छत्तीसगढ़
केंद्रीय राज्य मंत्री तोखन साहू का काफिला रोका : लोगों ने खराब सड़कों को लेकर किया प्रदर्शन
paliwalwani
छत्तीसगढ़.
बिलासपुर जिले के तखतपुर में खराब सड़कों के विरोध में केंद्रीय राज्य मंत्री तोखन साहू के काफिले को मनियारी नदी पुल पर रोका गया। कांग्रेस ने सड़कों की बदहाल स्थिति को लेकर 11 जुलाई 2025 को व्यापक आंदोलन की घोषणा की।
इन दिनों मूसलाधार बारिशने हालात बिगाड़ रखे हैं। पिछले चार दिनों से हो रही तेज बारिश से जहां एक तरफ नदियां-नाले उफान पर हैं, वहीं दूसरी तरफ प्रदेशभर में सड़कों की हालत खस्ता हो गई है। इसी कड़ी में बिलासपुर (Bilaspur) जिले के तखतपुर (Takhatpur) नगर में सड़क की बदहाली को लेकर लोगों का गुस्सा फूट पड़ा।
मंत्री के काफिले को बीच सड़क में रोका
मामला शुक्रवार का है, जब केंद्रीय राज्य मंत्री तोखन साहू (Tokhan Sahu) एक स्थानीय कार्यक्रम में शामिल होकर मुंगेली (Mungeli) लौट रहे थे। इसी दौरान मनियारी नदी (Maniyari River) पुल के पास युवाओं के एक समूह ने मंत्री के काफिले को रोक लिया। युवाओं ने सड़क की दुर्दशा (Bad Road Condition) को लेकर जोरदार नारेबाजी की और स्थानीय जनप्रतिनिधियों पर उपेक्षा के आरोप लगाए।
सड़क पर ही बैठ गए प्रदर्शनकारी
युवाओं ने बीच सड़क में ही धरना शुरू कर दिया। प्रदर्शनकारी सड़क पर बैठकर ‘खराब सड़क नहीं चलेगी’ और ‘नेताओं की लापरवाही बंद करो’ जैसे नारे लगाते रहे। इससे मंत्री का काफिला करीब 20 मिनट तक रुका रहा। हालात को देखते हुए प्रशासनिक अफसर और पुलिस मौके पर पहुंचे, लेकिन युवाओं ने काफिला तब तक नहीं छोड़ा जब तक मंत्री ने उन्हें अलग रास्ते से जाने का फैसला नहीं लिया।
तखतपुर के बेलसरी मोड़ से लेकर मनियारी नदी बरेला तक की सड़कें पिछले लंबे समय से टूटी हुई हैं। जगह-जगह बड़े-बड़े गड्ढे हो चुके हैं, जिनमें बारिश का पानी भर जाता है। इससे आए दिन वाहन चालकों को हादसों का सामना करना पड़ता है। लोगों का कहना है कि कई बार शिकायत करने के बावजूद सड़कों की मरम्मत नहीं कराई गई।
प्रदर्शनकारियों ने दी चेतावनी
नगर के युवाओं ने अब इस मुद्दे पर आंदोलन शुरू कर दिया है। उनका कहना है कि जब तक सड़कें दुरुस्त नहीं की जातीं, तब तक वे चुप नहीं बैठेंगे। प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी है कि अगर जल्द समाधान नहीं हुआ तो आगे और बड़े आंदोलन किए जाएंगे।
सड़क रोकने की घटना के बाद स्थानीय प्रशासन और जनप्रतिनिधियों पर सवाल खड़े हो गए हैं। लोगों ने साफ कहा है कि उन्हें केवल आश्वासन नहीं, ठोस काम चाहिए। वहीं प्रशासन ने जल्द सड़कों की मरम्मत का भरोसा दिलाया है। अब देखना होगा कि वादे कब पूरे होते हैं।