मध्य प्रदेश

मकर संक्रांति के पर्व पर गुड़ की मिठास की जगह ग्राहकों के मुँह लगी महंगाई की कड़वाहट, गुड़ और तिल्ली के भाव बढ़े

Pushplata
मकर संक्रांति के पर्व पर गुड़ की मिठास की जगह ग्राहकों के मुँह लगी महंगाई की कड़वाहट, गुड़ और तिल्ली के भाव बढ़े
मकर संक्रांति के पर्व पर गुड़ की मिठास की जगह ग्राहकों के मुँह लगी महंगाई की कड़वाहट, गुड़ और तिल्ली के भाव बढ़े

मकर संक्रांति का पर्व नजदीक है और इस प्रमुख त्योहार पर तिल गुड़ की मिठास यानी इन दोनों से बने लड्डू और अन्य व्यंजन पर्व की खुशियां दोगुनी कर देते हैं, लेकिन इन तिल-गुड़ के दामों में तेजी इस त्योहार पर महंगाई के रूप में कड़वाहट घोल रही है. महंगाई के कारण आमजन की जेब हल्की हो रही है.

संक्राति पर्व आते ही बाजार में जहां तिल गुड़ की मिठाइयों से दुकानें सज जाती हैं तो वहीं घरों में तिल गुड़ के लड्डू, पट्टी आदि पहुंचने लगती है. तिल गुड़ की मिठास बढ़ती महंगाई में आमजन की जेब पर कड़वाहट की तरह भारी पड़ रही है. बदलते मौसम और मकर संक्रांति पर्व के चलते खेरची बाजार में तिल गुड़ की डिमांड और सप्लाई काफी अच्छी होती है.

यह है बाजार में गुड़ के भाव

करेली सहित महाराष्ट्र और एमपी के कई शहरों से गुड़ स्वच्छ शहर इंदौर के होलसेल बाजार में पहुंचता है. इंदौर के होलसेल बाजार में गुड़ के भाव में तेजी देखी जा रही है. व्यापारियों का कहना है कि 3 से 4 रुपए प्रति किलो की तेजी के साथ मार्केट में 38 से 50 रुपए प्रति किलो तक गुड़ अलग-अलग वैरायटी में उपलब्ध है.

कम हुआ उत्पादन

इस बार गन्ने की फसल अच्छी नहीं होने के कारण गुड़ के प्रोडक्शन में कमी देखी जा रही है. गुड़ व्यापारियों की मानें तो इनका देसी गुड़… गजक, बर्फी, लड्डू आदि मिठाइयों में उपयोग किया जाता है. वहीं मौसम में हो रहे बदलाव और मकर संक्रांति के कारण गुड़ की मांग काफी अच्छी बनी हुई है.

बाहर से आती है तिल्ली

शहर में मकर संक्रांति के दौरान तिल्ली का बाजार भी इन दिनों काफी तेजी लिए हुए है. तिल्ली का व्यापार करने वालों के मुताबिक ग्वालियर, नीमच सहित गुजरात के कई शहरों से होलसेल मार्केट में कोरी तिल्ली, धुली तिल्ली, सन ड्राय सहित अन्य तरह की तिल्ली आती है. तिल्ली के भाव की यदि बात करें तो वर्तमान में 175 रुपए से लगाकर 275 रुपए प्रति किलो तक की तिल्ली बाजार में उपलब्ध है.

हर दिन 10 टन की खपत

तिल व्यापारी ने बताया कि त्योहार के सीजन और ठंड के मौसम में इंदौर से करीब 10 टन के लगभग हर दिन तिल्ली की खपत हो रही है, वहीं आम दिनों में इसकी मात्रा आधे से भी कम हो जाती है. सियागंज किराना मर्चेंट एसोसिएशन के पदाधिकारी नईम पालवाला ने भी बाजार के उतार चढ़ाव को लेकर बताया कि इस बार गुड़ तिल के भावों में तेजी तो है, लेकिन बाजार में खरीदी पर इसका असर कम ही दिखाई दे रहा है.

whatsapp share facebook share twitter share telegram share linkedin share
Related News
GOOGLE
Latest News
Trending News