भोपाल
मध्य प्रदेश में प्री-मानसून ने मचाया कहर, 45 जिलों में आंधी-बारिश से हाल बेहाल, क्या चल रहा है आसमान में?
paliwalwani
भोपाल. मध्य प्रदेश में इस बार गर्मी कुछ अलग ही अंदाज़ में आई है। मई-जून की चिलचिलाती धूप और लू के थपेड़े नहीं, बल्कि तेज आंधी, बारिश और बादलों की गड़गड़ाहट ने मौसम की तस्वीर ही बदल दी है। जहां लोग जून की शुरुआत में उमस और झुलसते सूरज की उम्मीद कर रहे थे, वहां अब छाते और रेनकोट की जरूरत पड़ रही है।
मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक, इस सबका जिम्मेदार है वेस्टर्न डिस्टर्बेंस यानी पश्चिमी विक्षोभ और दो साइक्लोनिक सर्कुलेशन, जो प्रदेश के ऊपर एक्टिव हैं। इनकी वजह से पिछले कुछ दिनों से आसमान में बादलों की धमाचौकड़ी और तेज हवाओं की दस्तक जारी है। ये एक्टिविटी कम से कम अगले चार दिन और बनी रहने की संभावना है।
डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन, जो IMD भोपाल में वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक हैं, उन्होंने बताया कि ये सब एकदम नॉर्मल नहीं है। इस बार का प्री-मानसून कुछ ज्यादा ही एक्टिव है। ये सिस्टम तब तक सक्रिय रहेंगे जब तक मानसून की एंट्री नहीं हो जाती।
45 जिलों में अलर्ट:कहर बनकर बरस रहे हैं बादल
शुक्रवार, 6 जून को मौसम विभाग ने प्रदेश के 45 जिलों के लिए चेतावनी जारी की है। इन जिलों में तेज आंधी के साथ 30-40 किमी/घंटा की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं। बारिश के साथ बिजली गिरने की भी आशंका है।
- अलर्ट वाले जिलों में शामिल हैं: भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर, उज्जैन, रायसेन, धार, विदिशा, देवास, शाजापुर, राजगढ़, सीहोर, हरदा, बैतूल, खरगोन, मंदसौर, नीमच, छिंदवाड़ा, पन्ना, दमोह, सिवनी, बालाघाट और कई अन्य।
इन जगहों पर लोगों को खास सावधानी बरतने की सलाह दी गई है – खेतों में बिजली गिरने का खतरा, खुले में घूमना मना, और पेड़ों के नीचे खड़ा होना भी खतरनाक हो सकता है।
पिछले 24 घंटों में रायसेन, उज्जैन, धार, बैतूल और देवास जैसे जिलों में जमकर बारिश हुई। रायसेन में तो 9 घंटे में एक इंच से ज्यादा पानी बरस गया। उज्जैन और धार में भी तेज बारिश के साथ गरज-चमक देखने को मिली।
भोपाल में 36.4 डिग्री सेल्सियस और इंदौर में 35.7 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया, खजुराहो में तापमान 40.2 डिग्री दर्ज किया गया। जो जून के हिसाब से काफी कम है।
- कब पहुंचेगा मानसून? : फिलहाल मानसून महाराष्ट्र-छत्तीसगढ़ बॉर्डर पर अटका हुआ है। मौसम विभाग के अनुसार, 10 जून के बाद ही मध्य प्रदेश में इसकी आधिकारिक एंट्री होगी। लेकिन उससे पहले ही जो मौसम का हाल है, वो लोगों को मानसून जैसा एहसास जरूर दिला रहा है।