दिल्ली
कोरोना के नए वेरिएंट से फैला खौफ : भारत सरकार कोरोना को लेकर सतर्क
Paliwalwaniकोरोना की विश्वव्यापी दस्तक एक बार फिर देखने को मिली है. कुछ जगहों पर कोरोना के कहर से मरीजों को अस्पताल तक में दाखिल होना पड़ रहा है. इसमें यूरोप के कुछ देश शामिल हैं. कोरोना के एक नया वेरिएंट भारत में भी पाया गया है. केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ मनसुख मंडाविया ने TV9 भारतवर्ष से बातचीत में कहा कि भारत सरकार कोरोना को लेकर सतर्क है.
उन्होंने कहा कि नए वेरिएंट पर सरकार की पैनी नजर है. डॉक्टर मनसुख मंडाविया ने कहा कि हमने जीनोम सीक्वेंसिंग बंद नहीं की है. सीक्वेंसिंग के दौरान करीब 250 से कोविड के वेरिएंट और सब वेरिएंट्स मिले हैं. UKHSA ने बताया कि वायरस पर निगरानी के दौरान EG.5.1 वेरिएंट के बारे में पहली जानकारी 3 जुलाई 2023 को लगी. अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की स्कैनिंग की जा रही थी, तब जाकर ये वेरिएंट सामने आया. कोविड के बढ़ते केस के बीच एक्सपर्ट्स का कहना है कि ब्रिटेन के लिए पतझड़ भारी होने वाला है. इस दौरान कोविड के मामले बढ़ सकते हैं. ब्रिटेन में पहले भी पतझड़ से लेकर सर्दियों के मौसम तक कोविड के बढ़ते हुए केस रिपोर्ट किए गए हैं. यही वजह है कि एक बार फिर से ये डर सता रहा है.
डॉक्टर मनसुख मंडाविया ने कहा कि ब्रिटेन में पाए गए नए कोरोना के वेरिएंट का पहला केस भारत मे भी मिला है. इसके बारे में हम अध्ययन कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि यदि मौजूदा हालात को देखें तो भारत में कोरोना वायरस संक्रमण पूरी तरह से कंट्रोल में है. बावजूद इसके इस महामारी का खतरा टला नहीं है. उन्होंने इस कहा कि सरकार की कोशिशें बदस्तूर जारी है और नए वेरिएंट को लेकर फिलहाल बहुत अधिक चिंता करने की जरूरत नहीं है. उन्होंने कहा कि कई वायरस समय समय पर अपना रूप बदलते रहते हें.
कहां मिला है नया वेरिएंट?
केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि कोरोना का नया वेरिएंट महाराष्ट्र में मिला है. महाराष्ट्र में कोरोना के नए Eris (एरिस) वेरिएंट का पहला मरीज मिलने से लोगों में इसे लेकर तरह-तरह के सवाल पैदा हो रहे हैं कि यह कितना खतरनाक है या बिल्कुल भी खतरनाक तो नहीं है. उन्होंने कहा कि कोरोना को लेकर उनका व्यक्तिगत अनुभव भी काफी है. उन्होंने दावा किया कि फिलहाल अभी किसी भी तरह से डरने की जरूरत नहीं है.
तेजी से फैल रहा वायरस, सर्दियों में मचाएगा ‘आफत’!
दुनिया में कोरोना का कहर भले ही खत्म हो गया है, मगर आने वाली सर्दियों में ब्रिटेन पर आफत आने वाली है. ब्रिटेन में इन दिनों कोरोनावायरस का नया वेरिएंट EG.5.1 फैल रहा है, जिसे एरीस का नाम दिया गया है. वायरस का ये वेरिएंट तेजी से ब्रिटेन में फैल रहा है. इस वेरिएंट की वजह से ब्रिटेन के हेल्थ ऑफिसर्स चौकन्ने हो गए हैं. नया वेरिएंट ओमिक्रॉन का ही हिस्सा है. ब्रिटेन में इस वायरस के बारे में पिछले महीने जानकारी मिली है. ऐसे में एक बार फिर से ब्रिटेन के लोग कोविड से खौफ खाना शुरू हो गए हैं.
यूके हेल्थ सिक्योरिटी एजेंसी (UKHSA) ने कहा कि कोरोनावायरस के सात में एक मामले एरीस वेरिएंट से जुड़े हुए हैं. लेटेस्ट डाटा के मुताबिक, कोविड के कुल मामलों में से 14.6 फीसदी एरीस वेरिएंट से जुड़े हुए हैं. UKHSA का कहना है कि पिछली रिपोर्ट से तुलना पर पता चलता है कि कोविड-19 के केस इस हफ्ते लगातार बढ़ रहे हैं. रेस्पिरेटरी डेटामार्ट सिस्टम के माध्यम से रिपोर्ट किए गए 4,396 श्वसन नमूनों में से 5.4% की पहचान कोविड के तौर पर हुई है. पिछली रिपोर्ट में 4,403 नमूनों में से 3.7% कोविड से जुड़े थे.
नए कोविड लहर की ओर बढ़ रहा ब्रिटेन
यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन में ऑपरेशन रिसर्च की प्रोफेसर क्रिस्टीना पेजेल ने कहा कि ऐसा लगता है कि ब्रिटेन नए कोविड लहर की ओर बढ़ रहा है. पतझड़ का मौसम आ रहा है और लोग काम और स्कूल पर लौट रहे हैं. ऐसे में कोविड का खतरा बढ़ रहा है. उन्होंने कहा कि हम सितंबर में कोविड के मामले बढ़ते हुए देख सकते हैं.