दिल्ली

‘पीएम मोदी ने हमें बेघर कर दिया, मीडिया पर भी है दबाव’; बोलीं विनेश फोगाट

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‘पीएम मोदी ने हमें बेघर कर दिया, मीडिया पर भी है दबाव’; बोलीं विनेश फोगाट
‘पीएम मोदी ने हमें बेघर कर दिया, मीडिया पर भी है दबाव’; बोलीं विनेश फोगाट

 16 अगस्त 2021, दिल्ली का  7 लोक कल्याण मार्ग यानी पीएम आवास। यहां जमा हैं टोक्यो ओलंपिक 2020 से लौटा भारतीय खिलाड़ियों का दल। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक-एक कर सभी खिलाड़ियों से मिल रहे हैं। बातचीत के दौरान प्रधानमंत्री पहलवान विनेश फोगाट से मुखातिब होते हैं और कहते हैं, ‘और विनेश, यह तो मेरे ही परिवार की है…’

9 मई 2023, दिल्ली का जंतर-मंतर, यहां जमा हैं भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण सिंह के खिलाफ धरना दे रहे पहलवान, भारी पुलिस जाब्ते और देश के अलग-अलग हिस्सों से आए लोगों के बीच बैठी पहलवान विनेश फोगाट को जब जनसत्ता ने पीएम मोदी का उनको लेकर दिया बयान याद दिलाया तो उन्होंने कहा, ‘पता ही नहीं चला प्रधानमंत्री जी ने हमें कब बेघर कर दिया।’ 

यह रिपोर्ट विनेश फोगाट और साक्षी मलिक के साथ हुई बातचीत और कई सवालों के जवाबों की बुनियाद पर तैयार की गयी है। 

सवाल : इतने दिन बीत गए हैं,आपकी मांगे नहीं मानी गयी हैं..क्या महसूस कर रही हैं? 

इस सवाल के जवाब में विनेश फोगाट कहती हैं, “कुछ नहीं जी बैठे हैं बस, मांगे तो क्या हैं, सच्चाई की लड़ाई है बस,सच्चाई के लिए भी मांगना पड़ रहा है दुर्भाग्य तो यही है..सच्चाई तो वैसे ही सिद्ध हो जानी चाहिए थी, इसपर काम हो जाना चाहिए था लेकिन उसके लिए भी मांगना पड़ रहा है, दुर्भाग्य है हमारे देश का और हमारे देश के खिलाड़ियों का…

इस ही सवाल के जवाब में ओलंपिक मेडलिस्ट साक्षी मलिक कहती हैं, “यह बड़े ही दुर्भाग्य की बात है कि हमें 17 दिन हो गए हैं यहां बैठे हुए और कोई सुनवाई नहीं हो रही है…इसका कारण तो सबको पता है कि वह (बृजभूषण सिंह) पॉलिटिकली बहुत स्ट्रांग आदमी है और सत्ताधारी पार्टी से है…उसे बचाने के लिए ही हमारी सुनवाई नहीं हो रही है। 

सवाल : ‘मोदी तुझसे बैर नहीं, बृजभूषण तेरी खैर नहीं’ क्या ऐसा है? 

इस सवाल का जवाब देते हुए साक्षी मलिक कहती हैं, “हमारी लड़ाई  बृजभूषण सिंह से है, हम तो सरकार से यही अपील कर रहे हैं कि हमारी बात सुनें, हमें प्रधानमंत्री जी से कोई दिक्कत नहीं है, हमें बस एक आदमी से प्रोब्ल्म है। 

सवाल : प्रधानमंत्री जी से क्या कहना चाहती हैं? 

विनेश फोगाट कहती हैं, “मेरे मन में बस यह ख्याल आता है कि उन्होने (प्रधानमंत्री मोदी) ने पता नहीं कब हमें बेघर कर दिया, हमें समझ ही नहीं आया, हमें पता ही नहीं लगा कि हम कब बेघर हो गए…

साक्षी मलिक कहती हैं, “प्रधानमंत्री जी हमेशा बोलते हैं बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ और मेडल जब आते हैं तो बड़ा सम्मान करते हैं, हमें घर बुलाते हैं, चाय पिलाते हैं, डिनर पे बुलाते हैं लेकिन मुसीबत के समय में? भारत की बेटी की लड़ाई में सुनवाई नहीं करते तो बड़ा दुख होता है कि क्या सिर्फ मेडल आने पर ही हम पूछे जाते हैं? 

सवाल : क्यों बार-बार साफ करना पड़ रहा है कि हम किसी एक पार्टी के नहीं हैं? 

इस सवाल के जवाब में विनेश फोगाट कहती हैं कि इसे धरना या प्रोटेस्ट ना कहा जाए यह एक लड़ाई है, सच्चाई की लड़ाई, जिसे हर एक उस लड़की को लड़ना चाहिए जिसके साथ गलत हो रहा है…न हम पॉलिटिक्स वाले लोग हैं और ना हमें पॉलिटिक्स आती है..जो दिल में है वही ज़ुबान पर है..वही हम पूरे देश के सामने बोल रहे हैं…

साक्षी मलिक कहती हैं, “देखो विपक्ष की कोई बात नहीं  है यहां..बीजेपी का कोई आदमी समर्थन के लिए आएगा तो हम उसका भी स्वागत करेंगे, सब आ सकते हैं, पीटी ऊषा मैम भी आई हैं, हम किसी को नहीं रोक रहे हैं, विपक्ष की यहां कोई बात नहीं हैं…

सवाल : क्या यह धरना एक कम्यूनिटी का धरना होकर रह गया है? 

साक्षी मलिक कहती हैं, ” यह बस मुद्दा भटकाने की बात है, गुमराह करने की बात है, कभी बोलते हैं यह हरियाणा Vs यूपी की लड़ाई है, कभी कहा जाता है यह कांग्रेसी हैं, मैं आपको क्लियर कर दूं कि हम ना तो किसी राजनीतिक दल को समर्थन करते हैं ना यहां किसी का झंडा है, हमारा मंच हर भारतीय के लिए खुला है…

इस ही सवाल के जवाब में विनेश फोगाट कहती हैं, “जब हम मेडल जीत कर आते हैं तो क्या हम ऐसे बोलते हैं कि हम उस जाति से हैं? तो आज यह जातिवाद का कीड़ा कहां से आ गया? क्या लड़कियों के खिलाफ हो रहे यौन उत्पीड़न के खिलाफ आवाज उठाना जाति का मुद्दा है? लड़की बस एक लड़की है, हिंदुस्तान की लड़की है, हमें कुछ नहीं पता, गलत हुआ है और हम उसके खिलाफ हैं। 

सवाल : देश के मीडिया के लिए क्या कहना चाहेंगे? क्या आप कवरेज से संतुष्ट हैं? 

विनेश फोगाट कहती हैं, “उनके हाथ में जितना है वो कर रहे हैं, शायद उनके ऊपर जो लोग बैठे हैं उनका दबाव है, सरकार का प्रेशर हो या उस आदमी का प्रेशर हो, प्रेशर तो है, लेकिन सच्चाई को झुठलाया नहीं जा सकता है, सच्चाई तो दिखेगी, सच्चाई तो अलग से चमकती है। 

यह आर्टिकल एक चर्चित वेबसाइट से लिया गया है| इसमें कोई बदलाव नहीं किया गया है 

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