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Press Conference : CBI, ED और IT केंद्र सरकार का टूल : संजय सिंह

Paliwalwani
Press Conference : CBI, ED और IT केंद्र सरकार का टूल : संजय सिंह
Press Conference : CBI, ED और IT केंद्र सरकार का टूल : संजय सिंह

Press Conference: ABP न्यूज के खास कार्यक्रम 'प्रेस कॉन्फ्रेंस' में आज आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह शामिल हुए. उन्होंने इस दौरान देश में चल रहे बवाल पर तीखे सवालों का सामना किया. भ्रष्टाचार पर AAP का दोहरा रवैया क्यों? इस सवाल के जवाब में संजय सिंह ने कहा कि सीएम केजरीवाल भष्टाचार के खिलाफ हैं. हमने बुनियादी जरूरतों पर काम किया. संजय सिंह ने कहा कि आम आदमी पार्टी के नेताओं को अपमानित करने का काम केंद्रीय एजेंसियों की तरफ से किया गया. सीएम और डिप्टी सीएम के खिलाफ छापेमारी की गई. उन्होंने कहा कि मनीष सिसोदिया के खिलाफ भी कोई साक्ष्य नहीं मिले. हमारे विधायकों के खिलाफ 140 मुकद्दमें किए गए, जिनमें से आज भी कई पेंडिंग हैं.

प्रश्न : आपने करप्शन के खिलाफ देश में महौल बनाया कि आप आ जाएंगे तो देश से करप्शन खत्म हो जाएगा.  आज की तारीख में जब मैं आपसे बात कर रहा हूं आपके डबल स्टैंडर्ड करप्शन को लेकर दिखाई देते हैं. एक नेता को आप करप्ट कहते हैं और उसको बाहर निकलवा देते हैं. कैबिनेट से दूसरे को एजेंसी कहती है ये करप्ट है जिसे अंदर होना चाहिए तो उस आप सर्टिफिकेट देते हैं कि वो करप्ट नहीं है. ये सिंघा साहब के मामले में और जैन साहब के मामले में आपका दोहरा रवैया क्यों है?

उत्तर : आपने बिलकुल ठीक कहा कि हम नई राजनीति के लिए आए थे और हमने नई राजनीति का मॉडल दिल्ली में अरविंद केजरीवाल जी ने दिया, बिजली में पानी में, शिक्षा में, स्वास्थ्य में जो इंसान की जिंदगी में बुनियादी जरूरतें हैं. उसमें एक अनुकरणीय काम करके दिखाया. जिस सत्येंद्र जैन का आप जिक्र कर रहे हैं उन्होंने भी मोहल्ला क्लीनिक का एक ऐसा मॉडल दिया जिसकी चर्चा पूरी दुनिया में हो रही है. करप्शन के केस में पहले भी दिल्ली में ही एक मंत्री अरविंद केजरीवाल ने बर्खास्त किया था. पंजाब में अभी एक मंत्री को भगवंत मान जी ने बर्खास्त किया है. लेकिन इसके साथ-साथ इसका दूसरा पक्ष है जो हमें समझना पड़ेगा कि आम आदमी पार्टी का जितना एजेंसियों का उपयोग करके उत्पीड़न किया गया मैं समझता हूं किसी भी राजनीतिक दल का नहीं किया गया है. मैं एक-एक करके इसका उदाहरण देता हूं. 

'आप' पर सबसे ज्यादा एजेंसियों का इस्तेमाल

मुख्यमंत्री के दफ्तर पर सीबीआई का छापा पड़ा, जिसमें राजेंद्र कुमार जी उनके प्रमुख सचिव को गिरफ्तार किया गया. उनको अपमानित किया गया, गालियां दी गईं  पिछले सात साल से वो सस्पेंड हैं आज तक उनके खिलाफ कोई साक्ष्य नहीं मिला और कोई मामला नहीं बना उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के घर सीबीआई का छापा हुआ आज तक कुछ नहीं निकला, कैलाश गहलोत के घर सीबीआई का छापा हुआ, हमारे 34-34 विधायकों को पकड़कर जेल में डाला 140 मुकदमें उन पर लगाए जिनमें से 72 में उनको न्यायालय से क्लीन चिट मिली. दिल्ली पुलिस को कई मामलों में फटकार मिली आज भी बहुत सारे मामले पेंडिंग हैं. सत्येंद्र जैन के ऊपर एक नहीं सीबीआई और ईडी ने कई मामले एक साथ चलाए. एक मामला चला जिसमें आप जानते हैं सीबीआई सीधे एफआईआर करती नहीं है. पहले उन्होंने पीई किया, बाद में एफआईआर किया. सर्विसेज के मामले में इन्होंने भ्रष्टाचार किया है. ऐसा करके इन्होंने एक मामला चलाया है. 5 साल तक सीबीआई ने वो केस चलाया और बाद में उनको क्लीन चिट दे दी. कह दिया हमारे पास कोई साक्ष्य नहीं है सत्येंद्र जैन के खिलाफ. 

सत्येंद्र जैन को 8 साल के पुराने मामले में 7 बार बुलाया

ये जो मामला है ये 8 साल पुराना मामला है 7 बार बुलाया कभी गिरफ्तार नहीं किया. कभी कोई कार्रवाई उनके खिलाफ नहीं हुई. ऐसा प्रचारित किया जा रहा है कि उनके घर से करोड़ो रूपये बरामद हुए हैं. 2 लाख 79 हजार रूपये जो अकाउंटेट मनी थी जिसको ईडी ने सीज भी नहीं किया. हम बिलकुल नई राजनीति करने आए हैं. लेकिन हम उत्पीड़न की राजनीति झेलने और बर्दाश्त करने के लिए नहीं बल्कि उसके खिलाफ आवाज उठाने भी आए हैं. अगर हमको गलत ढंग से फंसाया जाएगा, हमारे विधायकों के खिलाफ गलत मुकदमे दर्ज किए जाएंगे उनको आरोपित किया जाएगा बेबुनियाद मामलों में तो उसके खिलाफ लोकतंत्र में हमारे पास आवाज उठाने का हक है न्यायालय में भी जाने का हक है वो हम कर रहे हैं.

सारी एजेंसिया देश के भगोड़ों के खिलाफ क्या कर रही हैं?

ये ईडी, सीबीआई और आईटी नीरव मोदी के खिलाफ क्या कर रही है? ये मेहुल चोकसी के खिलाफ क्या कर रही है? ये येदियुरप्पा के खिलाफ क्या कर रही है? ये व्यापम घोटाले में क्या कर रही है? 1700 रेड मारे हैं ईडी ने 9 साल के अंदर सिर्फ 9 मामलों में कन्विक्शन हुआ है .04 प्रतिशत कन्विक्शन हुआ है. आप बताइए ऐसी संस्था  जो एक-एक मामले में 8-8 साल लगा दे उसकी किसी भी कार्रवाई पर हम सवाल ना उठा दें. 

प्रश्न :  तो आपके मुताबिक ईडी एक पॉलिटिकल टूल है जिसे सरकार इस्तेमाल कर रही है?

उत्तर :  बिलकुल इस्तेमाल कर रही है. मैं तो बता रहा हूं कि सरकार इस्तेमाल कर रही है. इनके नेताओं के खिलाफ क्या कार्रवाई करते हैं ये? ईडी, सीबीआई और इनकी तमाम एजेंसियों की सुप्रीम कोर्ट ने पेंडिंग रिपोर्ट मांगी थी ईडी ने खुद इस बात की जानकारी दी है कि ये ये मामले हमारे पास पेंडिंग हैं उसमें क्या कार्रवाई करते हैं आप एक प्रोग्राम में पीएम मोदी जी खुद मेहुल चोकसी को मेहुल भाई कहकर संबोधित कर रहे थे और वो मेहुल चोकसी और नीरव मोदी हिन्दुस्तान का 20 हजार करोड़ रूपये लूटकर विदेशों में मौज काट रहे हैं और हमें चिढ़ा रहे हैं. नितिन संदेशरा 6 हजार करोड़ लूटकर चला गया ललित मोदी 2800 करोड़ लेकर चला गया, 10 हजार करोड़ रूपये विजय माल्या लूटकर चला गया. इन सभी के दूर-दूर के कनेक्शन देखिए सभी भगाए गए हैं. 

बीजेपी पर बोला हमला

बीजेपी जब भ्रष्टाचार के खिलाफ बोलती है तो ऐसा लगता है डाकू गब्बर सिंह अहिंसा पर उपदेश दे रहा है. आप भाजपाइयों की क्या बात करते हैं इनकी पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष कैमरे पर रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया है, ये वो पार्टी है जिसने शहीदों के ताबूत में घोटाला किया, एक इनके पूर्व केंद्रीय मंत्री जो अब इस दुनिया में नहीं है उन्होंने कहा था पैसा खुदा तो नहीं है लेकिन उससे कम भी नहीं है, जिन लोगों ने राफेल में घोटाला किया रक्षा सौदे में, व्यापम का घोटाला हो, जनजीवन मिशन का घोटाला हो हजारो करोड़ का घोटाला. भाजपा के नाम पर घोटालों की एक लंबी फेहरिश्त है. क्या करते हैं ये लोग ऐसे लोगों के साथ येदियुरप्पा को जो भ्रष्टाचार के लिए हटाया गया हो उसी को फिर से ये लोग मुख्यमंत्री बना देते हैं. 

प्रश्न : भाजपा खराब है और आम आदमी पार्टी दूध की धुली है? आपके एक विधायक राशन कार्ड बनवाते हुए किन परिस्थितियों में पकड़े गए आपको मालूम होगा?

उत्तर :  बिलकुल है 100 फीसदी है. हमने उनको निकाला ना. मैं ये नहीं कहता हूं कि हमारी पार्टी में कोई गलत व्यक्ति नहीं आ सकता. अगर आ गया है तो हम उस पर कार्रवाई करते हैं. लेकिन जो मैंने कहा कि देश की आजादी के बाद से सबसे ज्यादा उत्पीड़न झेलने वाली पार्टी और नेताओं की बात करेंगे तो आम आदमी पार्टी नंबर वन पर होगी. 

प्रश्न :  देश की राजनीति में इस वक्त किसकी सबसे ज्यादा जरूरत है? प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी या फिर राहुल गांधी की?

उत्तर : मैं समझता हूं कि इन दोनों में से देश को किसी की भी जरूरत नहीं है. क्योंकि देश की जनता ने दोनों को देख लिया है. एक ने 8 साल बिता दिए लेकिन अपने ही वादों को पूरा नहीं कर पाया. न तो किसानों की आय दोगुनी कर पाया और ना ही साल में 2 करोड़ रोजगार दे पाया बल्कि लोगों का रोजगार छीन जरूर लिया. चाहे महंगाई कम करने की बात चाहे शिक्षा और स्वास्थ्य में क्रांतिकारी परिवर्तन करने की बात हो. लोगों के व्यापार खत्म किए हैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने. और राहुल गांधी से लोगों की अपेक्षाएं धीरे-धीरे खत्म ही होती चली जा रही हैं. 

प्रश्न :  पंजाब में अगर भगवंत मान की जगह अरविंद केजरीवाल मुख्यमंत्री होते तो क्या पंजाब में ये जो पिछले तीन महीने से घटित हो रहा ये नहीं होने पाता उत्तर हां या ना में?

उत्तर : देखिए भगवंत मान और अरविंद केजरीवाल दोनों अलग-अलग तरीके से अपनी-अपनी जगहों पर बेहतरीन काम कर रहे हैं. और ऐसी घटनाओं के बारे में कोई पहले से तय नहीं कर सकता है कि क्या होने वाला है. इसलिए मैं दोनों को उनकी भूमिकाओं के लिए बेहतर मानता हूं.

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