना मन को दुखी कर जाता हैं. आखिर गरीब लोगों का पैसा उन्हें कब तक मिलेगा. इस और कोई भी जन प्रतिनिधि ध्यान केंद्रित नहीं कर रहा हैं.
3 लाख निवेशकों का 500 करोड रुपए सहारा इंडिया में अटके
जबलपुर शहर के तीन लाख से ज्यादा निवेशकों के करीब 500 करोड रुपए सहारा इंडिया में फंसा हैं, जिससे शहर का हर निवेशक काफी परेशान हैं. लोग कभी सहारा इंडिया, कभी कलेक्ट्रेट तो कभी पुलिस अधीक्षक के कार्यालय लगा-लगा कर परेशान हैं.
जबलपुर ढाई सौ से ज्यादा शिकायतें दर्ज : सहारा इंडिया को-ऑपरेटिव सोसाइटी के खिलाफ ढाई सौ से ज्यादा शिकायतें दर्ज की गई हैं. शिकायत में बताया गया है कि आम जनता का जमा पैसा और उसका ब्याज समय अवधि पूरा होने के बाद भी उनको नहीं लौटाया गया. निवेशकों का आरोप है कि साल 2017 में ही उनकी पॉलिसी की अवधि पूरी हो चुकी थी लेकिन उसके बाद ना तो उनको उनका मूल धन मिला है ना ही ब्याज.
ज्यादा ब्याज के लालच में फंसे लोग : सहारा इंडिया कोऑपरेटिव सोसायटी द्वारा आम जनता को कम समय में ज्यादा ब्याज का लालच देकर उनसे पैसा जमा करवाया गया था. साल 2017 तक लोगों से जमकर पैसा बटोरा गया. जब पैसा देने की बारी आई तो कंपनी ने हाथ उचे करते हुए डिफॉल्ट कर गई. जिसके बाद लोगों ने शिकायतें लगातार शुरू की और मामला कोर्ट तक पहुंच गया. उसके बाद भी आम जनता ने अपनी कड़ी मेहनत का पैसा सहारा इंडिया को-ऑपरेटिव सोसाइटी में जमा कराया था कि दुख के समय सहारा मिलेगा. लेकिन निवेशको ं को क्या पता था कि एक दिन सहारा इंडिया हम लोगों को बेसहसास का जाएगा.