दिल्ली
कमला पसंद के मालिक की बहू दीप्ति चौरसिया के सुसाइड केस में नया मोड़...! : मुझे इंसाफ चाहिए
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दिल्ली. कमला पसंद के मालिक कमल किशोर की बहू दीप्ति चौरसिया ने दिल्ली में बसंत विहार स्थित आवास में सुसाइड कर लिया. इसके बाद मौके पर पहुंची दिल्ली पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है.
इस बीच मृतक दीप्ति चौरसिया के भाई ऋषभ ने आरोप लगाते हुए कहा है कि उसकी सास और पति उसे मारते थे. उसके पति का अफेयर था. जब हमें पता चला तो हम अपनी बेटी को घर ले आए. उसके बाद उसकी सास उसे वापस ले गई. मेरी बहन मुझे फोन करके कहती थी उसे टॉर्चर किया जा रहा है और उसके पति के अफेयर हैं.
उन्होंने आगे कहा मुझे नहीं पता कि मेरी बहन को मारा गया या उसने सुसाइड किया. मैंने उससे 2-3 दिन पहले बात की थी. मुझे बस इंसाफ चाहिए. मेरी बहन की शादी 2010 में हुई थी. उसके पति के साथ उसके रिश्ते अच्छे नहीं थे. वह उसके साथ मारपीट करता था और गाली-गलौज करता था. मुझे इंसाफ चाहिए.
मेरी बहन को मारा गया या आत्महत्या की पता नहीं
भाई ने आरोप लगाते हुए आगे कहा मुझे बताया गया उसकी डेथ हो गई, उसके साथ फिजीकल असॉल्ट करते थे. उसको मारते पीटते थे. उसके पति के इलीगल रिलेशन थे. उसे मारा गया या उसने आत्महत्या की पता नहीं? परसों बात हुई थी. उसने बताया कि बेटे को श्री राम स्कूल में एडमिशन कराना है. फॉर्म भरने के लिए बुलाया था.
पुलिस को मौके से मिला सुसाइड नोट
पुलिस को मौके से एक सुसाइड नोट मिला है, जिसमें किसी पर कोई आरोप तो नहीं लगाया गया है, लेकिन भावनात्मक बातें जरूर लिखी थी. सूत्रों की मानें तो सुसाइड नोट में लिखा था कि जिस रिश्ते में प्यार और भरोसा ना हो उस रिश्ते में रहने और जीने से क्या फायदा? दीप्ति की शादी 2010 में कमल किशोर के बेटे हरप्रीत चौरसिया से हुई थी.
लेकिन हरप्रीत ने दूसरी शादी कर ली जिसकी वजह से दीप्ति थोड़ा दुखी रहने लगी थी. फिलहाल इस सुसाइड को लेकर परिवार और पुलिस के अधिकारी कुछ भी बोलने से बच रहे हैं. पुलिस अधिकारियों का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद जांच की जाएगी और जांच में जो भी निकलकर आएगा, उसी के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी.
वकील ने क्या कहा?
उधर, कमला पसंद के मालिक के पारिवारिक वकील राजेंद्र सिंह ने दीप्ति की आत्महत्या पर कहा दोनों परिवार के लिए बहुत बड़ा लॉस है, सारे बहुत दुखी हैं, कोई कुछ नहीं समझ नहीं पा रहा है, दोनों परिवार ने निर्णय लिया है, आज 26 नवंबर 2025 अंतिम संस्कार किया. दोनों फैमिली एक साथ हैं. मीडिया में जो भी बताया जा रहा है वह पूरी तरह से झूठ है. हम चाहते हैं गलत रिपोर्टिंग नहीं हो, दोनों परिवार को नुकसान हो रहा है. मुश्किल समय है.
हम कोई जांच एजेंसी नहीं : वकील
सुसाइड नोट पर सवाल पर वकील ने कहा सुसाइड नोट पुलिस के पास है. हम कोई जांच एजेंसी नहीं हैं. मीडिया में जो भी बताया जा रहा है वह पूरी तरह से झूठ है. सुसाइड नोट में कोई आरोप नहीं है. उन्होंने इसके लिए किसी का नाम नहीं लिया है. शायद उसको एंजायटी की समस्या थी, हम पुलिस के साथ सहयोग कर रहे हैं. जांच चल रही है.
इस प्रकरण पर पत्रकार रवीश शुक्ला लिखते हैं,,
- जो..जो गुटका खाता हो वो जरुर पढ़ना…ये कहानी दीप्ती नाम के एक महिला की है.. जिसका परिवार असाधारण था लेकिन फिर भी उसने आत्महत्या कर ली…पैसा सब कुछ ख़रीद सकता है लेकिन शायद आपके जमीर और आपकी ख़ुशियाँ को नहीं…कमला पसंद और राजश्री का नाम गुटखा खाने वाला हर शख्श जानता होगा…दीप्ती उसके मालिक के बेटे की पत्नी थी…
ये गुटखा भले पाँच या दस रुपए का मिलता हो लेकिन दीप्ती जहाँ रहती थी वो कोठी 100 करोड़ से ज़्यादा कीमत की थी उसके दो बच्चे थे…गुटखा किंग का ये कारोबार हजारों करोड़ का है…मर्सडीज से लेकर लैंड रोवर तक सब गाड़ियों वाला भरा पूरा मकान..
सप्ताह भर पहले लुई विटान का एक लाख रुपए का पर्स भी उसके पति ने गिफ़्ट किया था…लेकिन फिर भी वो ख़ुश नहीं थी.. दिल्ली में सप्ताह भर के अंदर ये तीसरा बड़ा सुसाइड है.. सोचिए पैसा कैसे आपको एकांतिक बना रहा है आपके अंदर फ्रस्टेशन भर रहा है..
दीप्ती की लाश जब पोस्टमार्टम हाउस से बाहर जा रही थी तो मैं सोच रहा था दीप्ती की क्या पीड़ा थी? उसके दो छोटे बच्चे एक पाँच साल और दूसरा 14 साल उनकी क्या गलती थी.. लेकिन बच्चों ने अपनी माँ को इस उम्र में खो दिया.. गुटका खाने वालों के लिए संदेश यही है कि आपके लिए पाँच रुपए का गुटखा बनाने वाले करोड़ों की कोठियों में रहते हैं लाखों की गाड़ियों में चलते हैं, बाक़ी आप खुद समझदार हैं





